जन-धन-साधन का समुचित उपयोग लें -प्रो. देवनानी

v devnani 1अजमेर, 15 फरवरी। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने सोमवार को आयोजित मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की समीक्षा बैठक में जन-धन-साधन का समुचित उपयोग जनहित में करने के लिए उपस्थ्ज्ञित अधिकारियों का आह्वान किया।
प्रो. देवनानी ने समीक्षा बैठक में कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) में 19 फरवरी तक गहन सर्वे तथा मौके की वस्तुस्थिति के अनुसार संशोधन किया जाए। इसके लिए जिला स्तर तथा ब्लाॅक स्तर पर टीम गठित की जाए। सर्वे में स्थानीय विधायक, प्रधान, सरपंच, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य, पटवारी तथा गीरदावर के सुझावों को भी सर्वे करते समय प्राथमिकता के साथ शामिल किया जाए। उन्होंने कहा कि जल स्वावलम्बन अभियान के अन्तर्गत किए जाने वाले समस्त कार्यों की जीयोटेगिंग की जाए और समस्त साईटो पर कार्यकारी संस्था तथा गोद लेने वाले संस्थान का नाम लिखा जाना चाहिए। इस अभियान में निर्मित होने वाली परिसम्पत्तियां ऐसी होनी चाहिए जो आने वाली पीढि़यों के लिए भी उपयोगी हो सके।
जिला कलक्टर डाॅॅ. आरूषी मलिक ने जिला स्तरीय अधिकारी को ब्लाॅक स्तरीय टीम के कार्यों के पर्यवेक्षण, तकनीकी तथा व्यवहारिक सयोग के लिए पंचायत समितिवार ब्लाॅक प्रभारी नियुक्त किए। उन्होंने जल ग्रहण विकास एवं भू-सरंक्षण विभाग के अधिक्षण अभियंता श्री शरद गेमावत को श्रीनगर तथा अधीशाषी अभियंता श्री आई.सी.खण्डेलवाल को सिलोरा, श्री डी.डी.गुप्ता को जवाजा, श्री राजीव माथुर को केकड़ी एवं श्री के.सी.माथुर को सरवाड़ ब्लाॅक के लिए प्रभारी नियुक्त किया। इसी प्रकार पीसांगन ब्लाॅक के लिए महात्मा गांधी नरेगा के अधीशाषी अभियंता श्री एन.के.टांक, मसूदा के लिए ग्रामीण विकास के अधीशाषी अभियंता श्री कबीर अख्तर, अरांई के लिए कृषि विभाग के उपनिदेशक श्री वी.के.शर्मा तथा भिनाय के उद्यान विभाग के श्री संजय तनेजा को लगाया गया है। उन्होंने कहा कि ब्लाॅक स्तरर पर गठित टीम में जल ग्रहण एवं भू-सरंक्षण विभाग के सहायक अभियंता (पीआईए), महात्मा गंाधी नरेगा के तकनीकी सहायक अथवा सहायक अभियंता तथा संबंधित पंचायत समिति,एवं जल संसाधन विभाग के सहायक अथना कनिष्ठ अभियंता शामिल होंगे।
नदी बेसिन प्राधिकरण जयपुर के संयुक्त निदेशक श्री आर.पी.कुमावत ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की थीम ‘फोर वाॅटर कन्सेप्ट’ के अनुसार कार्य सम्पादित करें। डीपीआर में संशोधन के लिए ब्लाॅक स्तर पर गठित दल द्वारा प्रातः 6 बजे प्रस्तावित स्थल पर जाकर कार्य किया जाए। निर्माण कार्य की तकनीकी और वित्तीय उपयुक्ता पर टीम द्वारा गम्भीरता से विचार विमर्श किया जाए। सहायक अभियंता (पीआईए) के पास उपलब्ध नक्शों का मोबाईल से प्राप्त अक्षांश व देशान्तर रेखाओं के साथ समन्वय करके कार्य का अंकन किया जाए।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री राजेश कुमार चैहान, मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के आईईसी प्रभारी श्री सुरेश सिंधी सहित उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!