बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतें जल्दी दूर होंगी

जयपुर महानगर के लिए अलग व्यवस्था लागू करने पर विचार
1अजमेर, 14 जून। विद्युत उपभोक्ताओं की बिजली संबंधी शिकायतों को जल्दी दर्ज करने और उनके त्वरित निवारण की व्यवस्था करने के लिए वितरण निगम प्रशासन ने गंभीरता दिखाते हुए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। पिछले काफी समय से उपभोक्ताओं की लगातार शिकायतें आ रही थी कि शिकायतों को समय पर दर्ज नहीं किया जाता और बिजली फाल्ट ठीक होने में बहुत अधिक समय लग जाता है।
विद्युत वितरण निगमों के अध्यक्ष श्रीमत पाण्डे ने पदभार संभालने के साथ ही शिकायतें दूर करने के लिए संबंधित अधिकारियों की एक बैठक बुलाई थी और उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए आवष्यक कदम उठाने के विकल्प तलाषने को कहा था। मंगलवार को डिस्काॅम अध्यक्ष ने काल सेन्टरों की व्यवस्था सुधारने के लिए पुराने पावर हाउस का दौरा किया और षिकायतों के निपटारे की व्यवस्था का जायजा लिया। इस अवसर पर जयपुर विद्युत वितरण निगम के एमडी अनिल बोहरा और अन्य अधिकारी भी माॅैजूद थे।
काल सेन्टरों की कार्यप्रणाली देखने के बाद डिस्काॅम अध्यक्ष ने इसमें वांछित सुधार लाने के निर्देश दिए और साफ कह दिया कि वर्तमान व्यवस्था से हालात ठीक नहंी होते है तो अन्य व्यवस्था करने से गुरेज नहीं किया जाए।
अधिकारियों ने सुझाव दिया कि पूरे डिस्काॅम क्षेत्रा के लिए बने एक काल सेन्टर पर जयपुर की ही सबसे अधिक शिकायतें आती है, इसलिए जयपुर के लिए अलग से ऐसा इंतजाम किया जाए कि नंबर एक ही रहे पर व्यवस्था सही हो जाए। उन्होंने इससे पूर्व हीरापुरा में स्टेट लोड डिस्पेच सेन्टर का अवलोकन किया और वहां पर बिजली आपूर्ति से संबंधित व्यवस्थाओं को देखा। पुराने पावर हाउस में उन्होंने स्काडा पद्धति का अवलोकन भी किया।
निगम अध्यक्ष को बताया गया कि इस समय काल सेन्टर के एक ही नंबर 1800 180 6507 पर शिकायतें दर्ज हो रही है और वितरण निगम प्रयास कर रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों के उपभोक्ता भी इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं। बैठक में शिकायतें दूर करने के लिए जीपीएस प्रणाली को भी प्रभावी तरीके से लागू करने पर चर्चा की गई। उन्होंनेे अधिकारियों से काॅल सेन्टर पर दर्ज होने वाली छह प्रकार की शिकायतों बिजली बन्द होना, ट्रांसफार्मर जलने, बिजली सुरक्षा से सम्बन्धित, बिजली चोरी की सूचना एवं अन्य तकनीकी शिकायतों एवं उस पर हुई कार्यवाही की जानकारी प्राप्त की।

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