आॅनलाईन एवं आॅफ लाईन से आयी प्रविष्टियों से किया चयन
तीन सर्वश्रेष्ठ एवं सात सांत्वना पुरस्कार
अजमेर। स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूलों को प्रतीकात्मक पहचान दिलाने के उद्देष्य से राज्य सरकार ने उसका प्रतीक चिन्ह (लोगो) निर्धारित किया है।
शिक्षा राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने बताया कि स्वामी विवेकानंद के ओजस्वी व्यक्तित्व पर आधारित इस ‘लोगो’ का उपयोग ही अब प्रदेष के समस्त स्वामी विवेकानंद राजकीय माॅडल स्कूलों से संबंधित गतिविधियों, प्रकाषनों एवं अन्य कार्यों में अधिकृत रूप से किया जाएगा। इस प्रतीक चिन्ह में स्वामी विवेकानंद जी के जीवन से बालक को अज्ञान से ज्ञान की ओर ले जाने का संदेष दिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेष के स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूलों में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमाएं भी लगाई जाएगी ताकि वहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को उनके गौरमवयी व्यक्तित्व, आदर्ष जीवन से सदा प्रेरणा मिलती रहे।
प्रो. देवनानी ने बताया कि स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूलों के लोगो का चयन राजस्थान माध्यमिक षिक्षा परिषद् द्वारा प्रदेषभर से आॅनलाईन और आॅफ लाईन प्रतियोगिता के माध्यम से आमंत्रित प्रविष्टियों के आधार पर किया गया है। जो प्रविष्टियाॅं लोगों के लिए प्राप्त हुई, उन सभी में से सर्वश्रेष्ठ का चयन माध्यमिक षिक्षा परिषद् द्वारा राज्य स्तर पर गठित चयन समिति द्वारा किया गया था। लोगो के लिए आॅनलाईन और आॅफलाईन से प्राप्त प्रविष्टियों में से सर्वश्रेष्ठ का चयन सागवाड़ा, डूंगरपुर निवासी के.के. सोमपुरा के बनाए प्रतीक चिन्ह का किया गया।
राजस्थान माध्यमिक षिक्षा परिषद् के अतिरिक्त आयुक्त श्री श्याम लाल गुर्जर के अनुसार राजस्थान परिषद् द्वारा स्वामी विवेकानंद माॅडल स्कूलों के लिए अधिकृत किए जाने वाले ‘लोगो’ के लिए जिन सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों का चयन किया गया, उन्हें नकद राशि प्रदान कर पुरस्कृत भी किया जाएगा। तीन सर्वश्रेष्ठ रही प्रथम, द्वितीय और तृतीय प्रविष्टि विजेताओं को 10 हजार, 7000 एवं 5000 रू. राषि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा वरीयता के आधार पर सात प्रविष्टियां सांत्वना पुरस्कार के लिए चयनित की गई है। इन्हें 1000-1000 रूपये की राषि सांत्वना पुरस्कार स्वरूप प्रदान की जाएगी। तीन सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों में प्रथम पुरस्कार डूंगरपुर, सागवाड़ा निवासी के.के. सोमपुरा के प्रतीक चिन्ह को, द्वितीय मानसरोवर निवासी क्यूटी शर्मा के लोगो को तथा तृतीय पुरस्कार स्वामी विवेकानंद राजकीय माॅडल स्कूल, सूरतगढ़ द्वारा बनाकर भेजे गए लोगो को घोषित किया गया है।
