अजमेर 05 अक्टूबर। मोर्हरम के तीसरे दिन कायड़ विश्राम स्थली पर तेज बारिष होने से हालात बद से बदतर हो गए। स्थिति यह हुई की लोग खाने को तरस गए। दरअसल मंगलवार को तेज बारिष के बाद कायड़ विश्राम स्थली पर चारों तरफ पानी हो गया। वहां मौजूद लकड़ी और सामान गीला होने से जाएरीन खाना भी नही पका सके और वहां मौजूद अस्थाई होटलों पर खाना खाने के लिए जाएरीन के पास पैसे नही थे। ऐसे में दरगाह कमेटी अध्यक्ष ने षेख अलीम ने सामाजिक सरोकार पूरा करते हुए लगभग पांच क्विटल नमकीन आलू चावल को पकवाकर दरगाह कमेटी की ओर से जाएरीन में बटवाए। जिससे बड़ी गनीमत से जाएरीन को दिन का खाना नसीब हो पाया। देर षाम मौसम साफ होने के साथ ही जाएरीन ने दोबारा अपने चूल्हो पर खाना पकवा कर खाया। कमेटी के इस कार्य की सभी ने सराहना की और कहा की आज दरगाह कमेटी ने जाएरीन की सुविधा के लिए एक चुनौतिपूर्ण समय में महज दो घंटे में जाएरीन को खाना उपलब्ध करा कर बहुत बड़ा सामाजिक सरोकार पूरा किया है। गौरतलब है कि कायड़ विश्रामस्थली अजमेर से लगभग 10 किलोमीटर दूर स्थित है और इसके आसपास कोई व्यवस्था उपलब्ध नही है।