एम.आर.आई. की सुविधा को आम जनता के लिये भी निषुल्क करने की मांग

congress logoअजमेर 26 नवम्बर। शहर जिला कांग्रेस ने जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में पी.पी.डी. मोड पर शुरू हो रही मैग्नेटिक रेजोनैंस इमेजिंग (एम.आर.आई.) की सुविधा को आम जनता के लिये भी निषुल्क करने की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है।
संगठन के अध्यक्ष विजय जैन के नेतृत्व में कांग्रेस के नेताओं के एक षिष्टमंडल ने बुधवार को जिला कलेक्टर गौरव गौयल से मुलाकात कर ज्ञापन दिया ापन में बताया की अस्पताल प्रषासन की घोषणा के अनुसार बीपीएल, लावारिस, विधवा, कैदी, विकलांग, स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ नागरिक, भामाशाह मरीजों की निशुल्क एम.आर.आई. की जाऐगी परंतु सरकार एवं चिकित्सा विभाग की इस व्यवस्था से आम जनमानस की उपेक्षा होगी। क्योंकि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने मैग्नेटिक रेजोनैंस इमेजिंग (एम.आर.आई.) की 1100 से 3300 की दरे निर्धारित की हैं जिससे दरों में विरोधाभास है और भ्रष्टाचार की प्रबल सम्भावना है क्योंकि सिद्धार्थ डायग्नोस्टिक सेंटर जयपुर ने इस कार्य को पूर्ण किया है जो मनमाने ढ़ंग से मरीजों से शुल्क वसूलेगी जिस पर किसी प्रकार का नियंत्रण एवं निगरानी नही है।
ज्ञापन में कांग्रेसियों कलेकटर को बताया की हालांकि निजी फर्म सिद्धार्थ डायग्नोस्टिक सेंटर जयपुर के अधिकारियों द्वारा यह दावा किया जा रहा है की वर्तमान व्यवस्था से मरीजों को बाजार दर से अस्पताल में काफी कम कीमत पर मैग्नेटिक रेजोनैंस इमेजिंग (एम.आर.आई) की जाऐगी लेकीन धरातल पर सच्चाई इसके बिलकुल विपरित है आम तौर पर निजी डायग्नोस्टिक सेंटरों पर 2200 से 3000 के बीच एम.आर.आई. की जा रही है जिस कारण सरकार की इस व्यवस्था का सफल होना मुमकिन नजर नहीं आ रही है। क्योंकि डाक्टरों द्वारा मरीजों को प्रायवेट डायग्नोस्टिक सेंटरों पर जांच करवानें हेतु बाध्य किया जाता है जहां उनको कमिषन के रूप मे मोटी रकम दी जाती है।
ज्ञापन में बताया गया की कांग्रेस शासन में तत्कालीन सरकार ने विश्व स्वास्थ्य दिवस पर 7 अप्रैल 2013 से मुफ्त जांच सुविधा देने का ऐलान किया जिससे गरीबों को काफी राहत मिली थी। वर्तमान सरकार ने संभाग के सबसे बड़े अस्पताल में पी.पी.डी. मोड पर सबसे ज्यादा जरूरत वाली जांच व्यवस्था मैग्नेटिक रेजोनैंस इमेजिंग (एम.आर.आई.) को अजमेर मे स्थापित किया है परंतु इसमे तय किये गऐ जांच शुल्क से गरीबों को कोई राहत मिलने वाली नजर नहीं आती है। क्योंकि सरकारी असपताल में वही मरीज ही इलाज के लिये आते है जो निजी अस्पतालों में इलाज करवाने में असक्षम होते है धनवान व्यक्ति तो निजी अस्पतालों में ही इलाज करवाते है इसलिये गरीब मरीजों को ध्यान रखते हुऐ अजमेर में एम.आर.आई. जांच को मुफ्त किया जाना लोकहित में होगा।
ज्ञापन देने वाले कांग्रेसी नेताओं में पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, कैलाष झालीवाल, इंसाफ अली, दामोदर शर्मा, श्याम प्रजापति, मुजफ्फर भारती, बीरम रावत, प्रद्युमन सिंह, सोरभ बजाड़, विजय नागौरा, अषोक बिंदल, शैलेन्द्र अग्रवाल, सबा खान, अब्दुल रषीद,पूर्व सरपंच खेताराम, घनष्याम शामिल थे।

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