डोडा पोस्त व्यसनियों के जीवन को संवारने का संदेश

beawar samacharब्यावर,7 जुलाई। चिकित्सा विभाग की ओर से ब्यावर उपखण्ड कार्यालय परिसर स्थित सभागार में एसडीओ नमित मेहता की अध्यक्ष्ता में कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला के माध्यम से डोडा पोस्त व्यसनियों का जीवन संवारने केलिए सम्भागियों को सार्थक जानकारी देकर राजकीय अमृत कौर चिकित्सालय में होरहे आठ दिवसीय डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर में अधिक से अधिक डोडा पोस्त व्यसनियों को लाभान्वित करवाकर उनके द्वारा दैनिकी जीवन में सहन की जारही आर्थिक , शारीरिक व मानसिक परेशानियों से निज़ात दिलाने में सहयोगात्मक भूमिका निर्वहन की जरूरत पर बल दिया गया।
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए एसडीओ नमित मेहता ने कहा कि डोडा पोस्त का व्यसनी घातक नशे का आदी हो जाता है जिसके फलस्वरूप उसे न केवल आर्थिक परेशानियां उठानी पड़ती है बल्कि वह शारीरिक एवं मानसिक रूपसे भी भयंकर कष्ट उठाने को विवश हो जाता है। अतः सरकार द्वारा नया सवेरा कार्यक्रम ऐसे व्यसनियों के हितार्थ संचालित किया है। जिसके तहत डोडा पोस्त व्यसनियों का जीवन संवारने के सार्थक प्रयास किये जारहे हैं। इसी क्रम में क्षेत्रान्तर्गत डोडा पोस्त व्यसनियों के हितार्थ आठ दिवसीय डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में चिकित्सा/उपचार निःशुल्क रूपसे किया जाकर ऐसे पीड़ितों को राहत पहुंचायी जाएगी। इसलिए डोडा पोस्त नशा के व्यसनियों को जागरूकता केसाथ लाभान्वित कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शिविर में तैनात संबंधित चिकित्सक अपने स्वःविवेक से जरूरतमंद व्यसनियों के हितार्थ स्वास्थ्य की दृष्टि से उपयुक्त कार्यवाही कर सकेंगे और शिविर प्रयोजन से प्रशासन द्वारा पुलिस जाब्ता सहित अन्य व्यवस्था बनाये रखने में सहयोग दिया जाएगा।
कार्यशाला में नोडल अधिकारी एवं जवाजा बीसीएमओ डॉ0एन0एल0 मेहरडा ने शिविर कार्यक्रम की रूपरेखा एवं तत्संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी दी। बीसीएमओ जवाजा पद से हालही सेवानिवृत हुए डॉ. सी0एल0परिहार ने डोडा पोस्त व्यसनियों के हितार्थ विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइड लाईन एवं ब्यावर उपखण्ड क्षेत्रा में आयोजित डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर गतिविधियों सहित विभिन्न क्रियाकलापों के बारे में विस्तृत जानकारी देतेहुए शिविर आयोजन को सफल बनाने की दिशा में अपना अनुभव बांटा। ब्यावर आबकारी विभाग की इंसपेक्टर पूजा यादव ने बताया कि वर्तमान विभाग में करीब 80 डोडा पोस्त परमिटधारी हैं। सरकार की ओर से एक अप्रेल 2016 से डोडा बिक्री बंद कर दी जाएगी।इस दृष्टि से ब्यावर में होरहे निःशुल्क डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर आयोजन की महत्ता स्वतः सिद्ध है।
एनजीओ जन चेतना मंच के पदाधिकारी एडवोकेट महेन्द्र कुमार बोहरा एवं ब्यावरखास पंचायत के सरपंच विजेन्द्र सिंह रूपपुरा ने डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर को सफल बनाने हेतु रचनात्मक सुझाव देते हुए शिविर हेतु समुचित सहयोग हेतु आश्वस्त किया।
कार्यशाला में डोडा पोस्त नशा के व्यसनियों ने भी अपनी व्यथाएं एवं गत शिविर के अनुभव सुनाएं। कार्यशाला में सरपंच सर्वश्री श्रवण सैन (गोहाना),नबाबुद्ीन(रूपनगर),ताज मोहम्मद (जालिया -द्वितीय) एवं श्रीमती मुनी देवी (सरवीना), डोडा पोस्त व्यसनियों में से मंजीत (करणपुरा-पाली), नारायणसिंह (जेतगढ पीसांगन), गोरधन जाट (सरमालिया), मिठू, नेनूसिंह व रूपा सिंह (ब्यावरखास)इत्यादि व्यसनी तथा आबकारी विभाग की निरीक्षक पूजा यादव व कालू सिंह चौहान,पुलिस विभाग के एर्स.आइ. देवेन्द्र वर्मा , चिकित्सा अधिकारियों में ,डॉ. सी.पी. सैन ( किशनपुरा), डॉ. दिनेश जैन व डॉ.राजेन्द्र तापड़िया (एकेएच) व जवाजा के बीपीएम आशीष मोदी, अजय जैन सहित अन्य सम्भागी उपस्थित थे।
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एकेएच ब्यावर में आठ दिवसीय डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर
ब्यावर, 7 जुलाई। राजकीय अमृत कौर चिकित्सालय ब्यावर में आगामी 14 जुलाई तक चलने वाला आठ दिवसीय डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर मंगलवार से शुरू हो गया। नोडल अधिकारी बीसीएमओ खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी जवाजा डॉ0 एन0एल0 मेहरडा ने बताया कि आठ दिवसीय शिविरान्तर्गत डोडा पोस्त का नशा करने वाले व्यसनियों को निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। जो व्यक्ति भर्ती रहकर उपचार प्राप्त करेंगे उनके रहने, खाने की व्यवस्था भी निःशुल्क रहेगी। सभी मरीजों को औषधियां चिकित्सा विभाग की ओर से निःशुल्क उपलब्ध करायी जाएगी।
बीसीएमओ डॉ0 मेहरड़ा के अनुसार डोडा पोस्त नशा मुक्ति शिविर में मनोरोग विशेषज्ञ डॉ0 दिनेश कुमार जैन, तथा अन्य चिकित्सकों में डॉ0 राजेन्द्र तापड़िया, डॉ0 दिनेश मेहरा व डॉ0 महेश हिमानी सेवाएं दे रहे हैं। शिविर में प्रथम दिवस मंगलवार को सायं 5 बजे तक 152 ओपीडी व्यक्तियों का पंजीयन हुआ इनमें से 17 को शिविर हेतु भर्ती करने की कार्यवाही करली गई।
ब्यावर आबकारी इंसपेक्टर पूजा यादव के अनुसार गत वर्ष 120 परमिटधारी थे। वर्तमान विभाग में करीब 80 डोडा पोस्त परमिटधारी हैं। निरीक्षक के मुताबिक सरकार की ओर से एक अप्रेल 2016 से डोडा बिक्री बंद होने को है। अतः डोडा पोस्त नशाकर्मियों के नवजीवन प्रदान करने की दृष्टि से राजकीय अमृतकौर चिकित्सालय में आयोजित किया जारहा आठ दिवसीय डोडा पोस्त नशा मुक्ति निशुल्क शिविर आयोजन अपने आप में महत्वपूर्ण है।

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