मुस्लिम जायरीनो की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़

मुज़फ्फर भारती
मुज़फ्फर भारती
अजमेर। अजमेर में अगले माह शुरू हो रहे ख्वाजा साहब के 805वें सालाना उर्स के दौरान ऐतिहासिक आनासागर झील को प्रदूषण से बचाने के नाम पर आम जायरीनों के नहाने पर लगाए गए प्रशासनिक प्रतिबन्ध का कांग्रेस से जुड़े मुस्लिम नेताओं ने विरोध की चेतावनी देते हुऐ इस निर्णय को अजमेर आने वाले मुस्लिम जायरीनो की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ बताया।
कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने आरोप लगाया कि क्षेत्रीय विधायक एवं शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी की अध्यक्षता में गत शनिवार को हुई बैठक में यह प्रतिबन्ध लगाने का निर्णय लिया गया कि उर्स में आनासागर के घाटों पर इस बार जायरीनो के नहाने पर पाबंदी रहेगी। देवनानी और प्रषासन की इसी बात से खफा कांग्रेस के मुस्लिम नेताओं ने विरोध करने का ऐलान किया है और चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने अपना निर्णय नहीं बदला तो आंदोलन किया जाएगा।
बैठक में मौजूद दरगाह से जुड़े लोग मौजूद थें तो फिर इस निर्णय को चुपचाप कैसे सुनते रहे। देश के दूरदराज से मेले में आने वाले जायरीन कहां नहाएंगे। कांग्रेसी नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रदूषण के नाम पर आनासागर के पानी को बचाने की प्रशासनिक सोच गंदी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक रस्मों के लिए जायरीन यहां गुसल एवं वजू जैसे कर्म करते है इससे धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचना लाजमी है और किसी का पानी रोकना धर्म के खिलाफ है।
कांग्रेस का आरोप है कि षिक्षा मंत्री देवनानी के दबाव में पिछले कई सालों से पुष्कर विश्राम स्थली पर प्रशासन ने जायरीनो को ठहराना बंद कर रखा है और उन्हें कायड़ विश्राम स्थली पर ठहराया जाता है जहां प्रशासन की ओर से पानी की माकूल व्यवस्था नहीं रहती है। इसके अलावा ख्वाजा साहब से अपार आस्था के चलते वर्षों से उर्स मेले में आने वाले जायरीन आनासागर के उपयोग करतेे रहे है और पूरी अकीदत के साथ इसकी पानी अपने साथ लेकर जाते हैं। कांग्रेस नेताओं ने आनासागर पर प्रतिबंध लगाने के बजाऐ वहां जायरीनों नहाने और सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने की मांग की है।
कांग्रेसियों की मांग है कि किसी र्दुघटना को रोकने के लिये यदि प्रतिबंध लगाया जा रहा है तौ घाट के पास वैकलपिक रूप से पांच सौ नल लगाऐ जाऐं ताकी जायरीनों को परेषानी का सामना नहीं करना पड़े। इस प्रषानिक निर्णय के लिये विरोध का ऐलान करते हुऐ कहा कि प्रषासन ने फैसला नहीं बदला तो प्रर्दषन कर आंदोलन किया जाऐगा।
विरोध करने वालों मे प्रदेष कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के काॅडिनेटनर शमषुद्दीन, विभाग के पूर्व अध्यक्ष बिपिन बैसिल, मुजफ्फर भारती, शेखजादा जुल्फिकार चिष्ती, इमरान सिद्दीकी, एस.एम. अकबर, बाबर खान, उस्मान खान घड़ियाली, हनीफ सहारा, पूर्व पार्षद मोहम्मद शाकिर, मुख्तार अहमद नवाब, अस्मत बीबी, वकार हुसैन, तौकीर अहमद, गुफरान सिद्दीकी शामिल हैं।

मुजफ्फर भारती

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