अरांई। अरांई पंचायत समिति के चार गांवों के तेरह ग्रामीणों के खिलाफ जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने अलग अलग थानों में मामले दर्ज करवाये। इससे सरकारी पाईपों को तोडकर अवैध कनेक्शन करने वालों में हडकम्प मच गया है। सहायक अभियन्ता जगदीश गुलानिया ने बताया कि क्षेत्र के गांवों में उच्च अधिकारियों द्वारा किये गये निरीक्षण के दौरान पूर्व में विभाग द्वारा काटे गये अवैध कनेक्शन के बावजूद दुबारा कनेक्शन करने के कारण तेरह लोगों के खिलाफ अरांई, बोराडा, व बान्दरसिन्दरी थानों में मामले दर्ज करवाये गये है।
इन लोगों के खिलाफ मामले दर्ज
सहायक अभियन्ता गुलानिया ने बताया सान्दोलिया निवासी भंवरलाल खाती, मगनलाल चुणियां, विश्राम चांगल, हरजीराम चांगल, पाण्डरवाडा निवासी कैलाश पुत्र हरकरण जाट, देवा पुत्र रामधन गुर्जर, गोपाल पुत्र रामचन्द्र जाट, झिरोता निवासी मंजू देवी जाट, गागुन्दा निवासी हरकरण रियाड, बशी खंा, रतनलाल खौथ, रामदयाल रियाड के खिलाफ मामले दर्ज करवाये गये है। अधिकारियों ने बताया कि उक्त लोगों द्वारा किये गये अवैध कनेक्शन काटने के एक माह के भीत्तर राजकीय सम्पति को नुकसान पहुंचाते हुये दुबारा कनेक्शन कर लिये।
सरपंचों के खिलाफ भी छेड़ेंगे अभियान
जलदाय विभाग के अधिकारियों ने जानकारी देते हुये बताया कि जल वितरण में जिला परिषद के आदेशों के बावजूद क्षेत्र की ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने ग्रामीण जल वितरण एवं स्वच्छता समितियों का गठन नहीं किया है। जिसके चलते तीन वर्षो में अवैध
कनेक्शन ११०० का आंकडा पार कर चुके है। विभागीय अधिकारियों ने अवैध कनेक्शनों के मामले में वोट बैंक के चलते सरपंचों की मिलीभगत करार दिया है। अधिकारियों ने बताया कि पानी को लेकर राजनीति करने वाले सरंपचों सहित अन्य अवैध कनेक् शन धारकों के खिलाफ जल्द विशेष अभियान छेड कार्यवाही की जायेगी।
-मनोज सारस्वत