डाक बंगले की दुर्दशा देख चौधरी ने ली अधिकारियों की क्लास

12मदनगंज-किशनगढ। राजस्थान प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के 60 दिवसीय कार्ययोजना के अन्र्तगत सोमवार को विधायक भागीरथ चौधरी ने सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों की बैठक लेकर विधानसभा क्षेत्र में विभागिय अधिकारियों की अनदेखी से लम्बे समय से टूटी सड़कों का दुरस्तीकरण कराने व ठेकेदारों को समय पर कार्य करने के निर्देश जारी करने को कहा है। चौधरी के सवालों का जवाब नहीं देकर अधिकारियों ने ठेकेदारों के नाम लेकर पल्ला झाडऩे का प्रयास किया। वहीं स्थानीय डाक बंगले की दुर्दशा पर रोष जाहिर करते हुए इसकी सुन्दरता निखारने को कहा गया।
सोमवार को विधायक भागीरथ चौधरी सार्वजनिक निर्माण विभाग कार्यालय पहुंचे। जहां अधीक्षण अभियंता अविनाश शर्मा, अधीशाषी अधिकारी एम. के. टाक एवं तीनों सहायक अभियंता नरेन्द्रसिंह शेखावत, मनोज जैन व सैनी से प्रमुख समस्याओं पर चर्चा करते हुए सवाल किए। जिनका विभाग के अधिकारी जवाब नही दे पाये। विधायक चौधरी ने कहा कि जब अधिकारियों की यह स्थिति है तो विभाग के हालात बेलगाम होगें? लेकिन अब यह नही चलेगा और जनता के सेवक बनकर कार्य करने होगें। चौधरी ने ग्रामीण क्षेत्र में सड़कों के निर्माण कार्य में बंदरबाट होने से घटिया कार्य के कारण ठेकेदारों की गारंटी समय से पूर्व ही सड़कों के उधड़ जाने के बावजूद भुगतान करने व विभाग में कार्यरत कर्मचारियों का समय पर कार्यालय नही पहुंचना जैसी शिकायतों पर भी चर्चा की। चौधरी ने खोड़ा गणेश रोड़ का शीघ्र टेण्डर निकाल 60 दिवस में कार्य कराने के निर्देश देते हुए अधिकारियों की अधूरी तैयारी पर नाराजगी प्रकट करते हुए उन्हे निर्देशित करते हुए आगामी सोमवार को पुन: बैठक रखने के आदेश दिये है। चौधरी ने कहा कि कार्य में कोताही बरतने वालों को बख्शा नही जायेगा। कार्य में लापरवाही करने वालों के विरूद्ध विभाग कार्यवाही करेगा।
दुर्दशा पर झलाए चौधरी
बाजार के मध्य भव्य सरकारी विश्रांति गृह की स्थिति को जंगलात जैसी देख विधायक चौधरी ने स्थानीय अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए परिसर में लगे कंटिले झाड़ों को हटाने एवं भवनकी बदहाली को सुधारने के निर्देश दिये।
अधिकारी नहीं दे पाये जवाब
विधायक भागीरथ चौधरी जब बैठक में मौजूद आला अधिकारियों से जानकारी चाही तो वें बगले झांकने लगे और कोई जवाब नहीं दे पाये। चौधरी ने ये किए सवाल-
-विधानसभा क्षेत्र में कुल कितनी सड़के है जिनका गारंटी समय समाप्त नहीं हुआ है।
-गारंटी समय के दौरान विभाग की मोनिटरिंग कैसे रहती है?
-पिछलो दो माह में कितनी सड़कों का निरीक्षण किया गया जो गारंटी समय में है?
-कितनी सड़के ऐसी है जिनमें पेचवर्क की आवश्यकता है।
-ऐसी कितनी सड़के है जिनका कार्य पूरा हो चुका है लेकिन कार्य समाप्ति के अंतिम दिवस निकलने के बाद भी कार्य पूरा नहीं हुआ।
-ऐसे प्रकरणों पर ठेकेदार पर विभाग ने क्या कार्रवाई की?
-विधानसभा क्षेत्र में एक करोड़ से अधिक के कितने निर्माण कार्य प्रस्तावित या निर्माणाधीन है।
-राजकुमार शर्मा

error: Content is protected !!