चिकित्सक आदर्श कार्य को उत्साह से निभाएं

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित

जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक संस्थागत प्रसव के लक्ष्यों की प्राप्ति व उत्कृष्ठ कार्य हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सराधना के चिकित्सक को प्रशस्ति पत्रा देकर सम्मानित करते हुए।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक संस्थागत प्रसव के लक्ष्यों की प्राप्ति व उत्कृष्ठ कार्य हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सराधना के चिकित्सक को प्रशस्ति पत्रा देकर सम्मानित करते हुए।
अजमेर 27 जुलाई । जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने कहा कि चिकित्सक का पद आदर्श व परोपकार के भाव से परिपूर्ण है, इस कार्य को उत्साह व उमंग के साथ निभाएंगे तो वांछित लक्ष्यों की प्राप्ति कर पाएंगे।
डाॅ. मलिक आज जिला कलेक्टेªट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक को संबोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वाथ्य विभाग आमजन से सीधे तौर पर जुडा हुआ है, अतः चिकित्साधिकारी आमजन से संबंधित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु संवेदनशील व सजग होकर कार्य करें।
उन्होंने जिले में संस्थागत प्रसव, परिवार कल्याण के वांछित लक्ष्यों की समीक्षा करते हुए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्तर्गत चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की जानकारी ली एवं निर्देश दिए। डाॅ. मलिक ने संस्थागत प्रसव के लक्ष्यों की प्राप्ति व उत्कृष्ठ कार्य हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सराधना व झिरोता के चिकित्सकों को प्रशस्ति पत्रा देकर सम्मानित करते हुए कहा कि अगर उत्साह व परिश्रम से कार्य किया जाए तो कोई भी लक्ष्य असंभव नही है। इस अवसर पर उन्होंने संस्थागत प्रसव के लक्ष्यों की प्राप्ति में पिछडे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जवाजा, श्रीनगर, पुष्कर, बान्दनवाडा व सावर आदि को लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु सजग होकर कार्य करने की बात कही।
इस अवसर पर कलक्टर डाॅ. मलिक ने राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन, कायाकल्प योजना, आशा सहयोगिनी की स्थिति, परिवार कल्याण कार्यक्रम, मुख्यमंत्राी निशुल्क दवा योजना, मुख्यमंत्राी निशुल्क जांच योजना, पीसीपीएनडीटी, शुभलक्ष्मी योजना, शिशु स्वास्थ्य, मोबाइल यूनिट एवं बायोमेडिकल वेस्ट मेनेजमेंट के संबंध में विस्तृत जानकारी ली व निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. राजेश खत्राी ने बताया कि जिले में शहरी स्वास्थ्य केन्द्रों हेतु कोटडा व जेपी नगर में भूमि का आवंटन किया जा चुक है, ब्यावर व किशनगढ में 3 शहरी स्वास्थ्य केन्द्र हेतु स्थान चिन्ह्ति कर लिया गया है। नसीराबाद में एक शहर स्वास्थ्य केन्द्र हेतु स्थान चिन्ह्ति किया जाना है। जिले में 232 महिला आरोग्य समितियों के लक्ष्य को पूर्ण करते हुए 209 के बैंक खाते खोले गए है। साथ ही उन्होंने बताया कि शहर की कच्ची बस्तियों में व दूरस्थ क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किए गए है, जिसके तहत लांेगिया, गुर्जर धरती, कोटडा, धानका बस्ती में आमजन को शिविर के तहत सेवाएं दी गई। साथ ही उन्होंने बताया कि जिले में मुख्यमंत्राी निशुल्क जांच योजना के तहत कुल 2 लाख 24 हजार से अधिक निशुल्क जांचे की गई है, मुख्यमंत्राी निशुल्क दवा योजना के तहत दवाओं का पर्याप्त स्टाॅक उपलब्ध है।
आरसीएचओ श्री रामलाल चैधरी ने संस्थागत प्रसव के लक्ष्यों की विस्तृत जानकारी देते हुए गत बैठक की अनुपालना रिपोर्ट प्रस्तुत की। डाॅ. ओमप्रकाश टेपण ने पीसीपीएनडीटी अधिनियम के तहत जिले में संचालित सोनाग्राफी सेन्टर की जानकारी देते हुए बताया कि जिले में कुल 104 सोनोग्राफी सेन्टर पंजीकृत है जिनमें से 16 सरकारी एवं 88 निजी है। उन्होंने बताया कि जिले में संचालित सोनाग्राफी सेन्टर पर एक्टिव टेªकर की व्यवस्था है एवं नियमित निरीक्षण भी किया जा रहा है।
इस अवसर पर डाॅ. मलिक ने जिले के विभिन्न सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों को कायाकल्प योजना के तहत भागीदार होकर स्वच्छ व आदर्श सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनने की बात कहते हुए विभागीय लक्ष्यों को पूर्ण ना करने पर नियमानुसार कार्यवाही की बात भी कही।
बैठक में अतिरिक्त चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. लक्ष्मण हरचंदानी समेत कई अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।

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