-सुमित सारस्वत- ब्यावर के निकट भरकाला गांव में मंगलवार को गुफा के बाहर दो पैंथर शावक खेलते हुए मिले। जिन्हें गांव का चरवाहा इन्दर काठात अपने साथ घर ले आया। पैंथर शावकों को देखने के लिए ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। गांव के लोगों ने पैंथर के बच्चों को दुलार करते हुए पानी पिलाया। पैंथर शावक मिलने की इत्तला पाकर ब्यावर वन विभाग की टीम रेंजर भंवरसिंह के साथ गांव पहुंची। ग्रामीणों ने दोनों शावक वन विभाग को सौंप दिए। गांव के रोशन काठात ने बताया कि गांव में बीते कुछ समय से एक पैंथर भेड़-बकरियों का शिकार कर रहा है। यह शावक भी पैंथर की गुफा के बाहर मिले हैं। क्षेत्र में पैंथर की मौजूदगी से ग्रामीणों में दहशत है। वहीं जानकारी के अभाव में वन अधिकारी ने इन्हें जंगली बिल्ली के बच्चे बताया है। रेंजर का कहना था कि बुधवार को विशेषज्ञों से प्रजाति की जांच करवाई जाएगी। इसके बाद इन्हें जयपुर जू भिजवाया जाएगा। आपको बता दें कि वन विभाग की लापरवाही के कारण ब्यावर में बीते दस माह के भीतर छह पैंथर ग्रामीणों का शिकार बन चुके हैं।