अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेषक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने कहा है कि डिस्कॉम क्षेत्र में छीजत कम करने के लिए माइक्रो स्तर पर योजना बनाकर क्रियान्वित की जाएगी। इसके लिए अभियंताओं को अधिक छीजत वाले उपखण्डों को गोद दिया जाएगा ताकि वे प्रभावी मॉनिटरिंग कर छीजत को कम कर सके।
प्रबंध निदेषक बुधवार को डिस्कॉम कार्यालय सभागार में आयोजित अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्य अभियंता से लेकर अधिषाषी अभियंता तक के अधिकारी गोद लिए गए उपखण्ड़ क्षेत्र का माह में दो बार भ्रमण कर उसकी रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को प्रेषित करेगें। तत्पष्चात् प्रत्येक माह के प्रथम शनिवार को मुख्यालय पर आयोजित बैठक में उसकी समीक्षा की जाएगी। अभियंता द्वारा भेजी जाने वाली द्वितीय रिपोर्ट मुख्यालय पर आयोजित होने वाली बैठक के सप्ताह भर पूर्व प्राप्त हो जानी चाहिए।
प्रबंध निदेषक ने कहा कि खराब मीटरों को बदलने का कार्य प्राथमिकता से किया जाए। इसमें बड़े उपभोक्ता जिनके पास अधिक लोड़ वाले कनेक्षन है उनके खराब मीटर तत्काल बदलें जाए। उन्होंने कहा कि डिस्कॉम क्षेत्र में कई नए जीएसएस बने है लेकिन कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है ऐसे जीएसएस को प्रारंभ करें तथा जो जीएसएस अपूर्ण है उन्हें शीघ्र पूर्ण करें ताकि लोगों को गुणवत्तापूर्ण बिजली उपलब्ध हो सकें।
उन्होंने कहा कि बिलिंग का कार्य समय पर हो तथा बिल फोटोयुक्त उपलब्ध कराया जाए। यदि बिलिंग कम्पनी फोटोयुक्त बिल उपलब्ध नहीं करवाती है तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाई की जाए। उन्होंने कहा कि बकाया वसूली पर अभियंता पूर्ण ध्यान दें इसके लिए प्रत्येक माह तीन पुराने तथा बडे़ उपभोक्ता से वसूली पर पूर्ण ध्यान दिया जाए। इसी प्रकार बिजली चोरी की सतर्कता जांच कार्य में भी भरी जाने वाली वीसीआर पूर्ण सावधानी से भरी जाए यदि वीसीआर भरने में किसी प्रकार की गड़बड़ी पायी गयी तो संबंधित अभियंता के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी।
प्रबंध निदेषक ने कहा कि नए उपभोक्ताओं को डिमाण्ड नोटिस जारी करने का कार्य निर्धारित मापदण्ड़ों के अनुसार किया जाए। इसके लिए माइक्रो स्तर पर कार्य किया जाएगा। जिसमें आईटी विंग के सहयोग से एक जीआईएस बनाया जाएगा। जिसमें एलटी लाईनों का समावेष भी होगा। उन्होंने कहा कि पदार्थ प्रबंधन का कार्य पारदर्षी तरीके से हो। इसके लिए प्रत्येक आईटम की कोड़िंग होगी तथा मैटेरियल की उपलब्धता की सूचना ऑनलाईन रहेगी। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सहायक अभियंता के पास नेट सुविधा रहेगी। साथ ही ऐसा मैटेरियल जो अनावष्यक रूप से अन्यत्र स्थानों पर पड़ा है उन्हें तत्काल स्टोर में जमा कराया जाए।
उन्होंने निर्देष दिए की ऐसे 11 केवी के जीएसएस जिन पर वीसीबी नहीं लगी हैं वहां तत्काल वीसीबी लगाए। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की सभी स्थानों पर कमी न रहें इसके लिए समायोजन का कार्य भी शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी टीम भावना से कार्य करें तथा सरकार की योजनाओं की प्रभावी क्रियान्विति सुनिष्चित करें। उन्होंने कहा कि पावर फॉर ऑल योजना के तहत सभी को 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराना तथा अविद्युतीकृत क्षेत्र को विद्युतीकृत करने का कार्य प्राथमिकता से किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग हो, जीएसएस से सेपरेट फीडर निकालने, सभी जगह वीसीबी एवं रोस्टर स्विच लगाने का कार्य समयबद्धता के साथ किया जाए। वहीं लोसेज को कम करने तथा उपभोक्ताओं में बिजली की बचत के प्रति वातावरण तैयार करने का कार्य भी किया जाए।
बैठक में सभी अभियंताओ ने लोसेज कम करने एवं बिजली बचत के सुझाव दिए। इस मौके पर निदेषक वित्त श्री नरेन्द्र कुमार माथुर, मुख्य अभियंता श्री बी.एस. रत्नू (अजमेर), श्री आर. पी. सुखववाल (उदयपुर), श्री के. पी. वर्मा (झुंझुनूं), श्री बी. एम. भामू (वाणिज्य), उपमुख्य अभियंता श्री डी.के. शर्मा (आई.टी.), सचिव (प्रषासन) श्रीमती मेघना चौधरी, मुख्य लेखाधिकारी श्री एस.एम. माथुर (एटीबी), श्री एम.के. जैन (राजस्व), टी ए श्री मुकेष बाल्दी सहित समस्त अधीक्षण अभियंता, अधिषाषी अभियंता एवं संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।
