बडे कुल की रस्म में भारी तादाद में जायरीन होंगे शामिल

022aa2aअजमेर। ख्वाजा गरीब नवाज का 803वें उर्स बुधवार को बडे कुल की रस्म अदायगी के साथ ही औपचारिक रुप से सम्पन्न हो जाएगा। अंजुमन सैयद जादगान के सचिव व उर्स संयोजक हाजी सैयद वाहिद हुसैन चिश्ती अंगाराशाह ने बताया कि शुक्रवार को सुबह साढे आठ बजे मजार शरीफ पर गुस्ल की रस्म अदा होगी, इस दौरान अकीदतमंद गुलाब जल व केवडे से कुल के छीटे देंगे और दरगाह शरीफ के विभिन्न स्थानों की धुलाई करेंगे। गुस्ल के दौरान सुबह करीब एक घन्टे के लिए आस्ताना शरीफ आम जायरीनों के लिए बंद रहेगा। दरगाह शरीफ में छीटे देने की होड जायरीनों में गुरुवार की रात से ही शुरु हो जाएगी।
इस बार ख्वाजा साहब का उर्स तीन टुकडों में भरा। चांदरात से जो जायरीन अजमेर आए वो 2 रज्जब को जुम्मे की नमाज पढकर वापस अपने गतंव्य के लिए प्रस्थान कर गए। 3 रज्जब से 5 रज्जब तक अजमेर आए जायरीन 6 रज्जब को छोटे कुल की रस्म अदाकर वापस लौट गए। अब 6 रज्जब के बाद जो जायरीन अजमेर आए वो अब बुधवार को होने वाले बडे कुल की रस्म व जुम्मे की नमाज में शिरकत कर वापस लौटेंगे।

बडे कुल की महफिल आहता-ए-नूर में आज :
विश्व प्रसिद्ध सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 803वें उर्स के मुबारक मौके पर आहता-ए-नूर दरगाह शरीफ में उर्स की नवीं बडे कुल की महफिल का आयोजन रात साढे नौ बजे किया जायेगा।
यह जानकारी देते हुए ख्वाजा साहब के गद्दीनशीन एस. एफ. हसन चिश्ती ने बताया कि महफिल की शुरुआत पवित्र कुरान की आयात से की जायेगी। नात-ए-पाक का नजराना पेश किया जायेगा। ख्वाजा साहब की शान में मनकबत का नजराना पेश किये जायेंगे। महफिल-ए-कव्वाली की शुरुआत दरगाह के शाही कव्वाल असरार हुसैन और उसके साथी करेंगे। इस अवसर पर हैदराबाद, दिल्ली, मुबई एवं जयपुर सहित देश के मशहूर कव्वाल अपने-अपने कलाम ख्वाजा साहब की शान में पेश करेंगे। साथ ही पाकिस्तान से आए हुए कव्वाल भी ख्वाजा साहब की शान में अपने-अपने नजराने पेश करेंगे। बाद फातेहा के मुल्क की खुशहाली व मौजूद जायरीनों के लिए दुआ की जायेगी एवं तबर्रुख बांटा जायेगा।
अन्जुमन यादगार की ओर से भी होंगे आयोजन :
अन्जुमन यादगार के संयुक्त सचिव एस. नसीम अहमद चिश्ती ने बताया कि अन्जुमन की जानिब से बड़े कुल के मौके पर बुधवार को मजार शरीफ गुस्ल की रस्म अदा की जाएगी। जौहर की नमाज के बाद सन्दली मस्जिद में कुरान ख्वानी होगी व लंगर का आयोजन किया जाएगा।

पाक जायरीनों का अंजुमन सैयदजादगान ने किया अभिनन्दन :
ख्वाजा साहब के 803वें उर्स में भाग लेने आए पाकिस्तानी जत्थे का मंगलवार को अंजुमन सैयदजादगान की ओर से अभिनन्दन किया गया, दरगाह स्थित महफिल खाने में आयोजित अभिनन्दन समारोह में अन्जुमन सैयदजादगान की ओर से पाकिस्तानी जत्थे में शामिल सभी 433 पाक जायरीनों व उनके साथ आए पाक दूतावास के दो अधिकारियों का माल्यार्पण व दस्ताबन्दी कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर अंजुमन की जानिब से सभी पाक जायरीन को स्मृति चिन्ह व तबर्रुख भेंट किए गए। अंजुमन की ओर से सदर हाजी सैयद हिसामुद्दीन नियाजी, उपाध्यक्ष हाजी सैयद कलिमुद्दीन चिश्ती, हाजी सैयद मुसरफ चौधरी, सचिव हाजी सैयद वाहिद हुसैन अंगाराशाह, सदस्य हाजी सैयद जान मोहम्मद, हाजी सैयद नजीर अली ने पाक जायरीन का इस्तेकबाल किया। पाक जायरीन जत्थे के प्रमुख ने अंजुमन द्वारा उनके स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हुए भारत व पाक के बीच अच्छे व मजबूत रिश्ते की कामना की।
इस बार भी नगर निगम की ओर से नहीं हुआ पाक जायरीनों का स्वागत :
हर वर्ष उर्स मेले के मौके पर नगर निगम द्वारा पाक जायरीन जत्थे का नागरिक अभिनन्दन किया जाता था, लेकिन विगत पांच वर्ष से नगर निगम द्वारा इस परम्परा का निर्वाहन बंद कर दिया गया है। पिछले दो साल से तो किन्हीं कारणों से पाक जायरीनों का जत्था उर्स में शामिल होने के लिए भारत नहीं आ पा रहा था। दो वर्ष के अन्तराल के बाद इस बार पाक जायरीन का जत्था उर्स में भाग लेने के लिए अजमेर आया है। ऐसी प्रबल सम्भावना थी कि नगर निगम के कांग्रेस का बोर्ड होने के चलते विशाल पैमाने पर नगर निगम द्वारा अपनी पुरानी परम्पराओं को बरकरार रखते हुए पाक जत्थे का अभिनन्दन समारोह पूर्व की भांति विजयलक्ष्मी पार्क में आयोजित किया जाएगा, लेकिन मेयर व निगम की उदासीनता के चलते अभिनन्दन समारोह का आयोजन सिर्फ संभावना ही बन कर रह गया।

पाक जत्था हुआ रवाना :
पाक दूतावास के दो अधिकारियों सहित 431 जायरीनों पर आधारित पाकिस्तानी जायरीनों का जत्था 803वें उर्स में शिरकत कर मंगलवार रात भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्पेशल ट्रेन से दिल्ली के लिए रवाना हो गया। पाक जायरीन का यह जत्था उर्स में शामिल होने के लिए 22 अप्रेल को स्पेशल ट्रेन से ही दिल्ली से अजमेर पहुंचा था। मंगलवार रात 7 बजे जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन की चाक-चौबन्द सुरक्षा व्यवस्था के बीच पाक जत्थे को बसों के जरिए रेलवे स्टेशन लाया गया पाक जायरीन के रेलवे स्टेशन पर आने से पहले रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाते हुए एक नं. प्लेटफार्म पर आमजन का आवागमन रोक दिया गया। प्लेट फार्म के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा कर्मी मोर्चा सम्भाले हुए थे। पूरे स्टेशन की डॉर स्पाईल तथा एन्टीस्पोटेका टीम से जांच करवाई गई। रात 8 बजे बड़े गमगीन माहौल में पाक जत्थे ने अजमेर से विदाई ली। इस अवसर पर जिला प्रशासन की ओर से पाक जत्थे के समन्वयक जिला रसद अधिकारी सुरेश सिंधी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण सतीशचन्द्र जांगिड़ व सीआईडी विशेष जोन के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र सिंह चौधरी भी मौजूद रहे।

प्रशासन की ओर से चढ़ाई जाएगी शुकराने की चादर :
सूफी संत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के 803वें उर्स के तहत कल बड़े कुल की रस्म होगी। इसके साथ ही उर्स का औपचारिक समापन भी हो जाएगा। जिला प्रशासन द्वारा बुधवार शाम 5 बजे शुकराने की चादर पेश की जाएगी।
मेला मजिस्ट्रेट हरफूलल सिंह यादव ने मंगलवार को बड़े कुल की रस्म की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि बड़े कुल की रस्म के साथ ही उर्स का भी औपचारिक समापन होगा। उर्स के सफल एवं निर्विघ्न आयोजन के लिए जिला प्रशासन द्वारा कल ख्वाजा साहब की दरगाह पर शुकराने की चादर पेश की जाएगी।
सभी फोटो:किशोर सोलंकी

सुमित कलसी
9784710100

error: Content is protected !!