अजमेर, 6 अगस्त। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के सतर्कता दलों द्वारा बिजली चोरी रोकने के लिए की गई प्रभावी कार्यवाही के तहत चालू वित्तीय वर्ष के जून माह तक कुल 25 हजार 802 स्थानांे पर छापामार कार्यवाही की जाकर 11 हजार 858 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी है।
निगम के प्रबन्ध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने बताया कि बिजली चोरी रोकने के लिए चालू वित्तीय वर्ष के जून माह तक की गई कार्यवाही के तहत बिजली चोरी के सामने आए मामलों में एक हजार 33 प्रकरणों मे पुलिस में प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफ.आई.आर) दर्ज करायी जाकर 18 व्यक्तियों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि जिन स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गयी है वहां उपभोक्ताओं पर 21 करोड़ 42 लाख 9 हजार रूपए का जुर्माना किया गया है। जिनमें से 7 करोड़ 62 लाख 21 हजार रूपए मौके पर ही वसूली की गई है।
प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि निगम क्षेत्रा के जिलांे में बिजली चोरी की सर्वाधिक एफ.आई.आर. नागौर मंे 169 दर्ज करायी गयी है। जबकि अजमेर शहर सर्किल में 154, चितौड़गढ़ में 131, झुंझुनू में 118, सीकर वृत में 116, उदयपुर में 82, अजमेर जिला वृत में 71, भीलवाड़ा में 58, प्रतापगढ़ में 43, बांसवाड़ा में 40, राजसमन्द में 39 तथा डूंगरपुर में 12 प्रकरण दर्ज कराए गए है।
उन्होने बताया कि बिजली चोरी के प्रकरणों में उपभोक्ताओं से वसूली गई जुर्माना राशि सर्वाधिक सीकर वृत में एक करोड़ 37 लाख 19 हजार रूपए हुई जबकि झुंझुनूं में एक करोड़ 5 लाख 42 हजार रूपए, उदयपुर में 94 लाख 50 हजार रूपए, अजमेर शहर वृत में 90 लाख 7 हजार रूपए, भीलवाड़ा में 76 लाख 9 हजार रूपए, नागौर वृत में 76 लाख 26 हजार रूपए, राजसमन्द में 51लाख 2 हजार रूपए, चितौड़गढ़ में 39 लाख 51 हजार रूपए, अजमेर जिला वृत में 37 लाख 5 हजार रूपए, डूंगरपुर में 29 लाख 43 हजार रूपए, प्रतापगढ़ में 13 लाख 96 हजार रूपए तथा बांसवाड़ा में 11 लाख 71 हजार रूपए की जुर्माना राशि वसूली गई हैं।
प्रबंध निदेशक ने बताया कि बिजली चोरी प्रकरणों में सर्वाधिक गिरफ्तारी उदयपुर में 9 व्यक्तियों की गई है जबकि सीकर में 8 तथा झुंझुनूं में एक व्यक्ति की गिरफ्तारी की गई है।