युवाओं ने दी आकर्षक अभिनय प्रस्तुतियां

100_2783100_2750अजमेर / नाट्यवृंद थियेटर एकेडमी, अजमेर फोरम एवं इण्डोर स्टेडियम के संयुक्त तत्वावधान में 7 से 21 जून तक आयोजित की जा रही 15 दिवसीय ग्रीष्मकालीन ‘यूथ एक्टिंग वर्कशॉप (युवा अभिनय कार्यशाला)‘ में आज 15 जून, 2014 रविवार को प्रशिक्षणार्थी युवक-युवतियों ने इम्प्रोवाइजेशन शो के तहत प्रभावी अभिनय प्रस्तुतियां देकर अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित किया। रंगकर्मी उमेश कुमार चौरसिया के निर्देशन में अभिनय कौशल के गुर सीख रहे युवा कलाकारों ने अब तक के प्रशिक्षण में जितना सीखा, उसी की प्रायोगिक प्रस्तुति के रूप में आज चार समूह बनाकर लघु नाटक प्रस्तुत किये। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के निदेशक गिरीराजकृष्ण माथुर उपास्थित थे तथा कला संवर्द्धक कमलेन्द्र झा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर संदीप, डॉ रमेश अग्रवाल, पूनम पाण्डे, के जी पाराशर, अनन्त भटनागर, एस पी मिततल आदि अनेक सुधि दर्शक उपस्थित थे।
अभिनय प्रतिभा का परिचय कराया- भरतवीर चितारा, बानी, मुग्धा पाण्डे, भरत गंगवानी व रामप्रसाद के समूल ने जल है तो जीवन है नाटिका में सौ वर्ष बाद की स्थिति को दर्शाते हुए चेतावनी दी कि आज पानी नहीं बचाया तो कल पानी की एक बूंद के लिए भी तरसना पड़ेगा। गौरव सोनी, अक्ष्य चतुर्वेदी, अभि चौहान, वीनीत रावत, मोहित कौशिक व अशोक कुमार के ग्रुप ने एकता से ही देश की प्रगति नाटिका में संदेश दिया कि छोटे-छोटे विवादों को सांप्रदायिक दंगे में न बदलने दें, एक रहेंगे तो ही समाज और देश आगे बढेगा। युवराज वाही, यशराज, सुधीर सतरावला, नीतेश रावत व पावनी पाण्डे ने बुजुर्ग हमारी थाती नाटक में परिवारों में हो रही बुजुर्गाें की दुर्दशा के प्रति आगाह करते हुए बताया कि बुजुर्गाें के आशीर्वाद से ही जीवन संवर सकता है। ंअंकित शांडिल्य, शिवांगिनी शर्मा, निर्मल सहवाल, दिनेश खण्डेलवाल, अनुराग पटेल व शगुफ्ता सिद्धीकी के समूह ने कन्या है वरदान नाटक के माध्यम से घर-बाहर-ससुराल में हो रहे स्त्री के शोषण को दिखाते हुए यह संदेश दिया कि स्त्री को सक्षम बनना होगा और हर नारी को प्रण लेना होगा कि वह अपनी बेटी को वह सब न सहने दे जो उसने सहा है।
उमेश कुमार चौरसिया
निर्देशक व संयोजक
9829482601

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