अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति का उत्थान था पण्डित दीनदयाल का एकात्म मानववाद

पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के बलिदान दिवस पर शहर भाजपा द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम।
अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति का उत्थान यहीं था पण्डित दीनदयाल जी का एकात्म मानववाद दर्शन।

IMG_20160211_162626अजमेर 11 फरवरी 2016। भारतीय जनता पार्टी शहर जिला अजमेर द्वारा आज स्थानीय दिव्यदीप समारोह स्थल पर जनसंघ के संस्थापक व एकात्म मानव दर्शन के विचारक पण्डित दीनदयाल उपाध्याय का बलिदान दिवस मनाया गया।
जिला प्रचार मंत्री शरद गोयल ने बताया की आज जनसंघ के संस्थापक एवं भाजपा के प्रेरणा स्त्रोत पण्डित दीनदयाल उपाध्याय के बलिदान दिवस के अवसर पर शहर भाजपा द्वारा श्रद्धांजलि कार्यक्रम रखा गया। इस श्रद्धांजली सभा मे अजमेर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पण्डितजी के जीवन व उनके आदर्शों पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम मे सभी वरिष्ठ नेता, पार्टी पदाधिकारी, शहर व मण्डल कार्यकारणी, बूथ अध्यक्ष सहित पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित रहेे।
पूर्व राज्यमंत्री श्री श्रीकिशन सोनागरा ने पण्डित दीनदयालजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कार्यकर्ताओं से उनके जीवन से शिक्षा लेने का सुझाव दिया, उन्होने कहा की दीनदयालजी का जीवन एक आदर्श जीवन है, सादा जीवन उच्च विचार के पोषक पंडितजी ने अपना संपूर्ण जीवन समाजहित व जनसंघ को मजबूत करने मे समर्पित कर दिया। पंडितजी का मानना था की संगठन को सुव्यवस्थित व अनुशाशित चलाने के लिए कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण जरूरी है, इसके लिए उन्होने जनसंघ मे प्रशिक्षण शिविर लगाने की शुरुआत की, जिसका परिणाम है की भाजपा मजबूत संगठन के रूप मे देश हित मे काम कर रहा है।
शिक्षा राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी ने इस अवसर पर अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा की दीनदयाल जी एकात्म मानववाद के प्रणेता थे। उनके जीवन का लक्ष्य अन्तिम छोर पर बैठे व्यक्ति का उत्थान करते हुए सम्पूर्ण समाज का उदय करना था, यहीं पण्डित दीनदयाल जी का एकात्म मानववाद दर्शन था। उनके एकात्म दर्शन को भाजपा ने अपनाया, हम सभी कार्यकर्ताओं को पण्डित जी के जीवन से प्रेरणा लेते हुए संगठन के हित में कार्य करते रहते चाहिए। मैं और अहम् भाव का छोड़कर सभी को साथ लेते हुए दृढ़ निश्चिय के साथ संगठन को मजबुत बनाते हुए राष्ट्र निर्माण का कार्य करना चाहिए। पण्डित जी का जीवन दर्शन भाजपा के समस्त कार्यकर्ताओं के लिये प्रेरणा स्त्रोत है। हमें उन्हीं के आदर्शो पर चलना चाहिए। कार्यकर्ताओं को उनकी जीवनी पढ़नी चाहिए एवं उसे आत्मसात करना चाहिए, यही पण्डित जी को सच्ची श्रद्धांजली होगी।
शहर जिला अध्यक्ष श्री अरविन्द यादव ने पण्डितजी के जीवन के कुछ महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में बोलते हुए कहा की उपाध्यायजी नितान्त सरल और सौम्य स्वभाव के व्यक्ति थे। उपाध्यायजी पत्रकार तो थे ही साथ ही चिन्तक और लेखक भी थे। उनकी असामयिक मृत्यु से एक बात तो स्पष्ट हो जाती है कि जिस धारा में वह भारतीय राजनीति को ले जाना चाहते थे, वह धारा सांस्कृतिक राष्ट्रवाद की थी, जिसका संकेत उन्होंने अपनी कुछ कृतियों में ही दे दिया था। उन्होंने भारत की सनातन विचारधारा को युगानुकूल रूप में प्रस्तुत करते हुए देश को एकात्म मानववाद जैसी प्रगतिशील विचारधारा दी। राजनीति के अतिरिक्त साहित्य में भी उनकी गहरी अभिरुचि थी।
कार्यक्रम में अजमेर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष श्री शिवशंकर हेडा, महापौर धर्मेन्द्र गहलोत, उपमहापौर सम्पत सांखला, पूर्व सांसद श्री रासासिंह रावत, पूर्व न्यास अध्यक्ष श्री धर्मेश जैन, शहर जिला उपाध्यक्ष घीसू गढ़वाल, तिलकसिंह रावत, सुलोचना शुक्ला, शहर जिला मंत्री रवीन्द्र जसोरिया, राजेश घाटे, नरपतसिंह, दीपेन्द्र ललवानी, रश्मि शर्मा, जिला प्रचार मंत्री शरद गोयल सहित मण्डल अध्यक्ष राजकुमार ललवानी, योगेश शर्मा, सोहन शर्मा, राजेश शर्मा आदि कार्यकर्ता मौजूद थे, साथ ही पार्षद दल के श्री भागीरथ जोशी, धर्मेन्द्र शर्मा, प्रकाश मेहरा, मोहन लालवानी, महेंद्र मित्तल, नीरज जैन, अनीश मोयल, कुंदन वैष्णव, राजू साहू, चंद्रेश सांखला, शमशेर रावत, रंजन शर्मा, सलीम भाई, सागर भाई, विजयलक्ष्मी विजय, के के त्रिपाठी आदि मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन शहर जिला महामंत्री रमेश सोनी ने किया। शहर जिला उपाध्यक्ष घीसू गढ़वाल ने सभी का आभार व्यक्त किया।
शरद गोयल
9414002132
प्रचार मंत्री, भाजपा शहर जिला

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