संकन पौण्ड में संग्रहित जलराशि का काश्तकार कर रहे उपयोग

ग्राम पंचायत ब्यावरखास में काश्तकार के साथ सिंचित फसल के बारे में जानकारी लेते जलग्रहण विकास दल के सदस्य
ग्राम पंचायत ब्यावरखास में काश्तकार के साथ सिंचित फसल के बारे में जानकारी लेते जलग्रहण विकास दल के सदस्य
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मुख्यमंत्रा जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण में ग्राम पंचायत ब्यावरखास में बनाये गए संकन पौण्ड संख्या 1 व 2 में संग्रहित वर्षाजल।
मुख्यमंत्रा जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण में ग्राम पंचायत ब्यावरखास में बनाये गए संकन पौण्ड संख्या 1 व 2 में संग्रहित वर्षाजल।
ब्यावर, 27 अक्टूबर। मुख्यमंत्रा जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण में अजमेर जिले के उपखण्ड ब्यावर की चयनित ग्राम पंचायत ब्यावरखास में मकरेड़ा तालाब के डाउन स्ट्रीम क्षेत्रा जलराशि के संग्रहण के लिए बनाये गए 7 संकन पौण्ड क्षेत्रा के काश्तकारों के लिए बहुउपयोगी साबित हो रहे हैं। इन संकन पौण्ड में वर्षाजल की संग्रहित जलराशि का उपयोग सिंचाई व मवेशियों हेतु कर रहे कृषक व ग्रामवासी काफी प्रसन्न हैं।
सहायक अभियन्ता जलग्रहण शलभ टण्डन ने बताया कि मुख्यमंत्रा जल स्वावलम्बन अभियान के प्रथम चरण में चयनित ग्राम पंचायत ब्यावरखास में मकरेड़ा तालाब के ओेवरफ्लो होने पर बहकर जाने वाली जलराशि को संग्रहित करने के लिए 7 संकन पौण्ड का निर्माण एल एण्ड टी कम्पनी द्वारा जनसहभागिता के तहत किया गया था। उन्होंने बताया कि वर्तमान में इन संकन पौण्ड में करोड़ों लीटर जलराशि मानसून की वर्षा के दौरान संग्रहित हुई जिसका क्षेत्रा के काश्तकार पम्प लगाकर फसलों की सिंचाई हेतु उपयोग कर रहे हैं साथ ही क्षेत्रा के मवेशियों को पेयजल भी प्राप्त हो रहा है।
वर्षाजल का समुचित उपयोग
सहायक अभियन्ता श्री टण्डन ने बताया कि मुख्यमंत्रा जल स्वावलम्बन अभियान के तहत ग्राम पंचायत ब्यावरखास में 7 संकन पौण्ड के निर्माण से पूर्व मकरेड़ा तालाब की ओवरफ्लो जलराशि बहकर बाबरा बांध में चली जाती थी, लेकिन अब करोड़ों लीटर जलराशि को संग्रहित कर क्षेत्रा में सिंचाई व अन्य प्रयोजन के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गत मानसून की वर्षा एवं मकरेड़ा तालाब सीपेज की जलराशि से 7 में से 3 संकन पौण्ड में 3 करोड़ 30 लाख लीटर जलराशि संग्रहित है, इससे वर्षाजल का समुचित उपयोग सम्भव हो सका है। साथ ही उन्होंने बताया कि संकन पौण्ड में संग्रहित जलराशि से क्षेत्रा के भूजल स्तर में वृद्धि होगी, वातावरण हरा-भरा होगा एवं सकारात्मक बदलाव आएंगे।
काश्तकारों को मिली राहत
ग्राम पंचायत ब्यावरखास में संकन पौण्ड में संग्रहित जलराशि काश्तकारों के लिए काफी उपयोगी साबित हो रही है, कई काश्तकार पम्प व पाईप के माध्यम से फसलों की सिंचाई के लिए जलराशि का उपयोग कर रहे हैं। काश्तकार रामकरण गैना ने बताया कि उसने हरी सब्जी की फसल के लिए संकन पौण्ड की जलराशि का सिंचाई के लिए उपयोग किया है, साथ ही उसके पशु भी यहां पेयजल व जलक्रीड़ा के लिए जाते है, इस प्रकार यह जलराशि गर्मी के दिनों में भी काफी उपयोग रहेगी। काश्तकार पूसासिंह ने बताया कि सरकार द्वारा संकन पौण्ड बनाने से सिंचाई के लिए पानी की कमी नहीं रहेगी।–00–

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