संस्कार उत्सव है युवा महोत्सव- प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी

30वें पश्चिमी क्षेत्र अन्र्तविश्वविद्यालय युवा महोत्सव का शुभारंभ
pro p3 governer photo 19-11-2014pro p1 governer photo 19-11-2014pro p2 governer photo 19-11-2014अजमेर। हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी ने कहा कि युवा महोत्सव के दौरान विभिन्न प्रदेशों से आए छात्र-छात्राएं एक दूसरे की संस्कृति व संस्कारों से रूबरू होते हंै। अत: ऐसे कार्यक्रम संस्कार उत्सव है, जिनमें युवाओं की भावनाओं को दिशा देने हेतु विविध विधाओं के कार्यक्रम आयोजित होंगे।
प्रो. सोलंकी आज महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में आयोजित 30वें पश्चिमी क्षेत्र अन्र्तविश्वविद्यालय युवा महोत्सव के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि युवा महोत्सव कार्यक्रम वास्तव में संस्कारों का उत्सव है, ऐसे आयोजन में शामिल होकर युवाओं को शरीर, मन, बुद्घि व आत्मा से परिपूर्ण व्यक्ति बनने का अवसर प्राप्त होता। महोत्सव के दौरान विभिन्न विधाओं से संबंधित कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को सांस्कृतिक, साहित्यिक व शैक्षणिक गतिविधियों के माध्यम से अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का भी अवसर प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि वे इस खोज में लगे है कि 21वीं सदी के भारत का निर्माण कहां हो रहा है, और उनकी यह खोज युवा महोत्सव जैसें कार्यक्रम में परिपूर्ण होती है जहां विभिन्न प्रान्तों से विविध भाषाओं, संस्कृति के विद्यार्थी एक-दूसरे से सांस्कृतिक व वैचारिक आदान-प्रदान कर राष्ट्रीय एकता का मार्ग प्रशस्त करते है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को युवाओं से काफी अपेक्षाएं है, वे पूरे विश्व को भारत के युवाओं के हुनर व काबिलियत से परिचय करवाना चाहते है। इसी कारण वे युवाओं को स्किल डवलपमेंट कार्यक्रम में माध्यम से हुनरमंद बनाकर पूरे विश्व भारत की युवा शक्ति को स्थापित करना चाहते हंै।
प्रो. सोलंकी ने बताया कि आबादी के लिहाज से चीन दुनिया का सबसे बडा देश है, लेकिन वहां 24 वर्ष से कम आयु के युवाओं की संख्या 26 करोड है। लेकिन भारत में 24 वर्ष से कम आयु वाले युवाओं की संख्या 35 करोड है, जो इस बात का परिचायक है कि देश युवा शक्ति से परिपूर्ण है। आज देश के युवाओं को अन्त:करण से विशाल बनाकर परिपूर्ण मानव बनाने की आवश्यकता है, जिसमें युवा महोत्सव जैसे आयोजन महत्वपूर्ण स्थान रखते है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1863 में भारत के युवा स्वामी विवेकानन्द ने अमेरिका के शिकागों में आयोजित विश्व धर्म सम्मेलन में अपने ओजस्वी भाषण से जिस तरह देश का नाम रोशन किया था, उसी प्रकार 21वीं सदी के भारतीय युवा भी पूरे विश्व में समृद्घ व स्वस्थ भारत के स्वप्न को साकार करेंगे।
शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि युवा महोत्सव का आयोजन अजमेर के लिए गौरव की बात है, ऐसे कार्यक्रम के दौरान सम्पूर्ण देश की संस्कृति का दर्शन एक ही स्थान पर हो जाता है। उन्होंने कहा कि मदस विश्वविद्यालय देश में अपना विशिष्ठ स्थान रखता है, हाल ही में उन्होंने विश्वविद्यालय में सिन्धुपीठ की स्थापना के लिए केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्रीमती स्मृति ईरानी से मिलकर 2 करोड के अनुदान की मांग की थी, जिस पर उनका सकारात्मक रूख रहा है। उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को उनकी बौद्घिक, साहित्यिक व सांस्कृतिक विरासत से परिचय कराने में युवा महोत्सव काफी अहम स्थान रखते हैं। देश के युवा विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति के पथ पर तेज गति से अग्रसर है क्यांकि युवा का उल्टा शब्द वायु होता है और वायु की गति से सभी परिचित हैं। उन्होंने इस महोत्सव को सामूहिकता व सद्भाव से राष्ट्रीय एकता के पर्व के रूप में मनाने की बात कही।
एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज के संयुक्त सचिव श्री सेमसन डेविड ने बताया की अजमेर में आयोजित युवा महोत्सव में पश्चिम क्षेत्र के 4 प्रदेशों से 36 विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राएं भाग ले रहे हंै। यह आयोजन मानवीय व सांस्कृतिक गतिविधियों का समागम है, जहां युवा एक-दूसरे से वैचारिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान के माध्यम से रूबरू होते है।
मदस विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. कैलाश सौडानी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि वैश्वीकरण के दौर में पूरा विश्व हमारे देश के युवाओं की योग्यता से परिचित होना चाहता है, ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं के वैचारिक व चारित्रिक उत्थान को बल मिलेगा। उन्होंने कहा कि वे तीर्थ नगरी अजमेर में विभिन्न प्रदेशों से आए छात्र-छात्राओं का अभिनन्दन करते हंै, साथ ही उन्हें विश्वास है कि देश का युवा महापुरूषों की प्रेरणा व अपनी संास्कृतिक धरोहर के माध्यम से भारत को विश्वगुरू बनाने में सहगामी बनेगा।
इससे पूर्व अधिष्ठाता छात्रसंघ कल्याण प्रो. प्रवीण माथुर ने पांच दिवसीय युवा महोत्सव के तहत होने वाले विविध कार्यक्रमों की रूपरेखा प्रस्तुत की। इसके पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी व कुलपति कैलाश सौडानी ने राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह को स्मृति चिन्ह के रूप में सम्राट पृथ्वीराज चौहान की तस्वीर भेंट की। इस अवसर पर किशनगढ विधायक श्री भागीरथ चौधरी, शिक्षाविद्, अधिकारी, छात्र-छात्राएं व गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी का स्वागत
हरियाणा के राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सौलंकी के आज सुबह किशनगढ एयरस्ट्रिप पर पहुंचने पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री श्रीमती अनिता भदेल, स्थानीय विधायक श्री भागीरथ चौधरी, कलक्टर डॉ. आरूषि ए. मलिक ने स्वागत व अभिनन्दन किया।

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