मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण व प्रमाणीकरण हेतु राष्ट्रीय अभियान
मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित
अजमेर, 3 मार्च। मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण व प्रमाणीकरण हेतु राष्ट्रीय अभियान के तहत जिले में 3 मार्च से 31 जुलाई तक सघन अभियान चलाया जाएगा। अभियान के तहत मतदाताओं की दोहरी प्रविष्टियों की समाप्ति, दोहरे पहचान पत्रा, अशुद्धियों को शुद्ध करने एवं आधार कार्ड नम्बर का अंकन मतदाता सूची में करने का कार्य किया जाएगा।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री बंशीलाल मीणा की अध्यक्षता में मान्यता प्राप्त राजनैनिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक में उक्त जानकारी दी गई। श्री मीणा ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण व प्रमाणीकरण हेतु राष्ट्रीय अभियान के 3 मार्च से 31 जुलाई 2015 तक आयोजित होगा। इस अभियान के दौरान जिले में 20 जनवरी 2015 को अंतिम रूप से प्रकाशित मतदाता सूचियों में विद्यमान अशुद्धियों, मतदाताओं की दोहरी प्रविष्टियों, मतदाताओं को जारी दोहरे पहचान पत्रा आदि को शुद्ध करने एवं आधार कार्ड नम्बर का अंकन मतदाता सूची व वोटर आईडी कार्ड पर किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अभियान के दौरान मतदाता सूचियों में पंजीकृत मतदाताओं के आधार कार्ड नम्बर, मोबाइल नम्बर व ई-मेल आईडी आदि सूचनाएं निर्धारित प्ररूप परिशिष्ट-ए में बूथ लेवल अधिकारियों के माध्यम से संकलित की जाएगी। परिशिष्ट-ए के साथ आधार कार्ड तथा वोटर आईडी कार्ड की छाया प्रति भी संलग्न की जानी है। जिससे उक्त सूचनाओं का मतदाता सूची के डाटाबेस में समावेश किया जा सके। भारत निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सघन अभियान के तहत जिले में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी द्वारा प्रत्येक बूथ पर बीएलओं की नियुक्ति एवं मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों द्वारा बूथ लेवल अभिकर्ता की नियुक्ति 15 मार्च 2015 तक की जाएगी। इसी क्रम में आगामी 12 अप्रेल 2015, 10 मई 2015, 14 जून 2015 एवं 12 जुलाई 2015 को रविवार के दिन मतदान केन्द्र पर आयोजित होने वाले विशेष शिविर में बूथ लेवल अधिकारियों द्वारा प्रातः 9 से सांय 6 बजे तक मतदाताओं से निर्धारित प्ररूप में सूचनाओं का संकलन किया जाएगा। जो मतदाता शिविर में उपस्थित नही हो पाएंगे उनसे घर-घर जाकर सूचनाएं एकत्रित की जाएगी।
निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण पदाधिकारी व उपखंड अधिकारी श्री संजय कुमार माथुर ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा तेलंगाना व आन्ध्रप्रदेश में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर फर्जी वोटर संबंधी समस्या के समाधान हेतु मतदाता पहचान पत्रा को बायोमेट्रिक पद्धति पर आधारित आधार कार्ड नम्बर से जोड दिया गया। जिससे दोहरी प्रविष्ठियां, दोहरे पहचान पत्रा जैसी समस्याओं का समाधान हुआ है। इसी क्रम में इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। उन्होंने बताया कि मतदाता सूचियों के शुद्धिकरण व प्रमाणीकरण की यह सतत प्रक्रिया है, स्वीप कार्यक्रम द्वारा भी जिला स्तर पर उक्त कार्यक्रम की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
श्री माथुर ने बताया कि मतदाता का दो स्थानों पर वोटर लिस्ट में नाम होना गैरकानूनी है, इस संबंध में निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाताओं को स्वतः घोषणा की सुविधा दी गई है जिसका लाभ अभियान के दौरान उठाया जा सकेगा। मतदाता फार्म संख्या-7 के माध्यम से अपनी इच्छानुसार किसी भी एक स्थान से नाम हटवाने के लिए आवेदन कर सकते है। क्योंकि आधार संख्या से वोटर कार्ड जुडने पर उक्त दोहरी प्रविष्ठियों की आसानी से पहचान की जा सकेगी।
राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके पास वर्ष 2013-14 की मतदाता सूचियां है अतः नवीनतम अपडेटेड मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाए। साथ ही उन्होंने वोटर आईडी कार्ड के साथ आधार कार्ड नम्बर अंकन प्रक्रिया की सराहना करते हुए कहा कि इससे चुनावों पारदर्शिता को बढावा मिलेगा।
इस अवसर पर भाजपा के श्री जयकिशन पारवानी, सीपीआई(एम) के श्री के.डी शर्मा, कांग्रेस के बीरम सिंह रावत, बहुजन समाजवादी पार्टी के श्री कालूराम फुलवारी, पूनमसिंह चैहान, नागेश कुमार शर्मा एवं अधिकारीगण मौजूद थे।