वन व पुलिस की लापरवाही से मोरों की हत्या थमने का नाम नहीं ले रही

पी.एफ.ए. ने 21 मोरों की प्राथमिकी दर्ज कराई
peacockअजमेर। पीपुल फॉर एनीमल्स के प्रदेश प्रभारी बाबूलाल जाजू ने अजमेर जिले के भैरूखेड़ा मंे कुशालपुरा के रास्ते 21 मोरों की हुई हत्या की प्राथमिकी पुलिस अधीक्षक अजमेर को भेजकर दर्ज कराते हुए जाजू ने वन व पुलिस विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 2 वर्षों मंे 200 से अधिक राष्ट्रीय पक्षी मोरों की हत्या हो चुकी है। वन व पुलिस विभाग ने अब तक एक भी शिकारी को पकड़कर कानूनी कार्यवाही नहीं करना इस बात का प्रमाण है कि वन व पुलिस विभाग गहरी निद्रा मंे सोया हुआ है और मोरों के शिकारी एक के बाद एक शिकार की घटनाआंे को अंजाम देते जा रहे हैं। जाजू ने बताया कि अजमेर जिले मंे अजयपाल वन क्षेत्र मंे 15 मोर, रामसिंहपुरा मंे 11 मोर, मांगलियावास मंे 5 मोर, देवलीकलां मंे 24 मोर, अजगरा मंे 12 मोर, भिनाय मंे 6 मोर, नापाखेड़ा मंे 3 मोर, मसूदा मंे दो अलग-अलग घटनाओं मंे कुल 70 मोर, भैरूखेड़ा मंे 21 मोरों की हत्या हो चुकी है। कानून के हिसाब से प्रथम अनुसूची मंे सूचीबद्ध राष्ट्रीय पक्षी मोर की हत्या पर 7 वर्ष तक की सजा का जुर्माना होकर गैर जमानती अपराध है। जाजू ने बताया कि उक्त सभी घटनाओं की प्राथमिकीयां उनके द्वारा दर्ज कराई गई है। जाजू ने दावा किया कि उक्त घटनाआंे के अलावा भी सैकड़ों मोरों की हत्याओं की घटनाएं घटित हुई है।

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