जनआंदोलन के आगे डिस्काॅम को फेंन्चाईजी पर देने का फैसला स्थगित करना पड़ा

विजय जैन
विजय जैन
अजमेर 21 फरवरी। शहर कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की हटधर्मिता और अजमेर के मंत्रियों की कमजोर राजनीतिक हैसियत के कारण अजमेर की बिजली व्यवस्था ठेके पर जा रही थी मगर कांग्रेस के जनआंदोलन के आगे डिस्काॅम को फेंन्चाईजी पर देने का फैसला स्थगित करना पड़ा। मंगलवार को निगम के प्रबंध निदेषक मेहाराम विष्नोई का कांग्रेसियों ने घेराव कर हंगामा किया। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जनता का एक हजार करोड़ निजी कम्पनी को थाली में परोस कर दिया जा रहा है।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय जैन ने बिजली टेंन्डर को निरस्त करने की मांग को लेकर कांग्रेसियों के साथ अजमेर विद्युत वितरण निगम के पंजषील स्थित मुख्यालय पर अचानक धावा बोल एम.डी. मेहाराम विष्नोई के कक्ष में उनका घेराव कर जोरदार हंगामा किया। जैन पुर्व विधायकों एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, डीसीसी पदाधिकारियों को साथ लेकर अचानक निगम के मुख्यालय पहुंच गऐ जहां टेंन्डरों को खोलने की प्रक्रिया चल रही थी।
टेन्डरों के विरोध में निगम के कार्यालय पर कांग्रेसियों ने जमकर हंगामा किया और बिजली के निजीकरण के लिये सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुऐ एम.डी. विष्नोई के चेम्बर में प्रवेष कर गऐ जहां विष्नोई ने कांग्रेसियों के विरोध और नारेबाजी पर आपत्ति करनी चाही और केवल पांच लोगों से ही बात करने को कहा इस पर मौजूद कांग्रेस के पदाधिकारी बिफर गऐ और नौबत एम.डी. का मुंह काला कर देने तक पंहुच गई कांगेसी उस समय और उत्तेजित हो गऐ जब विष्नोई ने पुलिस कार्यवाही की धमकी कांग्रसियों को दी गुस्साऐ कांग्रेसियों ने एम.डी. को खरी खोटी सुनाने मे कोई कसर नहीं छोड़ी।
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि डिस्काॅम द्वारा 4.16 प्रतिषत छीजत ज्यादा बताकर ठेका लेना वाली कम्पनी को 3 करोड़ रूपये महीने का सीधा फायदा देने की कुचैष्ठा की जा रही है 20 वर्ष की ठेका अवधि मे जनता और सरकार को सात सौ बीस करोड़ रूपये की राजस्व हानी होगी और ठेका लेने वाली कम्पनी को ठेका लेने पूर्व इतनी बड़ी राषी का फायदा करोड़ों के भ्रष्टाचार को साबित कर रहा है। उन्होने कहा कि अजमेर के दोनों मंत्रियों मे राजनीतिक कौषल की कमी के कारण यहां की बिजली व्यवस्था को ठेके पर देने की कार्यवाही की जा रही है जबकि उदयपुर, नागौर, जयपुर, और झालावाड़ में नीजिकरण के प्रस्तावों पर वहां के भाजपा नेताओं के विरोध के कारण निरस्त कर दिया गया है।
कांग्रेस नेताओं ने विष्नोई से बिजली को ठेके पर देने के फैसले पर जवाब देने की मांग रखी और सवाल किऐ कि एम.डी. बिजली की छीजत को बढ़ा कर क्यों बता रहे है। कांग्रसी इस बात पर अड़े रहे कि टेंडर को निरस्त किया जाऐ तकरीबन एक घंटे के हंगामे और जद्दोजहद के बाद के बाद एम.डी. विष्नोई ने ज्ञापन मुख्यमंत्री तक पंहुचाकर ठेका प्रक्रिया के लिये नई गाईडलाईन लेने की बात रखी पर कांग्रेस के नेता और पदाधिकारी आज के टेन्डर नही खोलने और स्थगित करने की अपनी मांग पर अड़े रहे। काफी हंगामें के माहौल के बीच विष्नोई को टेन्डर स्थगित करने की घोषणा करनी पड़ी ।तब जाकर कांग्रेसी शांत हुऐ।
प्रर्दषन में कांग्रेस के नेता महेन्द्र सिंह रलावता, पूर्व विधायक डा. गोपाल बाहेती, ललित भाटी, डा. राजकुमार जयपाल, हेमंत भाटी शहर कांग्रेस के उपाध्यक्ष कैलाष झालीवाल, प्रताप यादव, प्रेमराज सोलंकी, प्रमिला कौषिक, सुमेरसिंह राजावत, अषोक शर्मा, महामंत्री अमोलक सिंह छाबड़ा, सुकेष कांकरिया, फिरोज खान, वैभव जैन, बलराम शर्मा, राजेन्द्र नरचल, जय गोयल, ब्लाॅक अध्यक्ष विजय नागौरा, आरिफ हुसैन, सेवा दल के अध्यक्ष शैलेन्द्र अग्रवाल, सबा खान, लोकेष शर्मा, अब्दुल रषीद, महेष चैहान, मुजफ्फर भारती, बिपिन बैसिल, पार्षद द्रोपदी कोली, श्रवण टोनी, वेद चैधरी, सुरेष गुर्जर, राकेष धाबाई, हमीद चीता, जय शंकर चैधरी, लक्ष्मण फामड़ा सहित कांग्रेसजन मौजूद थे।

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