दो दिन बाद समाप्त हुई केदियो की भूख हड़ताल

एएसपी पवन मीणा ने कहा समझार्इश के बाद देर शाम कैदियों ने खाया खाना
मांग पत्रा पर चर्चा की गयी चर्चा, कुछ मांगें मानी गयी
jailअजमेर। जेल प्रशासन की कथित चौथ वसूली को लेकर अजमेर केंद्रीय  कारागार के कैदियों की भूख हडताल मंगलवार दूसरे दिन भी जारी रही वह° जेल प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुये कैदियों से निर्धारित मुलाकात टाल देने से बाहर से आने वाले मुलाकातियों को परेशान होना पडा। जेल सूत्राों ने बताया कि देर शाम कारागृह में बंद सभी कैदियों ने खाना खा कर हडताल समाप्त कर दी है।
कारागार कैदियों की भूख हडताल की गूंज होनें पर मंगलवार अपरान्ह बाद उदयपुर से  उप पुलिस महानिरीक्षक जेल यू एन छानवाल ने यहां पहुचंकर कैदियों से बातचीत की, लेकिन चार घंटे तक चली बैठक का नतीजा निकलता नही दिख रहा है, हालांकि कार्यवाहक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर पवन मीणा ने दावा किया कि बातचीत के बाद कैदियों ने खाना खा लिया ।
मीणा ने बताया कि कैदियों ने अपनी मांगों के समर्थन में एक ज्ञापन में दिया है। जिसमें सर्दी को देखते हुये जेल प्रशासन से मिलने वाली कम्बल और कपडों की व्यवस्था करने, अच्छा खाना देने, संबंधी कर्इ मांगे शामिल है। उन्होंने कहा कि जेल मेन्युअल के तहत कैदियों को सुविधा उपलब्ध करायी जा रही है। उनके द्वारा सा®पे गये मांग पत्रा से कुछ मांगें मान ली गयी है और कुछ मांगों पर चर्चा जारी है।
उदयपुर से आये जेल पुलि महानिरीक्षक ने पत्राकारों से बातचीत करने से इंकार करते हुये कैदियों की भूखहडताल के बारे में कुछ भी  जानकारी नही दी । कैदियों की भूख हडताल के मददेनजर जेल प्रशासन ने सख्ती बरतते हुये आज कैदियों के परिजनों से बातचीत नही करायी। इसके कारण पंजाब, हरियाणा और राज्य के जोधपुर सहित दूर दूर से आने वाले मुलाकातियों को परेशानी का सामना करना पडा। इनमें बाहर आये अधिकांश मुलाकाती समाचार लिखे जाने तक जेल के बाहर बैठे हुये है और वे भी जेल प्रशासन और अधिकारियों  से मिलना चाहते है, लेकिन जेल प्रशासन ने अभी तक अनुमति नही दी है।
उल्लेखनीय है कि अजमेर क¬द्रीय कारागार कैदियों ने जेल प्रशासन द्वारा कैदियों से अच्छे खाने के लिये अतिरिक्त वसूली करने, मुलाकात कराने  और सुविधा के नाम पर अवैध वसूली का आरोप लगाते हुये कल से भूख हडताल कर रखी है। कैदियों ने कल भी नाश्ता और खाना नही खाया और आज सवेरेे भी नाश्ता सहित खाने का बहिष्कार कर रखा था। वहीं जेल प्रशासन का कहना है कि अचानक निरीक्षण में बैरकों में मिले हीटर हटाने और सख्ती बरतने के कारण कैदियों द्वारा निराधार आरोप लगाये जा रहे है।
सुमित कलसी

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