माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में स्वास्थ्य पर हुई खुली चर्चा

ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक माथुर की नेक सलाह ‘तनाव से बचेंÓ
MHRC with RBSE Camp Photo (1)अजमेर। मित्तल हॉस्पिटल अजमेर के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक माथुर ने बोर्ड कार्मिकों को नेक सलाह दी कि जहां तक भी संभव हो तनावमुक्त रहकर कामकाज निपटाएं। उन्होंने कहा कि तमाम अन्य कारणों के साथ आज यदि ह्रदय रोग से बचाव में सबसे बड़ी चुनौती है तो वह है तनाव मुक्त रहना। विशेषकर कर्मचारी वर्ग को तो इस पर विशेष घ्यान देना ही चाहिए।
डॉ. विवेक माथुर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अधिकारी एवं मंत्रालयिक कर्मचारी स्टाफ क्लब तथा मित्तल हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर, अजमेर के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को आयोजित स्वास्थ्य पर खुली चर्चा एवं नि:शुल्क जांच शिविर को संबोधित कर रहे थे। शिविर राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड प्रांगण स्थित राजीवगांधी सभागार में दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक रहा। शिविर में ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक माथुर तथा डायटीशियन डॉ. विनीता रॉय बोर्ड कार्मिकों से स्वास्थ्य पर खुली चर्चा की एवं उनकी जिज्ञासा शांत की। बोर्ड कार्मिकों ने डॉ. माथुर एवं डॉ. रॉय से अनेक सवाल-जवाब भी किए।
डॉ. माथुर ने कहा कि कर्मचारियों को अनेक दबाव और तनाव के बीच काम करना होता है। समय की पांबंदी सभी के साथ है किन्तु फिर भी उन्हें जहां तक कोशिश हो सप्ताह में चार-पांच बार जब समय मिले लम्बी वॉक करनी चाहिए। उन्होंने सरकारी कार्यालयों में कार्मिकों के लिए नियमित रूप से यह प्रावधान रखने की भी सिफारिश की कि कर्मचारी अपने काम के बीच में समय निकाल कर सामूहिक रूप से तनाव मुक्त हो सकें। इसके लिए सप्ताह में मेडिटेशन, योग, प्राणायाम अथवा अन्य कोई हास्य के कार्यक्रम आयोजित करना भी बेहतर होगा। डॉ. माथुर ने खान-पान के साथ नियमित व्यायाम और साल में एक बार स्वास्थ्य जांच कराते रहने पर जोर दिया।
मित्तल हॉस्पिटल की डायटीशियन डॉ. विनीता रॉय ने कहा कि किसी भी तेल में कोलेस्ट्रोल नहीं होता। लोगों में यह भ्रांति है कि तेल, घी में कोलेस्ट्रोल होता है। उन्होंने बताया कि तेल-घी से शरीर में कोलेस्ट्रोलबनता है। इसमें कई कारक होते हैं। उन्होंने महिलाओं एवं पुरुषों को संतुलित एवं शरीर के लिए जरूरी पौष्टिक आहार लेने व नियमित व्यायाम करने की सलाह दी। इससे पूर्व बोर्ड के करीब 155 से अधिक कर्मचारियों का मित्तल हॉस्पिटल की ओर से नि:शुल्क ईसीजी, ब्लडशुगर, बीपी, आदि की जांच की गई। बहुत से बोर्ड कर्मचारियों की ईसीजी में गड़बड़ी पाई गई तो बहुत से कर्मचारियों को पहली बार पता चला कि वे डायबिटीज वल्र्ड में शामिल हो गए हैं।
कार्यक्रम के आरंभ में मित्तल हॉस्पिटल की ओर से मैनेजर जनसंपर्क संतोष गुप्ता ने सेमिनार व जांच शिविर आयोजन की भूमिका पर प्रकाश डाला। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अधिकारी स्टाफ क्लब अध्यक्ष उपनिदेशक जनसंपर्क राजेन्द्र गुप्ता ने स्वागत उद्बोधन दिया। मंत्रालयिक कर्मचारी स्टाफ क्लब सचिव नितिन दोसी ने सभी का आभार व्यक्त किया। दोसी ने बोर्ड कर्मचारियों के स्वास्थ्य को लेकर चिंता जाहिर की और भविष्य में मित्तल हॉस्पिटल के साथ मिल कर कर्मचारियों के लिए कैशलेस स्कीम लागू कराने की व्यवस्था शुरू कराने का प्रस्ताव रखा। मित्तल हॉस्पिटल की ओर से सीनियर पीआरओ युवराज सिंह ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनके प्रस्ताव पर मित्तल प्रबंधन से सलाह कर उचित निर्णय से अवगत करा दिया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन स्टाफ क्लब के सदस्य एवं लेखक उमेश चौरसिया ने किया। कार्यक्रम में निदेशक गोपनीय गिरराज माथुर, उपसचिव कमल गर्ग, मंत्रालयिक स्टाफ क्लब सचिव नितिन दोसी, उप निदेशक परीक्षा शिव शंकर अग्रवाल, सहायक निदेशक श्रीमती सुमनसिंह, सहायक कर्मचारी स्टाफ क्लब के अध्यक्ष सुधीर जैन, दातार सिंह, मुकेश घसवा, अनिल गर्ग आदि उपस्थित। उल्लेखनीय है कि शिविर का आयोजन ‘स्वच्छ अजमेर-स्वस्थ अजमेरÓ अभियान में प्रत्येक नागरिक की सहभागिता सुनिश्चित करने तथा इसके लिए उन्हें प्रेरित करने के उद्देश्य से किया गया।

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