नषा मुक्ति का लिया किषोरो ने संकल्प

s1-शंकर खारोल- सूरजपुरा। अजमेर प्रौढ षिक्षण समिति द्वारा संचालित किषोर किषोरियो की षिक्षा व विकास परियोजना के तत्वाधान मे कस्बग के राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय मे प्रेरणा केन्द्र प्रभारी सत्यनारायण राव वषंकर खारोल द्वारा नषे पर आधारित गतिविधी आयोजित की गयी। विधालय मे अध्यनरत किषोर किषोरो ने नषा से होने वाले दुष्प्रभाव,कारण पर गतिविधी कर नषा मुक्त जीने का संकल्प लेते हुए लोगो को नषा छोडने के लिए प्ररित करने का संकल्प लिया । इस दौरान अध्यापिका श्रीमति भवरी पारीक,पुष्पा देवी, व 69 किषोर किषोरी ने भाग लिया।

संकुल स्तरीय मासिक बेठक सम्पन
अजमेर प्रौढ षिक्षण समिति द्वारा संचालित किषोर किषोरियो की षिक्षा व विकास परियोजना के तत्वाधान मे जालिया संकुल पर संकुल स्तरीय समीक्षा एवं नियोजन बेठक आयोजित की गयी।बेठक मे फरवरी माह मे किये गए कार्यो की समीक्षा व आगामी माह के कार्यो का नियोजन किया गया।संकुल के अधीनस्थ प्रेरणा केन्द्रो पर फरवरी माह मे आयोजित की गई महिला बैठके,अभिभावक बेठके,युवा मंच की बेठको के मुदृदो और जनकल्याण योजनाओ मे प्रेरणा केन्द्र प्रभारी की भागीदारी एवं षिक्षा से वंचित व डृापआउट किषोर किषोरी के षिक्षण स्तर पर प्रेरणा केन्द्र प्रभारीयो ने अपनी अपनी प्ररस्तुति दी । बेठक मे समीपवर्ती ग्राम इन्द्रपुरा ग्राम मे किषोरी चार माही आवासीय षिविर मे महिला दिवस पर आयोजित होने वाली गतिविधिया मे महिलाओ की भागीदारी के लिए प्रेरणा केन्द्र प्रभारीययो की जिम्मेदारी दी गयी।इस बेठक मे परियोजना समन्ंवयक सावर लाल पुरोहित,सतत षिक्षा प्रभारी रघुवीर प्रसाद ,कार्यकर्ता सरोज कवर,प्रेरणा केन्द्र प्रभारी भील बस्ती से सत्यनारायण राव,प्रतापपुरा सेषंकर खारोल,सूपा से जगदीष प्रसाद बैरवा,गोपालपुरा से भेरू लाल माली,गुन्दाली से प्रद्युम्नसिहं उपस्थित थे।

स्कुल से डॉपआउट होने लगेे बच्चे
s2अजमेर जिले के अराई पंचायत समिति के ग्राम पंचायत रामपाली के समीपवर्ती ग्राम प्रतापपुरा के राजकीय राजकीय उच्च प्राथमिक विधालय मे सालभर से पेयजल संकट बरकरार है। षिक्षकगण सहित बच्चो को पेयजल संकट का सामना करना पड रहा है।बच्चो को विधालय मे षिक्षण कार्य को छोडकर पानी के लिए भटकना पडता हैं। बच्चो कों पानी के लिए गाव मे घर जाकर पानी पीना मजबूरी बन चुकी है लेकिन इस और षिक्षा विभाग,जलदाय विभाग सहित ग्राम पंचायत ने अपनी आखे मुंद रखी है। नोडल प्रभारी उतमचन्द्र चोटिया ने बताया कि नोडल केन्द्र व बीएलओ होने पर बच्चो को पानीके लिए दर दर भटकना पडता है।

विधालय प्रषासन के सहयोग से लगा नल बनाषो पीस
s4विधालय प्रषासन के सहयोग से विधालय मे पाइप लाइन बिछाकर नल लगवाया गया। गत साल से टंकी मे कम मात्रा मे पानी आने से पाइप लाइन से विधालय मे पानी नही पहुचता है जिससे विधालय प्रषासन व बच्चो को पानी के लिए भटकना पड रहा है।लगा हुआ मात्रषो पीस बनकर रह गया ं। विधालय प्रषासन द्वारा पानी के स्टोर के लिए टंकी लाकर रखी हुई लकिन पानी नही इसका उपयोग नही हो रहा है।जनसहयोग से विधालय प्रषासन पाइप लाइन लाकर रखी हुई लेकिन कनेक्षन के लिए जनप्रतिनिधीयो, विभागीय अधिकारियो नंे अनदेखा करने से कमरे पडी पडी षोभा बढा रही हैं।

हरित राजस्थान के तहत लगे पोधे का अस्तित्व का होने लगे खत्म
s3केन्द्र सरकार व राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण के लिए करोडो रूप्ए खर्च कर वृक्षारोपण करवाकर र्प्यावरण बचाने का प्रयास कर रही हो । सरकार व गैर सरकारी संगढण लोगो जागरूखकर वृक्षारोपण कर लोगो को अधिक से अधिक पेडपोधे लगाने के जागरूख करहे है। लेकिन विधालय प्रषासन द्वारा बच्चो को प्रकृति के संतुलन के लिए प्ररित कर हरित राजस्थान अभियान के तहत पोधे लगाकर बच्चो को प्ररित किया गया। लेकिन प्रषासन व जनप्रतिनिधियो की आवाज नही बनने से विधालय मे पेयजल संकट की मार पेड पोधो को झेलनी पडी।

नोडल केन्द्र व मतदान केन्द्र होने पर भी पेयजल संकट बरकरार
प्रतापपूरा विधालय मे नोडल केन्द्र व बीएलओ होने पर पेयजल संकट का सामना करा पड रहा है। नोडल केन्द्र पर ही पानी संकट का सामना करना पड रहा तो नोडल केन्द्र के अधीनस्थ विधालय के पेयजल संकट की समस्या पर केसे समाधान कर पायेगा।मतदान केन्द्र होने मतदाताओ को अपने पहचान पत्र मे नाम जुडवाने, हटाने, मतदान करने के लिए मतदान केन्द्र पर आना जाना होता है। राज्य सरकार मतदाताओ को जागरूख करने के लिए लाखो रूप्ए खर्च कर रहे हो लेकिन मतदान केन्द्रपर ही पेयजल संकट का सामना करना पड रहा है।

पढाई छोडकर पानी के लिए भटकते स्कुली बच्चे
स्कुल मे अध्यनरत बच्चे को पानी के लिए गाव मे जाना पडता हैं। बच्चो के गाव मे जाकर घरघर जाकर पानी पीने जाने से समय का नुकषान हो रहा है। बच्चो पानी पीने के बहाने गाव मे घूमते रहते हे जिससे बच्चो मे पढाई के लिए रूझान कम होने लगने से डॉपआउट को बढावा मिल रहा । विधालय प्रषासन के बच्चो के उज्जवल भविस्य बनाने के प्रयासो पर पानी फेर रहा है। लेकिन इतना होने बावजूद भी इस समस्या पर प्रषासन ने अपनी आखे मुंद रखी है। जिससे बच्चो ने अपनी पीडा मिडिया प्रतितिधिषंकर खरोल को बताया प्रषासन तक अपने आवाज उटाते हुए प्रषासन से समाधान की माग की।
इनका कहना है
विधालय मे पेयजल संकट के कारण बच्चो को पानी के लिए दर दर भ्टकना पडता है।पानी के अभाव मे पेडपोधे सुख गये।विधालय स्टाफ द्वारा पाइप लाइन डलवाकर नल लगाया गया जो पानी नही आने से षो पीस बना हुआ है।
-उत्तमचंद चोटिया, प्रध्यानापक

विधालय मे पेयजल संकट होने से पानी के लिए हमे गाव मे घर पर जाकर पानी पीना मजबुरी बनी हुई है जिससे पढाई के नुकषान के साथ समय की बर्बादी होती है।
-संतोस खारोल, कक्षा आठ

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