नरेगा कार्या पर श्रमिक मिले अनुपस्थित ग्राम सेवक निलम्बित

ग्राम रोजगार सहायक को हटाया, जेटीए को किया एपीओं, मसूदा विकास अधिकारी एव सहायक अभियंता का कारण बताओं नोटिस जारी
महात्मा गॉधी नरेगा आयुक्त रोहित कुमार ने किया मोयाणा ग्राम पंचायत का दौरा

zp-ajmer-2अजमेर 22 सितम्बर। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत पचायत समिति मसूदा की ग्राम पंचायत मोयाणा में मस्टरोल जारी होने बावजूद श्रमिकों को कार्य पर नियोजित नही करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त रोहित कुमार ने कार्य में लापरवाही बरतने वाले ग्राम रोजगार सहायक को हटाने, ग्राम सेवक को निलम्बित करने, संबधित कनिष्ठ तकनिकी सहायक को जिला परिषद कार्यालय में एपीओं कर दिया गया है। महात्मा गांधी नरेगा कार्यो के निरीक्षण में लापरवाही के कारण मसूदा विकास अधिकारी एवं सहायक अभियंता को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है।
जिला परिषद मुख्यकार्यकारी अधिकारी कमलराम मीना ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा आयुक्त रोहित कुमार को ग्राम पंचायत मोयाणा में नरेगा कार्यो पर जारी मस्टरोल के अनुसार एक भी श्रमिक मौके पर नियोजित नही पाया गया। नरेगा आयुक्त रोहित कुमार द्वारा नरेगा कार्यो पर श्रमिक उपस्थित नही होने का कारण पूछने पर बताया गया कि श्रमिक अनुपस्थित मस्टरोल पंचायत समिति में जमा करवा दिये गए है। मामले की गहनता जांच करने पर सामने आया कि खाली मस्टरोल आजतक भी पंचायत समिति कार्यालय जमा नही कराये गए है। नरेगा आयुक्त से जानकारी छिपाने एवं गुमराह करने के मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला परिषद सीईओं कमलराम मीना ने ग्राम पंचायत कार्यालय में नियुक्त ग्राम रोजगार सहायक हनुमान सिंह तत्काल हटाने एवं ग्राम सेवक पदेन सचिव मोहम्मद रफीक को निलम्बन के आदेष जारी कर दिये गए है। संबधित ग्राम पंचायत के कनिष्ठ तकनिकी सहायक सुनिल यादव को जिला परिषद कार्यालय में एपीओं कर दिया गया है। महात्मा गांधी नरेगा कार्यो के निरीक्षण में लापरवाही के कारण मसूदा कार्यक्रम एवं विकास अधिकारी ताराचन्द एवं सहायक अभियंता अनिल अरोड़ा को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। ग्राम पंचायत मोयाणा के नरेगा योजना से निर्माणाधीन ग्रेवल सड़क, चरागाह विकास कार्य एवं बिजयनगर मसूदा सड़क किनारे वृक्षारोपण कार्यो का भी निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में दौरान नरेगा आयुक्त रोहित कुमार, अति. आयुक्त (नरेगा) शाहिन अली, वित्तिय सलाहकार राधेष्याम मीना, पंचायत राज अधिषाषी अभियंता अरविन्द सक्सेना, जिला परिषद सीईओं कमलराम मीणा, अधिषाषी अभियंता नरेगा एनके टाक सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
कर्मचारीयों की लापरवाही पड़ी भारी :- प्रत्येक कार्य पर श्रमिक नियोजित करने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत कार्यालय में कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक एवं ग्राम सेवक पदेन सचिव की होती है। नरेगा आयुक्त द्वारा दोनों कार्मिकों को स्वीकृत कार्यो हेतु जारी 10 सितम्बर को जारी मस्टरोल के अनुसार श्रमिक उपस्थित नही होने पर 13 सितम्बर तक पंचायत समिति कार्यालय में जमा कराना आवष्यक था। परन्तु ग्राम पंचायत मोयाणा में कार्यरत ग्राम रोजगार सहायक हनुमान सिंह एवं ग्राम सेवक पदेन सचिव मोहम्मद रफीक ने ऐसा नही करके खाली मस्टरोल को ग्राम पंचायत में ही पड़े रखा। आयुक्त को अवगत कराया कि 15 सितम्बर को पंचायत समिति कार्यालय में जमा करा दिया गया है। जांच में 15 सितम्बर तक मस्टरोल पंचायत समिति कार्यालय में जमा नही पाये गए। आयुक्त नरेगा के निर्देष पर श्रमिक नियोजन में लापरवाही बरतने वाले मोयाणा ग्राम रोजगार सहायक हनुमान सिंह को मामले में दोषी मानकर अनुबंध समाप्त कर दिया गया है। सेवक पदेन सचिव मोहम्मद रफीक को निलम्बित कर दिया गया है।
(विकास जादम)
जिला समन्वयक, आईईसी
जिला परिषद, अजमेर
9829357770, 9530300419

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