11वां कथक नृत्य प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ

zzअजमेर | गाइएगणपति जग वंदन संत तुलसीदास द्वारा रचित रुबी चटर्जी द्वारा गाई गई तीन ताल पर आधारित प्रसिद्ध कथक की वरिष्ठ नृत्यांगना डॉ. गीता रघुवीर, जयपुर के निर्देशन में तैयार कि गई इस रचना पर जैसे ही भावना गोथरा ने नृत्य की प्रस्तुति दी तो समूचा प्रेक्षागृह तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मौका था अजमेर कत्थक कला केंद्र राजस्थान संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 11वां ग्रीष्म कालीन कत्थक नृत्य प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन सत्र का। पंद्रह दिवसीय इस आयोजन के प्रथम दिवस पर कार्यक्रम की शुरुआत गजानंद के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर की। इसके बाद डॉ. गीता रघुवीर ने कत्थक से जुड़े सैद्धांतिक प्रायोगिक पक्ष के बारे में बताया साथ ही कत्थक के ताल, लय, गति, पठंत, कविता की भी विस्तार से चर्चा की। संस्थाध्यक्ष एवं शिविर निर्देशक दृष्टि रॉय ने संस्थान की गतिविधियों पर प्रकाश डाला। संचालन सचिव कृष्ण गोपाल पाराशर ने किया। जिला प्रमुख वंदना नौगिया, कंवल प्रकाश किशनानी, डॉ. महेंद्र कोठारी, अमित जैन, गिरधर तेजवानी, साहित्यकार संदीप अवस्थी, सबा खान, विनिता जैमन, अनुपम राठौड़, एसके कौशल, महेश पंवार, सचिव राजस्थान संगीत नाटक अकादमी, राशीका आचार्य सहित अन्य लोग मौजूद थे। संस्था के सांस्कृतिक कल्पना कांसवा के अनुसार वैशालीनगर स्थित फूड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट पर शाम 4 से 6 बजे तक आयोजित इस शिविर में भाग लेने के इच्छुक प्रतिभागी संपर्क कर सकते हैं।

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