10वीं एवं 12वीं में उपलब्ध होंगी नए पाठ्यक्रम की पुस्तकें

बालिका शिक्षा में राजस्थान होगा देश में अव्वल – प्रो. देवनानी
नवीं कक्षा की छात्राओं को साईकिल वितरण का जिला स्तरीय समारोह आयोजित
बेटियों को शिक्षा के साथ संस्कार भी दें अभिभावक- श्रीमती पलाड़ा

098d8b7a-22d3-457e-89ed-ed4620aeffe2अजमेर, 27 अप्रेल। शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजस्थान बालिका शिक्षा के क्षेत्रा में शीघ्र ही देश में पहले स्थान पर होगा। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में शिक्षा के क्षेत्रा में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुए हैं। इन्हीं सकारात्मक बदलावों के कारण प्रतिवर्ष सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ रहा है। अभिभावकों का विश्वास सरकारी स्कूलों के प्रति बढ़ रहा है।
शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज राजकीय जवाहर उच्च माध्यमिक विद्यालय में जिला स्तरीय साईकिल वितरण समारोह में यह बात कही। उन्होंने कहा कि अब तक राजस्थान में 8.25 लाख बालिकाओं को साईकिल का वितरण किया जा चुका है। राज्य सरकार बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे चाहती है कि राजस्थान की बालिकाएं हर क्षेत्रा में पूरे देश में सबसे आगे हों।
उन्होंने कहा कि बालिका शिक्षा संवर्द्धन के लिए मुख्यमंत्राी राजश्री योजना शुरू की गई है। इसके तहत बालिकाओं के जन्म से लेकर उनके 12वीं कक्षा पास करने तक 50 हजार रूपए तक की आर्थिक सहायता उपलब्घ करायी जाती है। प्रतिवर्ष जिले की 3 टाॅपर बालिकाओं को मुख्यमंत्राी हमारी बेटी योजना के तहत गोद लिया जाता एवं उन्हें आगे पढ़ने के लिए आर्थिक सहायता दी जाती है। इसी तरह गार्गी पुरस्कार एवं लैपटाॅप योजना के तहत भी शिक्षा को बढ़ावा दिया जा रहा है।
शिक्षा राज्यमंत्राी ने कहा कि राजस्थान में सरकारी स्कूलों की साख अब फिर जमने लगी है। मिशन मेरिट एवं स्कूलों में गम्भीरता से पढ़ाई कराए जाने से सरकारी स्कूलों के बच्चे भी अब मेरिट में स्थान बनाने लगे है। सरकारी स्कूलों में शत प्रतिशत परिणाम को ही अच्छा माना जाएगा। इस साल 10वीं 12वीं में भी नए पाठ्यक्रम पुस्तकें उपलब्ध होंगी। जिला शिक्षा अधिकारियों के सभी पद भर दिए गए है। अन्य पद भी शीघ्र भरे जाएंगे। उन्होंने बालिकाओं से आग्रह किया कि वे पूरे मनोयोग से पढ़ाई करें और इस प्रतिस्पर्धी युग में अपने आप को स्थापित करें। उन्होंने बालिकाओं से आग्रह किया कि बाल विवाह जैसी कुरीतियों के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं मसूदा विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने कहा कि आज बालिका शिक्षा के साथ-साथ बालिकाआंे का संस्कारों की शिक्षा दिया जाना भी जरूरी है। अभिभावक बालिकाओं को संस्कारवान भी बनाएं ताकि देश को सुयोग्य नागरिक मिल सके। उन्होंने कहा कि बालिका दुर्गा का रूप होती है। जिस घर में बेटी होती है वहां लक्ष्मी का वास होता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान में बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिए कई महत्वपूर्ण योजना लागू की गई है। बेटी के जन्म से उसकी पढ़ाई पूरी होने तक कई योजनाएं जारी हैं। बालिकाएं पढ़ लिखकर जब अपने परिवार समाज व देश का नाम रोशन करेंगी तो वही अपने गुरूजनों को सच्ची गुरू दक्षिणा होगी। उन्होंने बालिकाओं से बाल विवाह के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया।
कार्यक्रम में पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल ने कहा कि बालिकाएं भविष्य का लक्ष्य तय कर पढ़ाई करें। वे बड़े सपने देखें और उन्हें पूरा करने में जी जान से जुट जाएं। कार्यक्रम में अतिथियों ने प्रवेशोत्सव पोस्टर का भी विमोचन किया।
शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. देवनानी, विधायक श्रीमती पलाड़ा एवं पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती अग्रवाल ने बालिकाओं को निःशुल्क साईकिलें वितरित की। जिले में 11 हजार 981 बालिकाओं को साईकिल वितरित की जाएगी। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अधिकारी, विद्यार्थी एवं बड़ी संख्या में अभिभावक भी उपस्थित थे।

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