पुष्कर सरोवर में मिटटी रहित पर्याप्त मात्रा में जल लाने वाले तीनों फीडरों तथा इन्लेटों में जमा मिटटी व इनकी मरम्मत हेतु – ए डी ए द्वारा आज निविदा जारी कर दी गई –
पुष्कर की जनता में अपने तीर्थ के प्रति जो जाग्रति और चिंता पीड़ा पिछलें 10 दिनों से जी सेवा व समर्पण भाव से उभर कर आई हैं उसी का परिणाम हैं कि सरकार ने भी जनता की भावनाओं की कद्र करते हुवे अपनी भी नींद उड़ा चिर प्रतीक्षित सरोवर के फीडरो की डिसिल्टिंग व मरम्मत कार्य हेतु गत 12/3/2015 को ए डी ए की बजट मीटिंग में स्वीकृत 20 लाख के प्रावधान का विधिवत टेंडर निविदा आज निकाल दी हैं । जो की शोर्ट टर्म रखी जाकर 5 जून को खोली जाकर उसी दिन कार्य प्रारम्भ किये जाने के आदेश भी हो जाने चाहिए।
फीडरों की सफाई व मरम्मत के कार्य को समय पर व प्राथमिकता से करवाएं जाने के लिए पुष्कर के जागरुक नागरिको व मिडिया की पहल ने इस कार्य को सरकार की नजरों में अति आवश्यक व महत्व पूर्ण बना दिया था । जागरूक जनता की सामूहिक आवाज व लोक तन्त्र के चोथे स्तम्भ टी वी . प्रिंट मिडिया ने फीडरों में जमा गंदगी व मिट्टी व टूट फुट की वास्तविक हकीकत को एक अभियान चलाकर सार्वजनिक किये जाने के बाद जनप्रतिनिधि व सरकार हरकत में आई और इसका परिणाम यह हुवा की माननीय विधायक महोदय द्वारा फीडरों की सफाई मरम्मत हेतु ए डी ए की बजट मीटिंग में स्वीकृत कराई राशि के टेंडर विभाग ने त्वरित गति से आगे बढ़ाकर इसकी शार्ट टर्म निविदा आज कर दी गई । इस प्रयास में हम मामूली लोगों ने जो कि पुष्कर राज की सेवा समिति के सदस्य भी हैं ने फरवरी माह से लेकर पिछले आठ दस दिनों से लगातार ए डी ए में जाकर सफाई मरम्मत के लिए स्वीकृत राशि के टेंडर जितनी जल्दी हो सके निकाले जाने के लिए सम्बन्धित अधिकारीयों व विधायक महोदय से लगातार सम्पर्क बनाएं रखा । देर आये दुरुस्त आये । जागरूक जनता की आवाज और मिडिया की हलचल ने सरोवर के फीडरों की सफाई व मरम्मत कार्य को मानसून पूर्व समय पर हो जाने में अपनी सार्थक भूमिका निभा खुद जागकर सरकार को जगा इस पवित्र कार्य को आसान बना दिया । हमे उन सभी जागरूक लोगों मिडिया व कार्मिको का धन्यवाद एवं आभार प्रकट करना चाहिए जिन्होंने अपना समय देकर तीर्थ राज के प्रति निष्ठा समर्पण व सेवाभाव के जज्बे के साथ स्वच्छ पुष्कर – स्वच्छ सरोवर के अभियान को सफल बनाने में नि:स्वार्थ भाव से हर पल दिन रात लगे हुवे हैं ।
कुछ एक परिश्रमी लोग अपने कार्य के प्रति निष्ठा वान होकर लगे रहे तो – इतिहास की धारा बदल देते हैं ।
अरुण पाराशर – सदस्य – जिला निगरानी समिति -राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना