पर्यावरण संरक्षण की अनूठी मिसाल: मिट्टी से बनी श्री गणेश जी की मूर्ति का गमले में विसर्जन

गणेश जी की प्रतिमा पर जलाभिषेक कर विसर्जित करते हुए
गणेश जी की प्रतिमा पर जलाभिषेक कर विसर्जित करते हुए
गणेश जी की प्रतिमा को बर्तन में विसर्जित करते हुए
गणेश जी की प्रतिमा को बर्तन में विसर्जित करते हुए
मिट्टी से युक्त पानी कैले के पौधे का पौधारोपण करते हुए
मिट्टी से युक्त पानी कैले के पौधे का पौधारोपण करते हुए
अजमेर 15 सितम्बर। पर्यावरण प्रदूषण से बचाव को ध्यान में रखते हुए स्वामी समूह द्वारा कॉम्पलेक्स में स्थित प्रकाषेश्वर महादेव मंदिर में पहली बार मिट्टी से बनी मूर्ति का अनूठे अंदाज में मंदिर में ही गमले में विसर्जन किया गया।
समूह के चेयरमेन कंवल प्रकाश ने बताया कि यह मूर्ति विशेष रूप से मुंबई से मंगवाई गई थी, जो पूरी तरह से मिट्टी से बनी हुई थी और उसकी सजावट भी गैर रसायनिक पदार्थों से की हुई थी। इसकी स्थापना मंदिर में ही एक गमले में की गई थी। उन्होंने बताया कि अनन्त चर्तुदशी के दिन प्रातः बेला पर विसर्जन के कार्यक्रम को विधि पूर्वक पूजा अर्चना के साथ संपन्न किया गया। मिट्टी से बनी गणेशजी मूर्ति पर जलाभिषेक किया गया, जिससे मूर्ति स्वतः ही पुनः मिट्टी के रूप में परिवर्तित हो गई। इस मिट्टी से युक्त पानी को गमले में डाल कर उसमें केले का पौधा लगाया गया। इस अवसर पर तुलसी का भी पौधा लगाया गया। इस अवसर पर ईसर भम्भानी, हरी चन्दनानी, प्रेम केवलरमानी, दिलिप, प्रियंका, भगवान सिंह आदि उपस्थित थे।
कंवल प्रकाश
चेयरमेन, स्वामी समूह
मो. 9829070059

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