जोडऩे का काम करता है हिंदू धर्म

संत रामप्रसाद महाराज ने दिया सामाजिक एकता का संदेश, ग्रामीण विकास व पंचायतीराज मंत्री सुरेंद्र गोयल ने की शिरकत
b 1b 2b4b 5ब्यावर। बीएम अग्रवाल परिवार की ओर से बोहरा गार्डन में आयोजित श्री शिव महापुराण कथा के दूसरे दिन कथावाचक संत रामप्रसाद महाराज ने शिवलिंग के प्राकट्य व रहस्य पर प्रकाश डालते हुए महत्व बताया। उन्होंने कहा कि भगवान शिव का आदि-अनादि स्वरूप ही शिवलिंग है। शून्य, आकाश, अनंत, ब्रह्माण्ड और निराकार परमपुरूष का प्रतीक होने से इसे लिंग कहा गया है। पुराणों में इसे प्रकाश स्तंभ, अग्नि स्तंभ, ऊर्जा स्तंभ, ब्रह्माण्डीय स्तंभ भी कहा गया है। स्वयं प्रकट होने वाले बाहर शिवलिंगों को ज्योतिर्लिंग पुकारा जाता है। पंचाक्षर मंत्र ओम नम: शिवाय: का जाप करने से संकट दूर होते हैं।
संतश्री ने सामाजिक एकता का संदेश देते हुए कहा कि ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्व व शूद्र सनातन संस्कृति के चार अंग हैं। ब्राह्मण शिक्षक, क्षत्रिय रक्षक, वैश्य पोषक व शूद्र सेवक है। इनमें से एक भी कम हुआ तो समाज व संस्कृति का संतुलन बिगड़ जाएगा। हिंदू धर्म तोडऩे का नहीं, जोडऩे का काम करता है। संत ने दान का महत्व बताते हुए कहा कि पात्र व्यक्ति को ही दान करना चाहिए। पतन से बचाने वाला पात्र होता है। साधना के मार्ग में पतन का कारण अहंकार है। माता-पिता, गुरु व भगवान की कृपा व सेवा अहंकार से दूर रखती है। कथा के मध्य भजनों पर श्रोता झूम उठे। भगवान विष्णु व नारद मुनि के संवाद का सजीव झांकी के जरिए मंचन किया गया। ग्रामीण विकास व पंचायतीराज मंत्री सुरेंद्र गोयल, गोविंद गोयल, रमेश भारद्वाज, मुकेश अग्रवाल, कैलाश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, पुरूषोत्तम अग्रवाल, अविनाश गर्ग, मोहित जैन, मनीष जैन, राहुल वर्मन, राहुल सांखला, रामप्रसाद मित्तल, अनिल कटारिया, महेश गर्ग ने संतश्री से आशीर्वाद लिया। गुरुवार को राजगढ़ भैरवधाम के मुख्य उपासक चंपालाल महाराज श्री शिव महापुराण कथा में पधारेंगे।
Sumit Saraswat

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