‘म्हूं तो भूलगयो‘ के पूरे हुए 75 शो

2अजमेर / रंगकर्मी एवं साहित्यकार उमेश कुमार चौरसिया द्वारा लिखित राजस्थानी हास्य नाटक ‘‘म्हूं तो भूलग्यो‘‘ का 75वाँ शो मंगलवार रात्रि जिनेन्द्र मंडल के तत्वावधान में नाका मदार स्थित दिगम्बर जैन मंदिर में आयोजित सांस्कृतिक संध्या में प्रदर्शित किया गया। रंगकर्मी महेश वैष्णव के निर्देशन में प्रस्तुत इस नाटक में शैली जैन, गवली जैन, मनोज, पिंकी और विजय हल्दानिया ने प्रमुख भूमिकाएं अदा की। उल्लेखनीय है कि श्री उमेश कुमार चौरसिया द्वारा 1996 में लिखित इस नाटक ‘म्हूं तो भूलग्यो‘ को 1998 में जवाहर कला केन्द्र द्वारा राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया गया तथा 1999 में इसे राजस्थानी भाषा साहित्य अकादमी ने प्रकाशित किया। 2001 में प्रख्यात रंगकर्मी राजेन्द्र पायल के निर्देशन में इसे दूरदर्शन ने प्रसारित किया और जवाहर कला केन्द्र में लगातार तीन दिन इसके शो हुए। तब से लेकर यह नाटक संतोष सोनी, डॉ सुनील माथुर, योबी जॉर्ज, राजू कुमार, यशराज, अरूण गौड इत्यादि अनेक निर्देशकों द्वारा जयपुर, बीकानेर, जोधपुर, उदयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, सूरत, मुम्बई सहित देशभर में विविध स्थानों पर मंचित होता रहा है। अजमेर व आस-पास के अधिकांश विद्यालयों व महाविद्यालयों में इसके प्रदर्शन हुए है। फिलीपीन्स के मनीला में भी यह नाटक राजस्थानी समाज द्वारा मंचित किया गया है। इस प्रकार देशभर में लोकप्रिय इस लघु नाटक ने अधिकतम 75 शो का एक कीर्तिमान हासिल कर लिया है।
-उमेश कुमार चौरसिया
निर्देशक ‘नाट्यवृंद‘
संपर्क-9829482601

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