पारदर्शिता में महत्वपूर्ण होगी भामाशाह योजना-देथा

भवानी सिंह देथा
भवानी सिंह देथा

अजमेर। जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने कहा कि राज्य सरकार जनसमस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करने के प्रति संवेदनशील है। सरकार की भामाशाह योजना आमजन की समस्याओं के त्वरित निस्तारण एवं सरकारी सेवाओं में पारदर्शिता, दक्षता व विश्वसनीयता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण होगी।
श्री देथा कलेक्टे्रट सभागार में राज्य सरकार की भामाशाह योजना से संबंधित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आमजन को तीन प्रकार से सेवाएं मुहैया कराई जा रही है, पहली नकद वितरण सेवाएं जिनमें नरेगा लाभ, छात्रवृत्ति, पेंशन वितरण आदि शामिल है। दूसरी गैर नकद (सामन्य) सेवाएं जिनमें अस्पताल, दवा वितरण, रोजगार पंजीकरण, पुलिस, जनकल्याण सेवाएं आदि शामिल है। तीसरी सेवा के अन्तर्गत शिकायत निवारण शामिल है। इन सेवाओं को एकीकृत लोकसेवा प्रणाली के तहत भामाशाह योजना के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।
श्री देथा ने बताया कि भामाशाह योजना के तहत भामाशाह नामांकन शिविरों के माध्यम से 5 वर्ष से अधिक आयु के समस्त निवासियों का आधार व भामाशाह नामांकन किया जाएगा। योजना के तहत प्रत्येक सामन्य नागरिक को आधार पहचान पत्र एवं प्रत्येक परिवार को परिवार पहचान पत्र प्रदान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि भामाशाह नामांकन शिविरों की प्रक्रिया जुलाई 2014 से प्रारम्भ होगी। आधार व भामाशाह का नामांकन ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत मुख्यालय तथा शहरी क्षेत्रों में वार्ड स्तर पर शिविरों का आयोजन कर किया जाएगा। ये शिविर दो दिवसीय होंगे, जिनमें आधार तथा भामाशाह नामांकन, बैंक खाता खोलना, बैंक खातों को आधार से जोडने की कार्यवाही की जाएगी।
सूचना एवं प्राद्योगिकी विभाग जयपुर की एसीपी श्रीमती सोनिया चतुर्वेदी ने कार्यशाला में डिस्प्ले प्रजेंटेशन के माध्यम से भामाशाह योजना की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि भामाशाह योजना के तहत जिला कलक्टर जिला भामाशाह प्रबंधक होंगे। ब्लॉक सांख्यिकी अधिकारी ब्लॉक भामाशाह अधिकारी होंगे। योजना का उद्देश्य राज्य के प्रत्येक निवासी के लिए प्रामाणिक व यूनिक पहचान देना, राज्य स्तर पर प्रत्येक नागरिक का डिजिटल केन्द्रीकृत और सुरक्षित डाटा प्रबंधन करना है जिससे सेवा में लाभ हो। विभिन्न सेवाओं की बिना किसी प्रकार की कागजी कार्यवाही के डिलीवरी की जा सके। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में व्यक्ति को विभिन्न सेवाओं के लिए सूचनाएं व दस्तावेज बार-बार उपलब्ध कराने पडते है, इस कारण सरकारी कार्यो में दोहराव होता है, तथा नागरिक को विभिन्न समस्याओं का सामना करना पडता है।
श्रीमती चतुर्वेदी ने बताया कि आधार पहचान के तहत दी जाने वाली सूचना नाम, लिंग, पता, बायोमेट्रिक निशान, पहचान प्रमाण पत्र, पते का प्रमाण आदि शामिल है। लेकिन भामाशाह डेटा सेट के तहत इन सूचनाओं के साथ वैवाहिक स्थिति, आय, धर्म, वर्ग, व्यवसाय, शैक्षिक योग्यता, परिवार पहचान, सामाजिक-आर्थिक स्थिति आदि सूचनाओं को भी संकलित किया जाएगा। इस डाटा बेस के आधार पर लोगों के भामाशाह कार्ड का मुद्रण कर वितरण किया जाएगा, जिसके माध्यम से वे सेवाओं का निर्बाध लाभ प्राप्त कर सकेंगे।
जिला कलक्टर श्री भवानी सिंह देथा ने इस अवसर पर उपखंड अधिकारियों, तहसीलदारों व अधिकारियों को भामाशाह नामांकन शिविरों हेतु ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर राजीव गांधी केन्द्रों पर बिजली, ब्रॉडबेंड कनेक्शन आदि व्यवस्थाओं को पुख्ता करने के निर्देश प्रदान किए।
कार्यशाला के अंत में अधिकारियों के सवालों व सुझावों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री गजेन्द्र सिंह राठौड, अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री हरफूल सिंह यादव, जिला रसद अधिकारी श्री सुरेश सिन्धी, उपखंड अधिकारी, तहसीलदार व अधिकारी मौजूद थे।

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