राजगढ़ धाम पर नशा त्यागने उमड़ा भक्तो का जन सैलाब

rajgarhअजमेर 17 मई। गांव राजगढ़ स्थित श्री मसाणिया भैरव धाम पर मुख्य उपासक श्री चम्पालाल जी महाराज ने रविवार को प्रातःकाल 3.00 बजे बाबा भैरव, माँ कालिका और मनोकामना पूर्ण स्थम्भ की पूजा अर्चना की। तत्पश्चात प्रदेशभर से आये सभी श्रद्वालुओ को मन्दिर परिसर में प्रवेश दिया गया।
रविवार को सहायक आयुक्त देवस्थान कृष्ण कुमार खण्ड़ेलवाल भी दर्शन करने पहुचें। धाम की ओर से खण्ड़ेलवाल का स्वागत किया गया। सहायक आयुक्त खण्ड़ेलवाल ने कहा कि इस धाम की सबसे अनुठी विशेषता यह लगी की यहाँ किसी भी प्रकार का दान, चन्दा-चढ़ावा नहीं लिया जाता और न ही किसी भी प्रकार का कोई गुप्तदान लिया जाता है। उन्होने बताया कि धाम पर आने के लिये मुझे काफी लोगों ने कहा लेकिन जब तक भगवान का बुलावा नहीं हेाता तब तक कोई धाम पर नहीं पहुंच सकता आज मेरा बुलावा आया और मैं राजगढ़ धाम चला आया। महाराजश्री नशा मुक्ति का अभियान चला रहे है जो कि बहुत बड़ा परोपकार का और पुनीत कार्य है।
रविवार को राजगढ़ धाम चम्पालाल महाराज ने आये हुए सभी श्रद्वालुओं को नशा मुक्ती का संकल्प दिलाया जिसमें स्त्री व पुरूष दोनों ही थे और कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेश दिया। चम्पालाल महाराज ने प्रदेशभर से आये सभी श्रद्वालुओं को अपने वचन सुनाने से पूर्व सर्वप्रथम कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेश दिया और कहा कि आज के इस कलियुग में सम्पूर्ण मनुष्य जाति को मां, बहिन, पत्नि चाहिए तो बेटी क्यों नहीं चाहिए। उन्होने कहा कि बेटी भाग्य विधाता से अपना भाग्य स्वयं लिखाकर लाती है, चूकि बेटी लक्ष्मी का रूप होती है और लक्ष्मी को किसी की पहचान और सहारे की जरूरत नहीं वह स्वय अपने आप में ही पर्याप्त होती है। महाराज ने आये हुये श्रद्वालुओं को स्वेच्छा से रक्तदान करने के लिये भी प्रेरित किया और बताया कि रक्त का दान करने से शरीर में रक्त की कमी नहीं होती है बल्कि नया रक्त बन जाता है। महाराज ने कहा कि जब बाबा आपका मात्र एक चिमटी के सेवन से सारे असाध्य रोगो का निवारण करते है और कर सकते है तो क्या एक इंसान अपना रक्त दान करके दूसरे इंसान का जीवन नहीं बचा सकता। महाराज ने गौरक्षा और पानी बचाओ का सन्देश भी दिया। महाराज ने कहा कि नशा नाश का कारण और नशा अपराध की जड़ है, नशे से परिवार बिगड़ता है। राष्ट्र और परिवार के खुशहाली की पहचान नशा मुक्त हो हर इंसान।
रविवार को भैरव धाम पर सहायक आयुक्त देवस्थान कृष्ण कुमार खण्ड़ेलवाल के सानिध्य में प्रदेशभर से पहुंचे लगभग बीस हजार लोगो में से 1500 लोगो ने नशा मुक्ती का संकल्प लिया। जिसमें श्रद्धालु बीड़़ी, सिगरेट, गुटका, शराब, चोरी, अपराध आदि को बाबा के चरणों में छोड़कर जाते है। रविवार को राजगढ़ भैरव धाम में मेले से बढ़कर माहौल नजर आया। प्रदेशभर से आये सभी श्रद्वालुओं ने ज्योती के दर्शन किये व मत्था टेक कर एवं मनोकामना पूर्ण स्थम्भ की परिक्रमा लगाकर सुख समृद्धी की कामना की। साथ ही पर्यावरण की दृष्टी से आये हुये श्रद्वालुओं वृक्षारोपण के लिये भी प्रेरित किया। महाराज ने आये हुये श्रद्वालुओं को स्वेच्छा से रक्तदान करने एवं कन्या भ्रूण हत्या को रोकने का संदेश दिया। साथ ही पर्यावरण की दृष्टी से श्रद्वालुओं को वृक्षारोपण के लिये भी प्रेरित किया। महाराज ने बाल विवाह महाअभिषाप है, बाल विवाह को रोकने और गौ रक्षा करने का संदेश भी दिया। महाराज ने आने वाले भविष्य को उज्जवाल बनाने के लिये आये हुए सभी भक्तों को बिजली बचाओ व पानी बचाने के लिये भी प्रेरित किया। गाय हमारी माता है, हिन्दु धर्म में गाय को प्रथम माता के रूप में पूजा जाता है, इसलिये हमें गायों की रक्षा करनी चाहिए और उनको बचाना चाहिए।
अविनाश सैन
भैरव धाम, राजगढ़
मों.9829223268
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