अजमेर। अजमेर शहर ख्वाजा गरीब नवाज की दरगाह और तीर्थ गुरू ब्रह्मा की कर्मस्थली होने के नाते पर्यटन के लिहाज से एक आध्यात्मिक दर्शनिय स्थल की श्रेणी में शामिल है। लेकिन इस शहर के साथ हमेशा से राजनेतिक उदासिनता के चलते सौतेला व्यवहार होता है। वहीं स्थानिय प्रशासन भी इस शहर की सुंदरता को बनाए रखने के लिए जरा भी संवेदनशील नहीं है। इसकी एक बानगी स्वामी न्यूज के कैमरे की नजर से देखे तो शहर की दुर्दशा साफ नजर आएगी। पीछले दिनो हुई बारिश से जहां नगर की सांेदर्यता में चार चांद लगाने वाली आनासागर झील जहां अपने पुरे यौवन पर आगई। वही यहां आने वाले नागरीक और पर्यटक इस झील की सुंदरता के साथ खिलवाड करने से बाज नहीं आ रहे। रही सही कसर नगर निगम पुरी कर रहा है जिसने बारिश के बाद से यहां सफाई कराना भी मुनासिब नही समझा। पुरे उद्यान में जगह-जगह किचड़, गंदगी, कचरो के ढेर, पोलीथिन के अम्बार, इस पार्क की दुर्दशा को खुद बंया कर रहे है।
शुक्रवार को मीडिया के कैमरे ने जब शहर की एक मात्र आनासागर झील के नजारे को अपने कैमरे में कैद करना चाहा तो नजारा कम पुरे पार्क में कचरे का फेलारा ज्यादा दिखा। यहां रोजाना सैर करने आने वालो ने बताया की सुबह-सुबह प्राकृतिक नजारे के बीच सैर करने आना अच्छा लगता है लेकिन इस पार्क में जगह-जगह गंदगी और पोलिथिन के ढेर लगे हुए है। वहीं बारिश के बाद से अभी तक यहां सफाई नहीं कराई गई। लोगो ने मछलीओ को दाना डालने के बाद ब्रेड की पोलिथिन और कचरा यही फेंक दिया जिसे जानवर खाकर बिमार हो रहे है। वहीं पार्क मे आने वाले लोगो को भी परेशानी उठानी पड रही है।