कष्ट में आनन्द की अनुभूति ही योग

विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी शाखा अजमेर द्वारा राजकीय मोईनिया इस्लामिया विद्यालय ग्राउण्ड पर नित्य प्रातः 5.30 से 7.00 बजे तक चल रहा योग सत्र

IMG_2132जीवन के पथ में सुगमता आने का अर्थ है कि हमने गलत मार्ग का चयन किया है। स्वामी विवेकानन्द कहते हैं कि संघर्ष पूर्ण जीवन ही पूर्ण व्यक्तित्व के विकास का आधार है। योग मार्ग के अनुसरण से कष्ट में भी सुख की अनुभूति होने लगती है। उक्त विचार ‘आध्यात्म प्रेरित सेवा संगठन’ विवेकानन्द केन्द्र कन्याकुमारी की स्थानीय शाखा द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व तैयारी स्वरूप आयोजित किए जा रहे विवेकानन्द योग एवं ध्यान सत्र के प्रथम दिवस के अवसर पर योग शिक्षक डॉ. स्वतन्त्र कुमार शर्मा ने व्यक्त किए। यह योग सत्र 21 जून तक राजकीय मोईनिया इस्लामिया विद्यालय मैदान पर प्रतिदिन प्रातः 5.30 से 7.00 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
योग प्रमुख रविन्द्र जैन ने बताया कि योग सत्र का उद्घाटन पूर्व पार्षद भारती श्रीवास्तव के करकमलों से हुआ। प्रथम दिन के अभ्यासों में फैंफड़ों की कार्यकुशलता बढ़ाने हेतु पांच प्रकार के श्वसन अभ्यास सिखाए गए तथा जोड़ों की जकड़न, प्रमाद एवं आलस्य को दूर करने के लिए विभिन्न प्रकार के शिथलीकरण के अभ्यास कराए गए। त्वरित शिथलीकरण विधि के उपरांत सूर्यनमस्कार के बारह चरणों का विभागशः अभ्यास कराया गया। नगर संगठक श्वेता टाकलकर ने बताया कि नगर निगम अजमेर के सौजन्य से आयोजित आज के सत्र में विवेकानन्द केन्द्र की ओर से प्रकाश पुरोहित, रामचन्द्र यादव, रीना सोनी, राजरानी कुशवाहा, राजेश चतुर्वेदी, अखिल शर्मा, सविता शर्मा का सहयोग रहा तथा भारत विकास परिषद् की ओर से अध्यक्ष राम चन्द्र शर्मा एवं परिषद की समस्त कार्यकारिणी सदस्य भी उपस्थित रहे।
नगर प्रमुख महेष शर्मा ने बताया इस योग महोत्सव का समापन 21 जून को 6.45 बजे होगा तथा इसके उपरांत सभी योग साधक वाहन रैली के रूप में पटेल मैदान में आयोजित होने वाले राजकीय योग कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे।

(अखिल शर्मा )
सह नगर प्रमुख
9414008765

error: Content is protected !!