शिक्षक बन करें आदर्श समाज की रचना – प्रो.देवनानी

राजकीय उच्च अध्ययन शिक्षण संस्थान में बैडमिंटन कोर्ट एवं पार्किंग का लोकार्पण
b339580d-2eb1-40e8-80a6-5c21ceb5da4eअजमेर, 7 नवम्बर। शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि बीएड प्रशिक्षणार्थी भविष्य में शिक्षक बनेंगे। शिक्षक अनुशासित बनें और आदर्श समाज की रचना करें। केन्द्र व राज्य सरकार शिक्षा नीति एवं पाठ्यक्रम में बदलाव कर विद्यार्थियों में राष्ट्रभक्ति के भाव विकसित करने की दिशा में कार्य कर रही है। शिक्षक अपने विद्यार्थी को सुयोग्य नागरिक बनाने के लिए पूरे मनोयोग से कार्य करें।
शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. देवनानी ने आज राजकीय उच्च शिक्षण संस्थान में नवनिर्मित बैडमिंटन कोर्ट एवं पार्किंग स्थल का लोकार्पण किया। उन्होंने सेमीनार कक्ष में आयोजित कार्यक्रम को संबंोधित करते हुए कहा कि बीएड प्रशिक्षणार्थी अनुशासन को अपने जीवन में आत्मसात करें। स्वयं अनुशासित बनें एवं अपने विद्यार्थियों को अनुशासन सिखाकर सुयोग्य नागरिक का निर्माण करें। आदर्श समाज की रचना के लिए यह आवश्यक है कि शिक्षक अपनी योग्यताओं को और बढ़ाएं।
उन्होंने कहा कि राजस्थान में पहली बार ऐसा हो रहा है कि इन्टर्नशिप के दौरान बीएड काॅलेजों में पढ़ने वाले प्रशिक्षणार्थी अनिवार्य रूप से सरकारी स्कूलों में सेवाएं देंगे। इससे एक ओर जहा स्कूलों में शिक्षकों की कमी पूरी होगी, वहीं विद्यार्थियों की नींव भी मजबूत बनेगी।
प्रो. देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रदेश की स्कूलों में पाठ्यक्रम में बदलाव कर विद्यार्थियों में राष्ट्रीय गौरव का भाव विकसित किया है। पाठ्यक्रम में कई नए पाठ जोड़े गए है। राष्ट्र नायकों को पाठ्यक्रम में जगह दी गई है। शिक्षक विद्यार्थियों को रटाने के बजाय समझाकर पढ़ाए तो यह शिक्षा उनके जीवनभर काम आएगी। उन्होंने स्मारिका का भी विमोचन किया।
इस अवसर पर शिक्षा उप निदेशक श्री जीवराज जाट, प्राचार्य श्री जगदीश चन्द्र पालीवाल, जिला शिक्षा अधिकारी श्री सुशील गहलोत, वरिष्ठ व्याख्याता श्री अवधेश तिवारी आदि ने विचार व्यक्त किए।

error: Content is protected !!