राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी का फुंका पुतला

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को दिया ज्ञापन

12 (3)आज दिनांक 12 अप्रैल 2017 को अजमेर में राजस्थान ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा के नेतृत्व में व पदाधिकारियों ने आज कलेक्ट्रेट के बाहर राज्यमंत्री श्री वासुदेव देवनानी का पुतला फुंक कर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे के नाम ज्ञापन कलेक्टर को दिया गया। जिसमें शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी द्वारा ब्राह्मण समाज को अपमानित करने के सर्न्दभ में पत्र लिखा गया। जिसमें राजस्थान सरकार में आपके सहयोगी शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने 8 अप्रैल 2017 को जयपुर मे पत्रकारों द्वारा स्वंय को प्रोफेसर लिखने पर दायर राजस्थान न्यायालय में रिट पर प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने ब्राह्मण समाज पर अपमानजनक टिप्पणी की, सिर्फ इसलिए कि परिवादी ब्राह्मण समाज से है। दिनांक 10 अप्रैल 2017 को भी समाज द्वारा आपके माध्यम से समाज ने एक ज्ञापन दिया था, परन्तु कोई कार्यवाही नहीं हुई है। आज समाज इसके विरोध स्वरूप पुतला फूँक रहा है, और आपसे आग्रह है ऐसे व्यक्ति को तुरन्त पद से मुक्त किया जावें जो शिक्षामंत्री होते हुऐ फर्जी उपाधि का प्रयोग कर स्वंय को शिक्षाविद् साबित करता आया है, ऐसे व्यक्ति ने मतदाताओं, समाज, विद्यार्थियों की आंखों मे वर्षों से धूल झोंकी है। राजस्थान के शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी जिस तरह टिप्पणी करके ब्राह्मण भावनाओं को ठेस पहुंचाई है जिसका खामियाजा उनको भुगतना चाहिए, जिससे किसी भी समाज पर ऐसी टिप्पणी नहीं कर सकें। यदि मंत्री जी ने माफी नहीं मांगी तो पूरे राजस्थान में आन्दोंलन होगा तथा पूरे राजस्थान में जहां भी जाऐगें वहां पर विरोध का सामना करना पड़ेगा।
ब्राह्मण समाज ने बताया जो व्यक्ति प्रोफेसर के पद पर या उस पद से सेवानिर्वत हुआ वहीं अपने नाम के आगें प्रोफेसर पद लिख सकता है। प्रोफेसर पद के लिऐ देवनानी जी योग्यता रखते है तो अजमेर कि जनता को सार्वजनिक करंे और अपने नाम के आगे प्रोफेसर लिखें। लेकिन ब्राह्मण समाज के लिए सार्वजनिक रूप से कथित बयान पर समाज से लिखित रूप में अपनी गलती पर माफी मांगे। उन्होने पत्र में लिखा कि शीघ्र कार्यवाही करें अन्यथा समाज अब आन्दोंलन करेगा, जिसकी समस्त जिम्मेदारी राजस्थान सरकार की होगी।
एडवोकेट विवेक पाराशर ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते वासुदेव देवनानी ने अपनी गलती स्वीकार नहीं की तो गम्भीर परिणाम भुगतने होगें व सरकार से इसे अविलम्ब मंत्री पद से बरखास्त करने की मांग की।
एडवोकेट योगेन्द्र ओझा ने सरकार की लापरवाही पर गम्भीर चिन्ता व्यक्त की एवं मांग की कि यदि देवनानी के पास जनता को बताने के लिये कुछ है तो तुरंत उजागर क्यों नहीं करते। वो विषय से भटकाना चाहते है। समाजों को आपस में लड़ाना चाहते है जो कि बहुत ही घटिया प्रवृति का धुतक है।
पूर्व जिला परिषद सदस्य कृष्ण गोपाल जोशी ने भी मुख्यमंत्री को आगाह किया कि यदि तुरन्त कार्यवाही नहीं की तो इसके परिणाम पार्टी को भुगतने होगें।
इस अवसर पर समाज के ब्राह्मण समाज के प्रबुद्ध जन उपस्थित थे। राजस्थान ब्राह्मण के जिलाध्यक्ष पण्डित सुदामा शर्मा, सचिव लोकेश भिण्डा, एडवोकेट विवेक पाराशर, एडवोकेट कृष्ण गोपाल जोशी, पारिक समाज के जिलाध्यक्ष ओम प्रकाश पारीख, युवा कांग्रेस अध्यक्ष लोकेश शर्मा, राजस्थान विधि प्रकोष्ठ के योगेन्द्र ओझा, सुशील पारीख, एडवोकेट महेन्द्र उपाध्याय, वेद प्रकोष्ठ के अध्यक्ष बाबूलाल दाधीच, एडवोकेट श्याम सुन्दर शर्मा, एडवोकेट सांवरलाल जी शर्मा, अजय शास्त्री, आम आदमी पार्टी की जयश्री शर्मा, रागिनी चतुर्वेदी, अशोक शर्मा, लोकेश भिण्डा आदि उपस्थित थे।

सुदामा शर्मा

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