पूर्व में किये गये गलत कार्यों का पश्चाताप करने का समय

केन्द्रीय उपकारागृह में संकटमोचन हनुमान मन्दिर मित्र मण्डल के सदस्य वरिष्ठ अध्यापक सुमेरचन्द धीमान संबोधित करते हुए, पास में बैठे हैं मन्दिर के महन्त गुरु गोपाल जी महाराज व सदस्यगण।
केन्द्रीय उपकारागृह में संकटमोचन हनुमान मन्दिर मित्र मण्डल के सदस्य वरिष्ठ अध्यापक सुमेरचन्द धीमान संबोधित करते हुए, पास में बैठे हैं मन्दिर के महन्त गुरु गोपाल जी महाराज व सदस्यगण।
जेल में तिलों के बने व्यंजन व फ्रुट आदि बांटते मन्दिर के महन्त गोपाल गुरुजी व अन्य सदस्यगण।
जेल में तिलों के बने व्यंजन व फ्रुट आदि बांटते मन्दिर के महन्त गोपाल गुरुजी व अन्य सदस्यगण।
जेल में मकर सक्रांति के मौके पर जेलर प्रहलाद गुर्जर, अशोक सैन सहित कई अन्य सदस्य मिठाई आदि बांटते हुए।
जेल में मकर सक्रांति के मौके पर जेलर प्रहलाद गुर्जर, अशोक सैन सहित कई अन्य सदस्य मिठाई आदि बांटते हुए।
वृद्धाश्रम में तिल से बने व्यजंन व फ्रुट आदि बांटते मन्दिर के महन्त गोपाल गुरु जी व उनके शिष्यगण
वृद्धाश्रम में तिल से बने व्यजंन व फ्रुट आदि बांटते मन्दिर के महन्त गोपाल गुरु जी व उनके शिष्यगण
वद्ध महिला को फल व व्यजंन बांटते गोपाल गुरुजी।
वद्ध महिला को फल व व्यजंन बांटते गोपाल गुरुजी।
जेल के बाहर खड़े मन्दिर के महन्त व उनके साथ शिष्यगण।
जेल के बाहर खड़े मन्दिर के महन्त व उनके साथ शिष्यगण।
ब्यावर। स्थानीय कुमावत कालोनी स्थित संकटमोचन हनुमान मन्दिर मित्र मण्डल के तत्वावधान में मकर सक्रांति के अवसर पर केन्द्रीय उपकारागृह में बंद कैदियों को मन्दिर के महन्त गुरु गोपाल जी महाराज ने अपने आर्शिवचन में कहा कि पूर्व में किये गये गलत कार्यों का पश्चाताप करने का समय है। इस अवसर पर जेल में उपस्थित कैदियों को तिलों के बने व्यजंनो व फ्रुट आदि बांटकर उन्हें सही दिशा में चलने को कहा। वहीं मण्डल के सदस्यों ने गोपाल गुरु के सानिध्य में वृद्धा आश्रम में भी वृद्ध जनों को तिलों से बने व्यजंन व फलों का वितरण कर उनसे आर्शिवाद प्राप्त किया।
केन्द्रीय उपकारागृह में अपरान्ह 3 बजे मकर संक्राति के मौके पर संकटमोचन हनुमान मित्र मण्डल के सदस्यों ने महन्त गुरु गोपाल जी महाराज के सानिध्य में सत्संग कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें सही दिशा का चयन कर उस पर चलने को कहा। इस मौके पर जेल में उपस्थित कैदियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि कैदियों को यहां अपने में परिवर्तन लाने का स्थान है जहां पश्चाताप कर पूर्व में किये गये कार्यों से मुक्ति पा सके। इस अवसर पर सुमेरचन्द धीमान ने भी पूर्व के कार्यो को भूलने व वर्तमान में भविष्य सुधारने की सलाह दी। केन्द्रीय उपकारागृह के जेलर प्रहलाद गुर्जर ने उपस्थित सभी सदस्यों का आभार व्यक्त किया।
मित्र मण्डल के सदस्यों ने ब्रह्मानन्द आश्रम में चल रहे वृद्धाश्रम में भी वृद्ध महिला व पुरुषों को मिलकर उनके बीच सुख-दुख की बातें कर आध्यात्मिक बातों पर चर्चा की। इस अवसर पर मण्डल के सदस्यों ने वृद्ध महिला व पुरुषों को तिलों से बने व्यंजन व फ्रुट आदि भी बांटे। इस अवसर पर सेवा निवृत वरिष्ठ अध्यापक सुमेरचन्द धीमान, हरजीसिंह, जितेन्द्र कुमावत (जीतू), मोहन शर्मा, राजेश लहवासिया सहित कई लोग उपस्थित थे।
जितेन्द्र कुमावत (जीतू)
प्रचार प्रमुख
श्री संकटमोचन हनुमान मन्दिर मित्र मण्डल
गली न. 5, कुमावत कालोनी
ब्यावर – (राज.
)

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