फीडरवार विद्युत खपत के आधार पर राजस्व आंकलन किया जाए – श्री श्रीमत पाण्ड़े

sr-officers-meeting-2अजमेर, 24 अक्टूबर। डिस्काॅम्स अध्यक्ष श्री श्रीमत पाण्डे ने अधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे दिए गए लक्ष्यों के आधार पर नए जीएसएस बनाने का कार्य एवं लाॅड रिडक्सन प्रोग्राम की कार्ययोजना समयबद्धता के साथ पूर्ण करें। खराब एवं बंद मीटर तत्काल बदलें तथा फील्ड में प्रभावी पर्यवेक्षण करें।
डिस्काॅम्स अध्यक्ष सोमवार को अजमेर में पंचशील स्थित काॅरपोरेट कार्यालय सभागार में आयोजित निगम के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस मौके पर ऊर्जा विभाग के सलाहकार श्री आर.जी. गुप्ता भी उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि निगम के राजस्व का आंकलन फीडरवार विद्युत खपत के आधार पर किया जाए। उन्होंने फीडर इंचार्ज को निर्देश दिए कि वे उपभोक्ताओं को 24 घंटे निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करावें। उन्होंने कहा कि निगम के घाटे को कम करने के लिए लाॅस रिडक्शन प्रोग्राम बनाया गया है जिसमें फीडरवार शहरी एवं औद्योगिक क्षेत्रा को अलग करते हुए वहां प्रभावी कार्य किए जाएगें। इसके साथ ही बंद एवं खराब मीटरों को भी तत्परता से बदला जाए।
बैठक में श्री पांडे ने सभी वृत्तों के अधीक्षण अभियंताओं को मेहनत, लगन व ईमानदारी के साथ फीडरवार लाॅस रिडक्शन प्रोग्राम के कार्य पूर्ण करने हेतु शपथ दिलाई। उन्होंने लाॅस रिडक्शन प्रोग्राम के तहत वृत्तवार किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली एवं अधूरे कार्यो को समय पर पूर्ण करने के निर्देश दिए।
उन्होंने निर्देश दिए कि सभी वृत्तों में पांच वर्ष से अधिक पेडिंग सतर्कता जांच पर आवश्यक रूप से कार्यवाही करें। उन्होनें कहा कि विद्युत अधिनियम 2003 के प्रावधानों के अनुरूप विद्युत चोरी के मामलों में प्रभावी कार्यवाही किया जाए। साथ ही सतर्कता जांच में पारदर्शिता रखकर एवं सतर्कता जांच प्रतिवेदन के दुरूपयोग को रोका जाए। विद्युत अधिनियम 2003 की धारा 135 के अंतर्गत बनाए हुए जांच प्रतिवेदन पर दोषी उपभोक्ता का मौके पर विद्युत कनेक्शन आवश्यक रूप से विच्छेदित किया जाकर, यथासंभव मीटर व सर्विस लाईन को जब्त किया जाएगा एवं मौके पर उपभोक्ता को जांच प्रतिवेदन तथा फर्द जब्ती की प्रति उपलब्ध करवाई जाए। इसकी सूचना संबंधित फीडर इंचार्ज/कनिष्ठ अभियंता को भी मोबाईल पर एसएमएस द्वारा दी जाए। साथ ही जांच प्रतिवेदन की एक प्रति एसएचओ को भेजी जाए।
बैठक में ऊर्जा सलाहकार श्री आर. जी. गुप्ता ने निर्देश दिए कि फीडरों का कार्य समय पर पूर्ण हो जिससे विद्युत छीजत में कमी हो सकेगी एवं साथ ही साथ राजस्व में बढोतरी होगी। उन्होंने निर्देश दिए है कि मीटर रीडर निर्धारित फाॅर्मेट में मीटर का स्टेटस यथा बंद/खराब/लाॅक/नोट रीडिंग (एन) के बारे में संपूर्ण जानकारी भरें तथा प्रतिदिन की कार्य प्रगति रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को प्रेषित करेंगे। इस कार्य के लिए मीटर रीडरों को प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने कहा कि मीटर रीडर द्वारा ली गई रीडिंग संबंधित सहायक अभियंता/कनिष्ठ अभियंता द्वारा क्राॅस चेक की जाए। चैकिंग के दौरान मीटर रीडर द्वारा ली गई रीडिंग में गड़बड़ी पाई गई तो मीटर रीडर को तुरन्त प्रभाव से निलम्बित किया जाए।
बैठक में प्रबंध निदेशक श्री एम. आर. विश्नोई ने समस्त अधीक्षण अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे अपने कार्य के तरीके में बदलाव लावे तथा निर्धारित लक्ष्यों को विशेषकर डिस्काॅम के घाटे को कम करने के लिए किए जा रहे प्रयासों में गति लावें। उन्होंने निर्देश दिए कि अभियंता अपने कार्यालय के स्टोर को व्यवस्थित रखें तथा समय-समय पर उनका भौतिक सत्यापन भी कराए। उन्होंने मीटर रीडिंग के कार्य को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि उपखण्डवार उपभोक्ताओं की संख्या के अनुपात में मीटर रीडर लगाए जाए ताकि मीटर रीडिंग का कार्य समय पर पूर्ण हो जिससे निगम को वास्तविक उपभोग का राजस्व प्राप्ति हो सकें।
बैठक में संभागीय मुख्य अभियंता श्री बी. एस. रत्नू (अजमेर जोन), श्री एन. एस. सहवाल (उदयपुर जोन), मुख्य लेखाधिकारी श्री बी. एल. शर्मा (एटीबी), श्री एम.के. जैन (राजस्व), श्री एम.के. गोयल (आई ए), मुख्य अभियंता श्री आर. पी. सुखवाल, बी.एम. भामू, उपमुख्य अभियंता (प्रोजेक्ट) श्री वी. एस. भाटी, सचिव (प्रशासन) श्री बी. एस. शेखावत, कम्पनी सचिव श्रीमती नेहा शर्मा सहित समस्त अधीक्षण अभियंता एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

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