हर घर बिजली डिस्काॅम आपके द्वार अभियान को प्रभावी बनावें

avvnl_19-9-2015अजमेर, 19 सितम्बर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. के प्रबंध निदेशक श्री हेमन्त कुमार गेरा ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे हर घर बिजली डिस्काॅम आपके द्वार अभियान को प्रभावी बनावें। अब तक के शिविरों में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी शिविरों में और अच्छी प्रगति करें।
प्रबंध निदेशक ने शनिवार को डिस्काॅम मुख्यालय सभागार में आयोजित वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नए कनेक्शन के लिए अगस्त माह तक की पेडिंग सूची सितम्बर अंत तक निस्तारित कर दी जाए ताकि आमजन को राहत मिल सके।
बंद एवं खराब मीटर तत्काल बदलें-
प्रबंध निदेशक ने कहा कि सिंगल फेज के शहरी क्षेत्रा में खराब एवं बंद पडे मीटर जो छः माह से अधिक समय से खराब हैं उन्हें प्राथमिकता से 30 सितम्बर तक बदल दिया जाए। एनडीएस कैटेगरी के भी समस्त खराब मीटर सितम्बर माह तक बदल दिए जाए। इसके लिए सीएलआरसी वर्क के द्वारा कार्य संपादित कराया जाए तथा कनिष्ठ अभियंता को इसकी जिम्मेदारी सौंपी जाए। उन्होंने थ्री फेज अकृषि कनेक्शन वाले खराब मीटरों को भी तत्काल बदलने के निर्देश दिए।
कृषि कनेक्शन के लक्ष्य पूर्ण करें-
प्रबंध निदेशक ने कहा कि थ्री फेज कृषि कनेक्शन का निर्धारित लक्ष्य तत्काल पूर्ण करें। उन्होंने थ्री फेज नाॅन एग्रीकल्चर कनेक्शन की बकाया सूची भी 30 सितम्बर तक निस्तारित करने के निर्देश दिए हैं।
प्रीपेड मीटर लगावें-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए है कि जिन राजकीय कार्यालयों को प्रीपेड मीटर लगाने के लिए एक माह का नोटिस की अवधि पूर्ण हो गई है तथा जहां से सहमति प्राप्त हो गई है वहां प्रीपेड मीटर स्थापित करें। जिन कार्यालयों को अभी भी नोटिस नहीं दिए हैं वे तत्काल नोटिस देकर 20 अक्टूबर तक प्रीपेड मीटर लगाने की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि सर्वप्रथम मीटर डिस्काॅम के कार्यालयों पर लगेंगे। उसके साथ ही पुलिस थानों एवं जलदाय विभाग के कार्यालयों पर भी प्राथमिकता से प्रीपेड मीटर लगाए जाए।
दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना में गति लावें-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना के अन्तर्गत डिस्काॅम क्षेत्रा के ऐसे गाँव एवं ढाणियाँ जो अविद्युतिकृत हैं को विद्युतिकृत करने के लिए तत्काल कार्यवाही करें। इस योजना में बजट राशि भी भारत सरकार ने स्वीकृत कर दी हैं।
जलदाय विभाग की बकाया तत्काल वसूलंे-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि अधीक्षण अभियंता अपने-अपने जिलें के जलदाय विभाग के अधिकारियों से शीघ्र बकाया राजस्व जमा कराने का प्रयास करें। उन्होंने कहा कि गत बैठक में जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में बकाया राशि के जमा कराने पर सहमति व्यक्त हुई थी लेकिन इस संबंध में कोई प्र्रगति नहीं हुई है। अधीक्षण अभियंता इसमें विशेष रूचि लेकर राजस्व जमा कराएं।
कार्य के आधार पर मिली ग्रेडि़ंग-
बैठक में पैन्डिंग कनेक्शन, कृषि कनेक्शन, एटी एण्ड सी लोसेज कम करने, बंद एवं खराब मीटर बदलने के कार्य का सर्किलवार उपलब्धियों का प्रदर्शन कर ग्रेड़ दी गई। उन्होंने डी एवं एफ गे्रड वाले सर्किल को विशेष प्रयास करने के निर्देश दिए। गे्रडिंग सिस्टम में नए कनेक्शन देने एवं खराब मीटर बदलना, एटी एण्ड सी लोस कम करना, फीड़रवार टी एण्ड डी लोस कम करना, एफआईपी के तहत कार्यो की प्रगति पर गे्रडिंग दी गई। बैठक में दी गई ग्रेडिंग के आधार पर जोन-वाइस प्रगति में अजमेर जोन प्रथम स्थान पर रहा जबकि झुंझुनूूं द्वितीय तथा उदयपुर जोन तृतीय स्थान पर रहा। इसी प्रकार सर्किल में प्रतापगढ़ प्रथम स्थान पर, भीलवाडा द्वितीय स्थान पर तथा डूंगरपुर तृतीय स्थान पर रहा।
एफआईपी कार्यो को गम्भीरता से लें-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने फीड़र इम्पू्रवमेंट प्रोग्राम के तहत किए जाने वाले कार्यो की समीक्षा की तथा निर्देश दिए कि इस कार्य को गंभीरता से लें। उन्होंने री-कन्डीशनल सिंगल फेज ट्रांसफार्मर लगाए जाने के संबंध में कहा कि यदि इन ट्रांसफार्मर से कोई उपभोक्ता छेड़छाड़ करता है तो उसके विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी उपभोक्ता जिन्होंने सीटीपीटी सेट लगा रखा उनके बिलों की जांच की जाए तथा उपखण्ड क्षेत्रावार ऐसे उपभोक्ताओं की सूची भी तैयार कर प्रस्तुत करें। साथ ही ऐसे उपभोक्ता जिनकी सिक्योरिटी राशि डबल आ रही हैं उनकी भी 30 सितम्बर तक जांच करें।
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि प्रत्येक उपखण्ड में मीटर रजिस्टर संधारित किया जाएगा तथा मीटर उपभोक्ता के नाम से जारी होगें।
सतर्कता जांच हो प्रभावी-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि बिजली चोरी रोकने के लिए की जा रही सतर्कता जांच के दौरान उपभोक्ताओं की बनाई गई वीसीआर पर प्रभावी कार्यवाही की जाए। पुरानी वीसीआर पर ओ. एण्ड एम एवं सतर्कता द्वारा पुनः जांच कराई जाए तथा ओ. एण्ड एम. विंग सतर्कता विंग को पूर्ण सहयोग प्रदान कर दोषी पाए जाने वाले उपभोक्ताओं से राशि वसूली में सहयोग करें।
आरएपीडीआरपी के कार्यो का भौतिक सत्यापन करंे-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने आरएपीडीआरपी के कार्यो की समीक्षा की तथा कार्य में गति लाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि बकाया कार्य तत्काल पूर्ण किये जाए। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए टीम बनाकर भौतिक सत्यापन कराया जाए। अधीक्षण अभियंता स्वयं भी इन कार्यों का भौतिक सत्यापन कर 30 सितम्बर तक अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
सम्पर्क पोर्टल को प्राथमिकता दें-
बैठक में प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि अधिकारी सम्पर्क पोर्टल के बकाया प्रकरणों के निस्तारण में गंभीरता बरतें तथा इस कार्य को प्राथमिकता देवें। उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यमंत्राी प्रकोष्ठ, ऊर्जा विभाग, विधानसभा प्रश्नों, सुगम पोर्टल, लोकायुक्त कार्यालय, कलक्टर कार्यालय एवं सांसद एवं विधायक के स्तर पर जो भी समस्याएं/शिकायतें दर्ज होती हैं उनका तत्काल समाधान का प्रयास किया जाएं। उन्होंने कहा कि सम्पर्क पोर्टल पर एक ही प्रकार की समस्या बार-बार अलग-अलग ढंग से दर्ज होती हैं इसके लिए ऐसी समस्याओं का समाधान के लिए कोई नवाचार/सुझाव भिजवाने के भी निर्देश दिए।
समाचार पत्रों में विद्युत संबंधी खबरों पर तत्काल हो कार्यवाही-
प्रबंध निदेशक ने निर्देश दिए कि अधीक्षण अभियंता प्रत्येक दिवस को प्रातः अपने क्षेत्रा के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रा के समाचार पत्रों की मोनिटरिंग करेंगे तथा जो भी विद्युत संबंधी खबरें प्रकाशित हुई हैं। उसकी रिपोर्ट तत्काल मुख्यालय को पे्रषित करेंगे तथा मुख्यालय द्वारा जिन खबरों पर तथ्यात्मक रिपोर्ट चाही जाती है, उन प्रकरणों को पूर्ण परीक्षण कर ही रिपोर्ट प्रेषित करें।
बैठक में निदेशक (तकनीकी) श्री डी. के. शर्मा ने आरएपीडीआरपी पार्ट-प्रथम योजना के कार्यों की समीक्षा की तथा इस कार्य में गति लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो नए उपखण्ड बनें है वहां कनेक्शन संबंधी साॅफ्टवेयर डाल कर उसमें जुलाई माह के बाद के नए कनेक्शन, एमसीओ, खराब मीटर बदलने का डाटा 30 सितम्बर तक पूर्ण करें।
बैठक में संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी. एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री के.पी. वर्मा (झुंझुनूं), मुख्य अभियंता श्री बी. एम. भामू (वाणिज्य), श्री एस. एस. मीणा (टी.डब्ल्यू/एम.एम.), मुख्य लेखाधिकारी श्री एम.के. जैन (राजस्व), श्री एस. एम. माथुर (एटीबी), सहित समस्त अधीक्षण अभियंता एवं संबंधित अधिकारी गण उपस्थित थे।

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