9 से 27 मार्च तक चलेगा विशेष सफाई अभियान

अभियान को बनाएं जनांदोलन- डाॅ. भटनागर
अजमेर में किए जाएंगे विशेष प्रयास -डाॅ. मलिक
धर्मेन्द्र भटनागर
धर्मेन्द्र भटनागर

अजमेर, 3 मार्च। राज्य सरकार द्वारा आगामी 9 से 27 मार्च तक विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा। अभियान के दौरान शहरों की साफ-सफाई के साथ ही स्वच्छ भारत मिशन के तहत सामुदायिक व पब्लिक टाॅयलेट का निर्माण तथा ठोस कचरा प्रबंधन की कार्ययोजना तैयार की जाकर क्रियान्वयन किया जाएगा। संभागीय आयुक्त डाॅ. भटनागर ने संभाग के चारों जिलों के  अधिकारियों को अभियान में व्यक्तिगत दिलचस्पी लेकर इसे एक जनांदोलन के रूप में चलाए जाने के निर्देश दिए हैं।

राज्य सरकार द्वारा आगामी 9 से 27 मार्च तक चलाए जाने वाले विशेष सफाई अभियान  की तैयारियों को लेकर आज संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेन्द्र भटनागर की अध्यक्षता में संभागीय आयुक्त कार्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता करते हुए डाॅ. भटनागर ने कहा कि विशेष सफाई अभियान राज्य सरकार का महत्वपूर्ण अभियान है। इससे हर व्यक्ति को जुड़ना चाहिए तथा पूरे मन से सहयोग देना चाहिए।
डाॅ. भटनागर ने कहा कि सफाई अभियान के तहत शहर को संगठित और असंगठित क्षेत्रा में बांटकर कार्य किया जाए। सरकारी कार्यालय, बैंक, स्कूल, काॅलेज एवं अन्य संगठित क्षेत्रा में सफाई के लिए संबंधित संस्थाओं को भी प्रेरित कर सहयोग लिया जाए। असंगठित क्षेत्रा में लोागें को जागरूक कर सफाई की जाए। अधिकारी सफाई अभियान को अपने घर और मोहल्ले की सफाई के रूप में लें। अभियान में जनता को भी सीधे तौर पर जोड़ा जाए तो इसे जनांदोलन बनाया जा सकता है।
संभागीय आयुक्त ने संभाग के चारांे जिलों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अभियान के तहत शहरी क्षेत्रा में घूमने वाले लावारिस पशुओं का भी पर्याप्त बंदोबस्त किया जाए ताकि आम आदमी को राहत मिल सके। अभियान में सड़को के साथ ही रेलवे स्टेशन, बस स्टेण्ड एवं अस्पताल की सफाई को भी शामिल किया जाए।
aarushi a malik thumbअजमेर जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने कहा कि अजमेर में अभियान के लिए सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए है। अजमेर नगर निगम क्षेत्रा में प्रत्येक वार्ड में सफाई एवं कार्य की निगरानी की विशेष व्यवस्था की जाएगी। जिले के अन्य क्षेत्रों में भी सफाई की विशेष व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में जयपुर से आए अतिरिक्त मुख्य अभियंता श्री ललित कारोल, अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री रमेश चन्द सोलंकी, नगर निगम के सी.ई.ओ. श्री सी.आर.मीना, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री हरफूल सिंह यादव, ब्यावर उपखण्ड अधिकारी श्री भगवती प्रसाद कलाल, श्री नारायण लाल मीणा,डाॅ. कृति शर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
यह कार्य होंगे अभियान में 
संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेन्द्र भटनागर ने बताया कि अभियान के तहत नगर निकाय क्षेत्रों में पड़े हुए पुराने कचरे व मलबे को चिन्हित कर उसको साफ करवाया जाएगा। प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेन्ट हेतु प्रभावी व्यवस्था एवं प्लास्टिक कैरी बैग्स की रोकथाम व जब्त करने की कार्यवाही की जाएगी। शहर के एंट्री पाॅइन्टस व मुख्य बाजारों में पड़े हुए कचरे-मलबे के ढेरों को हटाया जाएगा।
आमजन में स्वच्छता व सफाई के प्रति जन जागरूकता उत्पन्न करने हेतु कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि स्वच्छता के बारे में समस्त शिक्षण संस्थाओं, राजकीय कार्यालयों, सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं, गैर सरकारी संगठनों के माध्यम से सार्वजनिक स्थानों पर जनजागरण कार्यक्रम आयोजित कर अधिकाधिक संख्या में आम जन की इस कार्यक्रम में भागीदारी बढ़ाई जाएगी।
  इस कार्यक्रम के दौरान समस्त सरकारी कार्यालयों, स्कूलों, काॅलेजों, अस्पताल, डिस्पेंसरीज के परिसरों को साफ सुथरा रखने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया जाएगा।  शहर की सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों को जिले की नगर निकायों में मार्गदर्शक अधिकारी के रूप में नियुक्त किया जाएगा। ये मार्गदर्शक अधिकारी संबंधित निकायों की सफाई व्यवस्था का नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे व व्यवस्था में पायी गई कमियों की ओर ध्यान आकर्षित कर व्यवस्था में सुधार करवायेंगे।
डाॅ. भटनागर ने बताया कि अभियान के क्रियान्वयव के लिए जिले के प्रत्येक नगरीय निकाय की जोनवार/वार्डवार कार्य योजना बनायी जाएगी। कचरा उठाने हेतु आवश्यकतानुसार किराए पर वाहन यथा-आॅटो ट्रीपर, टेªक्टर-ट्रोली, डम्पर, जेसीबी, साइकिल रिक्शा, हैण्डकार्ट आदि लगाए जाएंगे। अस्थायी तौर पर सफाई कर्मी नियोजित किए जाएंगे। दैनिक सफाई हेतु जिन क्षेत्रों में अब तक सफाई कर्मी नहीं लगाए गए है, वहां सफाई कार्य हेतु सफाईकर्मी लगाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि व्यस्तम बाजारों व घनी आबादी क्षेत्रों में रात्रि कालीन सफाई एवं कचरा उठाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा तथा प्रातःकालीन सफाई व्यवस्था नियमित रूप से सुनिश्चित की जाएगी। आबादी क्षेत्रा में एकत्रित कचरे को दो पारियों में हटाया जाएगा एवं पुनः कचरा आने की स्थिति में मोबाईल टीम गठित कर कचरा हटाया जाएगा। समाचार-पत्रों व इलेक्ट्रोनिक मीडिया में विज्ञप्ति जारी करते हुए घर/दुकानों/प्रतिष्ठानों/रेस्टोरेन्ट्स व ढ़ाबों आदि के सामने कचरा नही फैलाने व अनिवार्य रूप से कचरा पात्रा रखे जाने हेतु पाबंद किया जाएगा। इसको बावजूद भी गंदगी फैलाने वालों के विरूद्ध नोटिस जारी कर शास्ति लगाने की कार्यवाही की जाएगी। शहर में विभिन्न स्थानों पर पड़े मलबे को हटाये जाने हेतु नगर सुधार न्यास, शहरी विकास प्राधिकरण व अन्य विभागों का सहयोग लिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि नगर निकायों में स्थित सार्वजनिक शौचालयों एवं मूत्रालयों की प्रभावी सफाई व मरम्मत का कार्य नगर निगम द्वारा शीघ्र करवाया जाएगा। शहर में नये सार्वजनिक शौचालय व मुत्रालय (महिलाओं के लिए अलग) बनाने के लिए स्थान चिन्ह्ति करते हुए कार्ययोजना तैयार की जाएगी। शहरों में विभिन्न स्थानों पर नवीन सार्वजनिक शौचालय व मूत्रालय निर्माण हेतु कार्ययोजना तैयार की जाएगी। उक्त शौचालयों व मूत्रालयों का सुलभ इंटरनेशनल संस्था या अन्य किसी स्थानीय संस्था, बूथ आधार पर विज्ञापन अधिकार देते हुए निर्माण व रखरखाव करवाया जा सकता है। टाॅयलेट्स में पानी व रोशनी की समुचित व्यवस्था होगी।
आवारा पशुओं को पकड़ने का कार्य नगर निकायों के स्तर पर अथवा आउटसोर्स करते हुए करवाया जाएगा। यदि आवश्यक हो तो इस कार्य हेतु कार्ययोजना तैयार कर विभाग को प्रेषित करेंगे। शहरी क्षेत्रा में व्यवसाय करने वाले स्ट्रीट वेण्डर्स को व्यवस्थित करने के लिए ‘वेण्डिंग जोन‘ व ‘नो वेण्डिंग जोन‘ घोषित करने हेतु जगह का चिन्ह्किरण किया जाएगा। शहर की सार्वजनिक प्रकाश व्यवस्था को सुचारू रूप से चालू करने के लिए नगर निकाय मुख्यालय पर हैल्पलाईन, कन्ट्रोल रूम आदि की स्थापना कर पार्षदगण, विकास समितियों से प्राप्त शिकायतों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाएगा।
संभागीय आयुक्त ने बताया कि शहरों में बंद पड़े फव्वारों को चालू करवाया जाएगा। शहरों के मुख्य चैराहों, पार्को, आईलेण्ड्स के सौंन्दर्यकरण व रखरखाव का कार्य इच्छुक निजी संस्था/बैंक/एन.जी.ओ. के माध्यम से गोद देकर करवायंे जा सकते हैं। सड़कों के किनारे व रोड़ डिवाईडर के मध्य में लगे वृक्षों, झाडि़यों व पौधों की कटाई-छंटाई का कार्य सुनिश्चित किया जाएगा। डिवाईडर में लगे पौंधो के मध्य पड़े कचरे व प्लास्टिक की थैलियों को हटाया जाएगा। पेयजल पाईप लाईन के लीकेज को रोकने के लिए शहर की पाईप लाईनों के लीकेज का सर्वे करवाया जाकर सूची जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग का उपलब्ध कराई जाएगी।
शहर में चल रहे रेन बसेरों में रहने वाले लोगों के लिए समुचित आवश्यक व्यवस्थायें विशेष तौर से महिलाओं के रहने के लिए अलग से व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा दिए गए अनुदान से रेन बसेरे में रियायती दर/निःशुल्क भोजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी।
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