विद्यार्थियों को प्राचीनतम सिन्धु संस्कृति का ज्ञान जरूरी

पंचषील नगर सिन्धु भवन में सांतवां सिन्धी बाल संस्कार षिविर का समारोहपूर्वक षुभारंभ
01 copyअजमेर 4 जून 2017- विद्यार्थियों को प्राचीनतम सिन्धु सभ्यता संस्कृति का ज्ञान जरूरी है एवं सिन्धी भाषा व संस्कारों का ज्ञान करवाने से ग्रीष्मकॉलीन अवकाश में बाल संस्कार षिवरों का आयोजन किया जाता है ऐसे आर्शीवचन सिन्धु भवन, पंचषील नगर में आठवां सिन्धी बाल संस्कार शिविर के शुभारंभ अवसर पर स्वामी बसंतराम सेवा ट्रस्ट के सांई ओमलाल षास्त्री ने प्रकट किये, उन्होने कहा कि विद्यार्थियों को प्रारम्भ से ही महापुरूषों के जीवन के प्रेरणा प्रसंग व संस्कारों के ज्ञान से ही सनातन धर्म की प्रेरणा है। शुभारंभ अवसर पर पंचायत के अध्यक्ष राधाकिष्न आहूजा, सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी, प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अध्यक्ष मोहन तुलस्यिाणी, प्रकाष जेठरा, रमेष टिलवाणी, ने ईष्टदेव झूलेलाल भारत माता, मां सरस्वती, स्वामी टेउराम के चित्र पर माल्यापर्ण व दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। स्वागत भाषण सचिव नरेष रावलाणी ने व आभार मुकेष आहूजा ने आभार प्रकट किया।
सचिव नरेष रावलाणी ने बताया कि शिविर में 42 विद्यार्थियों ने भाग लिया। सिन्धी भाषा, सभ्यता संस्कृति की पढाई लता खानचंदाणी, सीता आहूजा,योग शिक्षा व खेलकूद दौलतराम थदाणी, गीत संगीत होतचंद मोरियाणी, घनष्याम भग्त नानकी मनवाणी, नृत्य पूजा तोलवाणी, मेहंदी रचना सिखाना लता भारद्वाज व ढोलक पर श्री अनिल भारद्वाज ने सेवाऐं दी। पंचायत के सेवाधार श्रीचन्द मोतियाणी, मूलचंद नाथाणी, मोहन चेलाणी होतचंद लालवाणी, गोपाल लख्याणी, विनोद गहलोत, नरेन्द्र आसवाणी, मनोज मेंघाणी, ललित चिबराणी, श्रीमति अनिता आलवाणी, आषा केसवाणी, कोमल जेठाणी सहित पंचायत के कार्यकर्ता उपस्थित थे। प्रदेश की ओर से प्रकाशित पुस्तक व कापियां उपलब्ध करवाई गई।
शिविर के समापन पर प्रशस्ति पत्र व सांस्कृति कार्यक्रम की प्रस्तुतियों पर विजेताओं को सम्मानित किया जायेगा।

(नरेष रावलाणी )
सचिव
मो. 7597187952

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