जी हा आपको यह सुनकर आश्चर्य हो रहा होगा लेकिन हकीकत यही हे लोग किस हद तक गिर जाते हे उसका एक ताजा उदाहरण यह भी हे हिन्दुओ के इस पावन तीर्थस्थल पर लोग पैसा कमाने के लिए अपना स्तर इतना नीचे गिरा देते हे जिसकी आप और हम कल्पना भी नही कर सकते ।पुष्कर में कई ऐसी संस्थाये बन रखी हे जो सिर्फ कागजो में चल रही हे जो गऊशाला के नाम पर अपनी दुकाने चला रहे हे ।सरकार से गऊशाला के नाम पर सस्ती दरों में जमीन हासिल करने वाले यह लोग आज इसका उपयोग पैसा कमाने में लगा रखे हे जबकि यह कागजो में गऊशाला के नाम पर जानी जा रही हे इन गऊशाला में गाये कम इंसान ज्यादा रह रहे हे ।जिनसे हर माह किराये के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती हे।यही नही यह लोग जगह जगह जाकर गऊशाला के नाम पर रसीदे काटकर चन्दा भी इकट्टा कर रहे हे जो गायो का पेट नही पालकर अपने परिवारो का पेट पाल रहे हे अगर इनकी प्रशासन जाँच पड़ताल करे तो कई फर्जी संस्थाओ का फंडाफोड़ हो जायेगा।और ऐसी फर्जी संस्थाये बनाकर गऊशाला के नाम पर चंदा इकट्टा करने वालो के खिलाफ सख्त कार्यवाही भी होनी चाहिए ।
फ़ोटो-यह देखिये उदाहरण के लिए एक गऊशाला जिसमे गायो की जगह इंसान किरायेदार के रूप में निवास कर रहे हे ।
अनिल पाराशर संपादक बदलता पुष्कर
