गौशाला में कल्पवृक्षों का पूजन, दर्शन अक्षिगुणा फलदायी

श्री राधा कृष्ण सखा परिवार द्वारा लोहागल स्थित पुष्कर आदी गौशाला में रोपित किये नवग्रह वृक्ष एवं कल्पवृक्ष

अजमेर। पेड़ पौधे न केवल हमें जीवन देते हैं अपितु ग्रहों के बुरे प्रभाव से भी बचते हैं। वृक्ष स्वास्थ्य, औषधियों के अतिरिक्त ग्रहों की शांति में भी विशेष सहायक हैं, साथ ही कल्प वृक्ष स्वर्ग का विशेष वृक्ष है, जिसके नीचे बैठ कर जो भी व्यक्ति सात्विक इच्छा रक्तः है वह अवश्य पूर्ण होती है। गौशाला में पूजन अक्षय गुना फलदायी होता है। ये उद्गार संत महात्माओं ने व्यक्त किये।
श्री राधा कृष्ण सखा परिवार द्वारा लोहागल स्थित पुष्कर आदी गौशाला में गौमाता एवं संतों के सानिध्य में नवग्रह वृक्ष एवं कल्पवृक्ष का पौधरोपण कर नक्षत्र वाटिका का शुभारम्भ किया गया। प्रवक्ता उमेश गर्ग ने बताया कि इसके तहत वर्तमान में नवग्रह से सम्बंधित सूर्यदेव के लिए आंकड़ा, चन्द्रमा के लिए पलाश, मंगल हेतु खैर, बुध हेतु आंधीझाड़ा, गुरु के लिए पारस पीपल, शुक्र गृह के लिए गूलर, शनि हेतु शमी, राहु के लिए चन्दन और केतु के लिए अश्वगंधा के पौधों का रोपण किया गया। साथ ही आश्रय वृक्ष आवंला और कल्पवृक्षों का जोड़ा भी लगाया गया है। संयोजक सत्यनारायण पालड़ीवाल एवं लक्ष्मीनारायण हटुका ने बताया कि इस नक्षत्र वाटिका के दुसरे चरण में 27 नक्षत्रों से सम्बंधित लगाए जायेंगे। इस वृक्षों के दर्शन, सेवा, उपासना आदि कष्टों के निवारण में अति सहायक हैं।
अनिल गर्ग ने बताया कि सभी वृक्ष वैदिक रीती से लगाए गए एवं विधिवत पूजन किया गया। इस अवसर पर श्याम सुन्दर बंसल, पुष्पेंद्र कुमार गुप्ता, घनश्याम गर्ग, ओमप्रकाश मंगल, किशनचंद्र बंसल, शंकरलाल बंसल, चतुर्भुज गनेड़ीवाल, राजेंद्र अग्रवाल, रामरतन छापरवाल, सुभाष सोनी, अशोक अग्रवाल, सीताराम मंत्री, अशोक पंसारी, डॉ. विष्णु चौधरी सहित अनेक श्रद्धालु वाम संत महात्मा उपस्थित रहे।

(उमेष गर्ग)
मो.- 9829793705

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