15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन अभिनय कार्यशाला शुरू हुई

100_2547अजमेर / नाट्यवृंद थियेटर एकेडमी, अजमेर फोरम व इण्डोर स्टेडियम के संयुक्त तत्वावधान में 21 जून तक चलने वाली 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन ‘यूथ एक्टिंग वर्कशॉप (युवा अभिनय कार्यशाला)‘ की आज इण्डोर स्टेडियम पार्क में विधिवत शुरूआत हुई। दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का उद्घाटन शिक्षाविद् व संस्कृतिकर्मी डॉ. मधुर मोहर रंगा एवं स्वामी अनादि सरस्वती ने किया। विशिष्ट अतिथि के रूप मंे कंवलप्रकाश किशनानी डॉ. अनन्त भटनागर व महेन्द्र विक्रम सिंह उपस्थित थे।
100_2590इस अवसर पर रंगकर्मी व वर्कशॉप निर्देशक उमेश कुमार चौरसिया द्वारा लिखित व निर्देशित नुक्कड़ शैली के नाटक ‘बोल जमूरे‘ का प्रभावी प्रदर्शन किया गया। नाटक में मदारी और जमूरे के मजेदार खेल के माध्यम से कहा गया कि अजमेर को सुन्दर और अनुशासित बनाने की जिम्मेदारी केवल प्रशासन की नहीं है, सभी नागरिकों की भी है। नाटक में हर्षुल मेहरा, अंकिंत शांडिल्य, रितिका गोयल, मुग्धा पांडे, सुधीर सतरावला, नितिश रावत, अभि चौहान, पावनी पांडे, निर्मल सहवाल, व अशोक कुमार ने प्रभावी अभिनय कर दर्शकों की खूब तालियां बटोरीं। संगीत हेमन्त शर्मा ने दिया तथा प्रस्तुति सहयोग कृष्णगोपाल पाराशर, अंकित शांडिल्य व महीपाल ने दिया। संचालन सहसंयोजक डॉ. पूनम पाण्डे ने किया।
दूसरे सत्र में व्यक्तित्व विकास के अनुभवी डॉ. रमेश अग्रवाल द्वारा ‘नाट्य कला और व्यक्तित्व विकास‘ विषय को लेकर प्रतिभागियों को विशेष प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि व्यवहारिक जीवन में अभिनय करना खोखलेपन को प्रकट करता है, किन्तु मंच पर अभिनय हमारे व्यक्तित्व की उत्कृष्टता को दर्शाता है। व्यक्तित्व केवल वह नहीं है जो दिखता है, वरन् बाह्य आवरण के साथ साथ कार्य-व्यवहार व कृतित्व मिलकर सम्पूर्ण व्यक्तित्व का निर्माण करते हैं। अच्छा कलाकार वही बन सकता है जो अच्छा इंसान हो। संवेदना भी वहीं निवास करती है जहां अच्छाई हो।
उमेश कुमार चौरसिया
निर्देशक व संयोजक
9829482601

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