वरिष्ठ पेंशनरों का किया सम्मान एवं हास्य पुस्तक ’’डापाचूक मनड़ो ’’लोकार्पण

अच्छी सोच एवं बुलन्द हौंसले के साथ राष्ट्रहित में पेंशनर बांटे ज्ञान एवं अनुभव
ः शिक्षा राज्य मंत्राी श्री देवनानी

Exif_JPEG_420ब्यावर, 29जनवरी। शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेवनानी के मुख्य आतिथ्य एवं श्री विधायक शंकरसिंह रावत की अध्यक्षता में रविवार को राजकीय पटेल सीनियर विद्यालय सभाभवन में राजस्थान पेंशनर समाज की जिला शाखा ब्यावर का वार्षिक सम्मेलन एवं वरिष्ठ पेंशनर सम्मान समारोह का आयोजन हुआ। समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में नगरपरिषद ब्यावर की सभापति श्रीमती बबीता चैहान, जिला परिषद सदस्य मोतीसिंह चैहान बरल, एकेएच के पीएमओ डाॅ.एम.के.जैन, अतिरिक्त कोषाधिकारी शिवरत्न चैहान,एसबीआई के प्रबन्धक श्री जैसवानी, वरिष्ठ पत्राकार रामप्रसाद कुमावत आदि के साथ ही शहर एवं दूरदराज से आये पैंशनर्स, लेखक व कवि हीरालाल जनांगल, गणपतसिंह मुग्धेश, मो.बख्श कुरेशी तथा प्रधानाचार्य नारायण सिंह पंवार, राजस्थान शिक्षक संघ डाॅ.राधाकृष्णन सहित शिक्षक संगठनों के कई पदाधिकारी मोहन सिंह चैहान, धन्नासिंह रावत व उनकी कार्यकारिणी सदस्य तथा शिक्षाविद् व बड़ी तादाद में पेंशनरगण मौजूद रहे। सम्मेलन अवसर पर 70 वर्ष से अधिक आयु के करीब 60 वरिष्ठ पेंशनरों का माला व शाल ओढ़ाकर सम्मान किया गया। साथही मुख्य अतिथि शिक्षा राज्य मंत्राी श्री देवनानी सहित मंचासीन अतिथियों ने सामूहिक हास्य कवि शिक्षक हीरालाल जनांगल द्वारा राजस्थान कविता संग्रह ’’डापाचूक मनड़ो’’ का विमोचन किया एवं वहीं मो.बख्श कुरैशी द्वारा राजस्थानी में अनुवाद की गई गीता कृति भी शिक्षा राज्यमंत्राी को भेंट की गई।
समारोह को सम्बोधित करते हुए शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी ने पेंशनरों के अच्छे जीवन हेतु शुभकामनाएं देते हुए कि सेवानिवृत होने से पूर्व, सेवारत् अधिकारी अथवा कर्मचारी केवल अपने पद एवं विभागीय राजकीय दायित्व के तक ही जिम्मेदार रहता है लेकिन सेवानिवृति के साथ ही उनके दायित्वों का दायरा विस्तृत हो जाता है। शिक्षा राज्य मंत्राी श्री ने कहा कि व्यक्ति को सेवानिवृति उपरान्त ’’ओल्ड इज गोल्ड’’ की तर्ज पर अच्छी मानसिक सोच और बुलन्द हौंसला रखते हुए समाज एवं राष्ट्रसेवा की दृष्टि से, अपने जीवन में अर्जित किये गए ज्ञान एवं अनुभवों को अच्छे कार्याे में लगाते हुए नई पीढ़ी सहित जरूरतमंद लोगों को लाभान्वित करने में जुटें रहना चाहिए। ऐसा करने से जहां अन्य लोगों के कष्टों का निवारण होने से उन्हें समुचित राहत मिल सकेगी, वहीं ं सेवानिवृत व्यक्ति को भी उसके उपलब्ध समय व क्षमता का जनहितकारी कार्याे सदुपयोग होने से स्वयं पेंशनरों का भी जीवन और अधिक आनन्दमयी एवं सरस बन सकेगा। इसलिए सेवानिवृत व्यक्ति को सदैव अच्छी मानसिक सोच के साथ संस्कारवान व रचनात्मक समाज निर्माण की दिशा में सदैव जुटे रहना चाहिए। इस मौके पर शिक्षा राज्य मंत्राी श्री देवनानी ने वर्तमान राज्य सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्रा में हुए अभूतपूर्व उपलब्धियों बताया तथा संस्कारित, वीरोचित, तकनीकी, रोजगारपरक तथा गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की अभिवृद्धि की दृष्टि से किये जारहे विविध क्रियाकलापों पर प्रकाश डाला।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए विधायक श्री शंकरसिंह रावत ने सेवानिवृति से होने से अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा राजकीय सेवा दौरान की गई सेवाओं की सराहना की। विधायक ने राज्य सरकार द्वारा गत तीन वर्ष में शिक्षा के क्षेत्रा में हुए योगदान को उल्लेखनीय बताते हुए शिक्षा राज्यमंत्राी से पंचायत समिति जवाजा क्षेत्रा की ग्राम पंचायत ब्यावरखास एवं मालातों की बेर में राजकीय माध्यमिक विद्यालयों को सीनियर माध्यमिक में क्रमोन्नति का अनुरोध किया।
पेंशनर जिला शाखा अध्यक्ष गणपतसिंह मुग्धेश ने मुख्य अतिथि शिक्षा राज्य मंत्राी श्री वासुदेव देवनानी से पेंशनरों के इलाज हेतु राज्य सरकार द्वारा आवंटित बजट राशि को न्यून बताते हुए चिकित्सा कराने में होने वाली परेशानी से अवगत कराते हुए बजट बढ़ोतरी का अनुरोध किया तथा राजस्थानी भाषा व साहित्यिक गतिविधियों को बढावा हेतु पाठ्यक्रम में आधुनिक कवियों को शामिल किये जाने की आवश्यकता बताई। संगठन के मंत्राी देवीलाल खटनाल ने ब्यावर में संचालित पेंशनर समाज शाखा के इतिहास, सन् 2004 में जिला शाखा का दर्जा मिलने समेत क्रियाकलापों, उपलब्ध्यिों की प्रगति रिपोर्ट पर रोशनी डालकर एकेएच में पेंशनरों को काॅटेज वार्ड में समुचित चिकित्सा सुविधा दिलाने हेतु ध्यानाकर्षण कराया। समारोह में मौके पर मौजूद एकेएच के पीएमओ डाॅ.एम.के.जैन, एसबीआई के प्रबन्धक श्री जैसवानी, एडीशनल टीओ शिवरत्न चैहान ने पेंशनरों के हितार्थ उनके विभाग/संस्थान की ओर से प्रदत्त सुविधाओं की सुनिश्चितता तथा परेशानियों के निवारण वास्ते समय पर उचित कार्यवाही बाबत् आश्वस्त किया। वरिष्ठ पत्राकार एवं कवि रामप्रसाद कुमावत ने हास्य लेखक हीरालाल जनागल को शाल ओढ़ाकर साहित्यिक योगदान हेतु अभिनन्दन किया। समारोह में नगरपरिषद सभापति श्रीमती बबीता चैहान, लेखक व कवि हीरालाल जनांगल, प्रधानाचार्य पटेल नारायण सिंह पंवार सहित अन्य वक्ताओं ने भी विचार रखे। समारोह का संचालन वयोवृद्ध पेंशनर शंकर बुलन्द ने किया।
समारोह से लौटते वक्त स्थानीय पत्राकारों द्वारा चाहने पर उनसे शिक्षा राज्य मंत्राी श्री देवनानी से बातचीत की तथा सवालों के प्रत्युत्तर में राज्यसरकार द्वारा संचालित शैक्षिक गतिविधियों व तत्संबंधित नवीन दिशा-निर्देशनों की जानकारी दी। –00–

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