इंटरनेशनल ओलिंपियाड में चमके अजमेर के छात्र

AJMER_PRAGATI PANT_INTL RANK-1_CLS-6_4th IEOअजमेर। विश्व की सबसे बड़ी ओलिंपियाड प्रतियोगिता में अजमेर के 5 छात्रों को विभिन्न कैटेगरी में स्टेट वन रैकं मिली हैं। साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन (एसओएफ) द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता में विजेताओं को राजधानी दिल्ली में लोधी रोड स्थित चिन्मय ऑडिटोरियम में एक समारोह में सम्मानित किया गया । ब्रिटिश कांउसिल और बीबीसी नॉलेज की सहभागीदारी से इस प्रतियोगिता में देश विदेश के लाखों प्रतिभावान छात्रों नें हिस्सा लिया था।
कक्षा छह की छात्रा प्रगति पंत ने इंटरनेशल इंग्लिश ओलिंपियाड में रैंक 1 हासिल कर पचास हजार रूपये जीते ।
अजमेर के जिन प्रतिभावान छात्रों नें ये कारनाम किया हैं उस पर उसके स्कूल और अभिभावकों को गर्व हैं। इंटरनेशनल ओलिपियाड में संस्कृति स्कूल से कक्षा 4 के इशान कोटवानी को स्टेट वन रैंक, प्रेजीडेंसी स्कूल से कक्षा 6 और 7 के तानसी गोयल व पूजा मुंदरा को इंटरनेशनल इंग्लिश ओलिपियाड स्टेट टू रैंक मिली हैं। जबकि कॉन्सेपट एंड कोपिटेंस सांइस एजयूकेशन एंड रिसर्च से कक्षा 9 के छात्र हिमांशु कौशिक को इंटरनेशनल मैथमेटिकस ओलिपियाड में स्टेट थ्री रैंक व सेट सटिफन सिनियर सेकेन्डरी स्कूल के कक्षा 1 की तन्मया कछावा को नेशनल सांइस ओलिपियाड में स्टेट थ्री रैंक मिली हैं। सांइस ओलिंपियाड प्रतियोगिता फरवरी में शुरु हुई जिसके कई चरण होते हैं और परिणाम मार्च में धोषित किये गए।
ओलंपियाड में भारत के 28 राज्यों के 1360 शहरो से 27000 स्कूलों के 34 लाख छात्र शामिल हुए थे. अन्यदेशो में सिंगापूर, दुबई, यू ऐ इ, मलेशिया, जापान के स्टूडेंट्स ने भी परीक्षा दी थी. इस अवार्ड्स समारोह में141 इंटरनेशनल रैंक प्राप्त छात्रों को अवार्ड्स से नवाज़ा गया जिसमें भारत के हर कोने के छात्र मौजूद थे ।
इस समारोह में अतिथि के तौर पर जस्टिस दीपक मिसरा,जज सुप्रीम कोर्ट ऑफ़ इंडिया मौजूद थे। वहीं प्रोफेसर वाई एस राजन, गणमान्य प्रोफेसर इसरो और अध्यक्ष एनआईटी मणिपुर, रिचर्ड एवर्ट निदेशकएजुकेशन कार्यक्रम, ब्रिटिश काउंसिल इंडिया मौजूद थे। स्वामी निखिलानंदा सरस्वती आचार्य चिन्मय मिशन ने विजेता छात्रों को आशीर्वाद दिया।
सुप्रीम कोर्ट के जज दीपक मिसरा ने कहा की ‘ तरक्की के लिए होसला होना जरुरी है लेकिन अपनी कमियों को पहचानना चाहिए और जीवन में महत्वकांक्षी होना चाहिए और अपनी सोच में गुणवत्ता लानी चाहिएउन्होंने कहा कीधैर्य से ही तरक्की हासिल की जा सकती है ,उन्होंने चाणक्य के अर्थशास्त्र का ज़िक्र करतेहुए कहा की ‘ जीविका चलाने के लिए धन कमाना बहुत आवश्यकं है पर धन ईमानदारी से कमाया जाये।जीवन में अपने लक्ष्य की बजाय वर्तमान में अपने कार्य पर जोर देना चाहिए । 3350 स्कूलों के 24000 छात्र स्टेट लेवल रैंक से नवाज़े गए 4,60,000 को सर्टिफिकेट दिए जायेंगे।
अवार्ड्स फंक्शन में क्लास 1 से लेकर क्लास 12 तक के तीन स्थान तक के इंटरनेशनल होल्डर कोसम्मानित कियागया, साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन चार भागो में एग्जाम कंडक्ट करता है जिसमेंशामिल है -नेशनल साइंस ओलंपियाड, नेशनल साइबर ओलंपियाड,इंटरनेशनल गणितं ओलंपियाड,इंटरनेशनल इंग्लिश ओलंपियाडइन छात्रों में दिल्ली, मुंबई, हेदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पटना, रांची,बैंगलोर, कोलकाता चेन्नई जयपुर, गोवा के छात्र सम्मिलित थे (छात्रों की लिस्ट प्रेस रिलीज़ के साथस्ल्गन है ) एस ओ ऍफ़ ने अवार्ड्स और स्कोलरशिप पर करीब दस करोड़ की राशी वितरित की है ।
इस अवसर पर एसओएफ के संस्थापक एवं एज्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री महाबीर सिंह ने कहा कि एसओएफ ने कुछ नए कार्यक्रम भी शुरू किए हैं। इनमें गल्र्स चाइल्ड स्कॉलरशिप स्कीम के तहत आर्थिकतौर पर कमजोर वर्ग की 150 प्रतिभाशाली बच्चियों के लिए 10 हजार रुपए की वार्षिक स्कॉलरशिप, अंग्रेजीभाषा में शानदार प्रदर्शन करने वाले 100 छात्रों को पांच हजार रुपए नकद की स्कॉलरशिप प्रदान करना,छात्रों को कंप्यूटिंग प्रोग्राम में शामिल होने के लिए सिंगापुर भेजना आदि प्रमुख रूप से शामिल हैं।

साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन परिचय
साइंस ओलंपियाड फाउंडेशन (एसओएफ) बीते 17 वर्षों से ये परीक्षा आयोजित कर रहा है। एसओएफ आविष्कारिक गतिविधियों और सूचना तकनीक के उपयोग से बच्चों में वैज्ञानिक सोच का विकास कर रहा है और पूरे विश्व में उपयोग में लाई जा रही लर्निंग प्रोसेस को स्टूडेंट्स तक पहुंचा रहा है। एसओएफ चारओलंपियाडपरीक्षा आयोजित करता है। इनमें एसओएफ-नेशनल साइबर ओलंपियाड (एनसीओ), एसओएफ -नेशनल साइंस ओलंपियाड (एनएसओ),एसओएफ-इंटरनेशनल मैथेमेटिक्सओलंपियाड(आईएमओ),और एसओएफ-इंटरनेशनल इंज्लिश ओलंपियाड(आईईओ) शामिल हैं। एसओएफ आईईओ को ब्रिटिश काउंसिल के सहयोग से आयोजित किया जाता है।
Sandeep Khedekar

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