लक्ष्यों को समयबद्धता के साथ पूर्ण करें-राणावत

MD Meeting-1-5-14----4अजमेर। विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री बी. राणावत ने निगम के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए चालू वित्तीय वर्ष में अभी से ही विभागीय लक्ष्यों को एक रोड मेप बनाकर समयबद्धता के साथ पूर्ण करने का प्रयास करें। ताकि योजनाओं के लक्ष्य समय पर पूर्ण हो पाएंगे वहीं उपभोक्ताओं को समय पर लाभ भी मिल पाएगा।
प्रबंध निदेशक गुरूवार को अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के कॉरपोरेट कार्यालय सभागार में आयोजित निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था सुचारू बनाये रखने के लिए जहां नये केपेसीटर बैंक लगाये जाने है वहां प्राथमिकता से लगाये जाए। इसके लिए जहां बेटरी एवं चार्जर की आवश्यकता है उसकी डिमाण्ड भी तैयार करे। उन्होंने समस्त मु य अभियंताओ को अपने स्तर पर केपेसीटर बैंक चालू किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि गत वित्तीय वर्ष के दौरान अजमेर डिस्कॉम क्षेत्र में राजस्व वसूली एवं लोसेज कम करने के मामले में काफी अच्छा काम हुआ है । जिन अभियंताओं ने अच्छा कार्य किया है उन्हें प्रोत्साहन भी दिया जाएगा।

रोस्टर स्वीच लगाएं-
प्रबंध निदेशक ने कहा कि नए बनने वाले जीएसएस तथा ऐसे पुराने जीएसएस जहां रोस्टर स्वीच नही लगें हुए है वहां रोस्टर स्वीच तत्काल लगाए जाएं। जीएसएस के अनुसार सभी जगह रोस्टर स्वीच उपलब्ध रहें यह अधीक्षण अभियंता एमएम सुनिश्चित करेगें। जीएसएस पर रोस्टर स्वीच सही ढंग से कार्य करें, खराब नही रहें। जिन जीएसएस पर अभी तक रोस्टर स्विच नहीं लगें उन्हे समयबद्धता के साथ दीपावली से पूर्व लगाये जाए।

सर्किट ब्रेकर सही रहें-
प्रबंध निदेशक ने कहा कि 24 घंटे बिजली उपलब्धता के लिए सर्किट ब्रेकर एक दम ठीक कार्य करें यह सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जीएसएस के इन्टर कनेक्शन जून माह तक पूर्ण करें। उन्होंने ऐसे जीएसएस जहां इन्टर कनेक्शन हो गए है वहां मु य लेखाधिकारी को अंकेक्षण दल मय तकनीकी दल के भेज कर जांच कराने के भी निर्देश दिए।

फीडर मीटरिंग प्रभावी हो-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिये कि फीडर पर मीटरिंग कार्य प्रभावी ढंग से हंो। जहां सीटीपीटी खराब हो वहां शीघ्र बदलें। उन्होंने निर्देश दिये कि एक जीएसएस क्षेत्र मे सभी जगह सीटीपीटी लगाने का कार्य पूर्ण हो जाने पर ही दूसरे जीएसएस पर सीटीपीटी लगाएं। अधीक्षण अभियंता (एम. एण्ड पी.) इस संबंध में सीटीपीटी समय पर लगाया जाना सुनिश्चित करे। जीएसएस पर फीडर मीटरिंग हो जाने पर संबंधित जीएसएस का लोस भी समय-समय पर निकाला जाए।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि सभी को 24 घंटे निर्बाध बिजली उपलब्ध कराना मु यमंत्री जी की प्राथमिकता है उसे सभी पुरा करे। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं की समस्याओं को त्वरित रूप से निपटाने के लिए प्रत्येक उपखण्डवार विद्युत चौपालों का आयोजन प्रति मंगलवार प्रभावी रूप से किया जाए। उन्होंने कहा कि निगम के राजस्व बढाने के लिए पूरे प्रयास करें, वही कलेक्शन एफिसिएन्सी बढाने तथा लोसेज कम करने के भी यथा संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि जहां वसूली का कार्य बकाया है वहां ईयूडीआर एक्ट के तहत नोटिस देकर वसूली कार्य में गति लावें।
श्री राणावत ने कहा कि लोसेज को कम करना हमारी प्राथमिकता है इस कार्य को गंभीरता के साथ संपादित करे।ं उन्होंने निर्देश दिए कि जहां 33 केवी जीएसएस बनाने का कार्य पैंडिंग में है उसे सिविल विंग के साथ समन्वय कर शीघ्र पूर्ण करावें। उन्होंने बकाया चल रहें कृषि कनेक्शनों को भी तत्काल जारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि जले हुए ट्रांसफार्मरों की सूचना के लिए प्रत्येक जीएसएस पर एक पुस्तिका उपलब्ध कराई गई है जिसमें समय-समय पर जले हुए ट्रांसफार्मरों की सूचना अंकित की जाए।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि उपभोक्ताओ की सुविधा हेतु अजमेर डिस्कॉम के कॉल सेन्टर पर टोल फ्री न बर चालू कर दिया गया है। अजमेर डिस्कॉम क्षेत्र के वे उपभोक्ता जिन्हे ज्ञण् न बर उपलब्ध कराया जा चुका है, वे उपभोक्ता बिजली स बन्धित शिकायत टोल फ्र्री न बर 1800-180-6565 पर दर्ज करा सकते हैं। इसके अतिरिक्त अन्य सभी उपभोक्ता बिजली चोरी की सूचना, ट्रांसफॉर्मर जलने की सूचना, सुरक्षा स बन्धी जानकारी, विभाग द्वारा समय पर कार्य नही करने की सूचना, नये कनेक्शन में देरी आदि प्रकार की शिकायत भी टोल फ्र्री न बर 1800-180-6531 पर दर्ज करा सकते है। उक्त कॉल सेन्टर की सुविधा उपभोक्ताओ को 24 घन्टे उपलब्ध रहेगी।

रेवेन्यू मोनिटरिंग सेल का गठन –
बैठक में प्रबंध निदेशक ने बताया कि डिस्कॉम में राजस्व संबंधी कार्यो के प्रभावी पर्यवेक्षण के लिए रेवेन्यू मोनिटरिंग सेल का गठन किया गया हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे इस प्रकोष्ठ द्वारा मांगी गई जानकारी समय पर उपलब्ध करावें। उन्होंने बताया कि इस प्रकोष्ठ द्वारा राजस्व वसूली, पीडीसी रीकवरी, विजिलेंस, सेटेलमेंट कैसेज, खराब मीटर बदलने, एलटी कनेक्शन का बिलिंग, अस्थाई विद्युत कनेक्शन एवं अन्य राजस्व संबंधी उपभोक्ताओं की शिकायतों का पर्यवेक्षण किया जाएगा।
बैठक में निदेशक तकनीकी श्री केसी गोइदानी ने कहा कि सभी अभियंता अपने – अपने क्षेत्र के मोबाईल टावरों की सूची तैयार कर उनकी शत प्रतिशत जांच करे तथा सुनिश्चित करे कि उनके मीटर सहीं है। उन्होंने विभिन्न राजकीय विभागों के बकाया की सूची भी भिजवाने के निर्देश दिए ताकि इसके लिए वसूली की कार्यवाही की जा सके। उन्होंने कहा कि सभी अभियंता तकनीनी कर्मचारियों की सुरक्षा के पूरे इंतजाम रखें इसके लिए वे जब भी भ्रमए पर जाए संबंधित सब स्टेशन की जांच अवश्य करे कि वहां सुरक्षा उपकरण उपलब्ध है। उन्होंने कर्मचारियों को से टी सूज भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
बैठक में निदेशक तकनीकी श्री के.सी. गोइदानी, निदेशक वित्त श्री नरेन्द्र माथुर, मु य लेखाधिकारी श्री एस.एम. माथुर (एटीबी), श्री एम.के. जैन (राजस्व), श्री एम.के. गोयल (आई.ए.), सचिव प्रशासन श्रीमती मेघना चौधरी, मु य अभियंता श्री बी.एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री आर.पी. सुखवाल (उदयपुर जोन), श्री एस.एस. मांजू (झुंझुनूं), उप मु य अभियंता श्री डी.के. शर्मा (आई.टी.), श्री वी.एस. भाटी (एम.एम.), टीए टू एम.डी. श्री मुकेश बालदी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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