बाल संस्कार शिविर से विद्यार्थियों को मिलतें हैं संस्कार

IMG-20150624-WA0062IMG-20150624-WA0060अजमेर 24 जून (वि.)। भारतीय सिन्धु सभा की ओर से झूलेलाल मन्दिर नाका मदार में चल रहे सिन्धी बाल संस्कार षिविर के समापन अवसर पर निर्मलधाम के स्वामी आत्मदास ने आर्षीवाद देते हुये ऐसे षिविरों के माध्यम से विद्यार्थियों को सिन्धी भाषा, संस्कृति के साथ संगीत के षिक्षा मिलती है और स्वस्थ रहने के लिये योग की षिक्षा मिलने से आत्मरक्षा होती है। सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने कहा कि राज्य भर में चल रहे षिविरों के माध्यम से 5000 से ज्यादा विद्याथर््िायों ने लाभ लिया है जिसमें पंचायत के पदाधिकारियों के साथ धार्मिक संस्थाओं का पूरा सहयोग मिला है।
षिविर प्रभारी पुष्पा साधवाणी ने बताया कि 70 बच्चों को षिविर में जोडकर आयोजन किया गया। सिन्धी गीतों का ज्ञान घनष्याम भगत ने करवाई जिससे विद्यार्थियों ने सिन्धी अबाणी ब्ोली………… ज्योतियन वारो झूलेलाल…………….. ठार माता ठार…………… जो खीर पिये सो वीर थिये……………. सिन्धी लाद्ा रख संदली ते पेर मुहिंजा मोर लाद्ा………….. की प्रस्तुति का मन मोह लिया।
महानगर मंत्री महेष टेकचंदाणी ने बताया कि पांचवे षिविर में भाग लेने वाले विद्यार्थियों को स्मृति चिन्ह व प्रषस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोहन तुलस्यिाणी ने करते हुये सिन्धु सभा की ओर से संस्कारों के लिये सदैव प्रयास किये जाते रहे हैं और महापुरूषों के जीवन से प्रेरणा लेने की बात कही।
सिन्धी षिक्षा समिति के अध्यक्ष भगवान कलवाणी, पार्षद खेमचन्द नारवाणी, मोहन कोटवाणी, दयाल षेवाणी, हरीष केवलरामाणी सहित मन्दिर सेवाधारी कमला वाधवाणी, हरदेवी छतवाणी, निम्मा रूपाणी, लीना मोतियाणी, रेखा तोतवाणी, सीता पागराणी, राजकुमार सोनी व दयाल कलवाणी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।
कार्यक्रम का ष्षुभारंम ईष्टदेव झूलेलाल, सिन्ध के मानचित्र व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया

महेष टेकचंदाणी
महानगर मंत्री
मो0 9419631477

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