राजस्थान संगीत नाटक अकादमी का आयोजन
अजमेर/राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा प्रदेशभर में चलायी जा रही ‘कला व्याख्यान व प्रदर्शन योजना‘ के अन्तर्गत अजमेर के अंतिम आयोजन में प्रसिद्ध कत्थक नृत्यांगना स्मिता भार्गव शनिवार 25 फरवरी को कोटड़ा स्थित सैन्ट्रल अकादमी स्कूल में बच्चों को नृत्य के गुर सिखाए। नृत्य प्रशिक्षण के दौरान उन्होंने बताया कि देशभर में लगभग 500 प्रकार के लोकनृत्य प्रचलित हैं जिनमें राजस्थान के किशनगढ़ का पणिहारी व घूमर, पुष्कर का कालबेलिया, केकड़ी का भवई और चरी, तेरहताली, कच्छीघोड़ी आदि प्रमुख हैं। कथक के तीनों प्रमुख घरानों लखनऊ, जयपुर व बनारस की विशिष्टताओं के बारे मेे बताते हुए भार्गव ने कथक, भरतनाट्यम, कुचीपुड़ी, मणिपुरी इत्यादि शास्त्रीय नृत्य की आठ शैलियों की जानकारी भी दी। प्रायोगिक अभ्यास में बच्चों को कथक की विविध मुद्राओं के साथ गुरूस्तोत्र का अभ्यास कराया। अकादमी समन्वयक उमेश कुमार चौरसिया ने कार्यक्रम का परिचय दिया तथा प्राचार्य अजय सिंह राजपूत ने आभार अभिव्यक्त किया।
उमेष कुमार चौरसिया
समन्वयक ‘कला व्याख्यान योजना‘
संपर्क-9829482601